के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
यह दवा बड़े स्तर पर बैक्टीरियल इंफेक्शन के इलाज में इस्तेमाल होती है। इसे कार्बापेनेम टाइप एंटीबायोटिक भी कहते हैं। आपको बता दें कि यह दवा बैक्टीरिया की ग्रोथ को रोकने का काम करती है।
डॉक्टर के निर्देश के अनुसार हर 6 से 8 घंटे में मांसपेशियों या नसों में इंजेक्शन के द्वारा इस दवा को दिया जाता है। इस दवा की खुराक आपकी मेडिकल स्थिति और इलाज के प्रति आप कितने संवेदनशील हैं, इस बात पर आधारित होती है।
अगर आप इस दवा को खुद से घर पर ही ले रहें हैं तो अपने हेल्थकेयर प्रोफेशनल से सभी निर्देशों को सीख लें। इसको इस्तेमाल करने से पहले आप चेक करें कि इसमें कोई कण या गंदगी तो नहीं है, अगर है तो इस लिक्विड का इस्तेमाल ना करें।
इस दवा के ज्यादा फायदे लेने के लिए आप इसे समान अंतराल पर ही इस्तेमाल करें। याद रखें इस दवा को रोजाना एक ही समय पर लें।
जब तक बताए गए इलाज का समय पूरा नहीं हो जाता है तब तक इस दवा का इस्तेमाल जारी रखें भले ही कुछ ही दिनों के इस्तेमाल के बाद लक्षण गायब हो जाएं। इस दवा को जल्दी बंद करने से इंफेक्शन के दोबारा लौटने का खतरा बढ़ सकता है।
अगर स्थिति ऐसे ही बनी रहती है या और अधिक खराब स्थिति में पहुंचती है तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट को बताएं।
इमीपेनेम को प्रकाश और नमी से दूर कमरे के तापमान पर स्टोर करना बेहतर होता है। इमीपेनेम को कभी भी बाथरूम या ठंडी जगह में न रखें। मार्केट में इमीपेनेम के अलग-अलग ब्रांड हैं जिन्हें स्टोर करने के लिए दिशा- निर्देश भी अलग-अलग हो सकते हैं। जब भी इस दवा को खरीदें सबसे पहले उसके पैकेज पर लिखे जरूरी निर्देशों को अच्छे से पढ़े या फिर अपने फार्मासिस्ट से इसके बारे में पूछें। सुरक्षा के लिहाज से आपको इसे बच्चों और जानवरों की पहुंच से दूर रखना चाहिए।
बिना निर्देश के इमीपेनेम को टॉयलेट या किसी नाले में न फेकें। अगर यह एक्सपायर हो चुका है या इसका इस्तेमाल नहीं करना है तो इसे नष्ट कर दें। इसकी अधिक जानकारी के लिए आप अपने फार्मासिस्ट से संपर्क कर सकते हैं।
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इमीपेनेम इस्तेमाल करने से पहले अगर आपको इसमें मौजूद सामग्री से एलर्जी हो या पेनिसिलिन या सिफैलोस्पोरिन से एलर्जी हो या कोई दूसरे तरह की एलर्जी हो तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट को जरूर बताएं। इस दवा में निष्क्रिय सामग्री मौजूद होती हैं जिनसे एलर्जी या दूसरी समस्याएं होती हैं। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप फार्मासिस्ट से संपर्क करें।
इस दवा को इस्तेमाल करने से पहले आप अपनी मेडिकल हिस्ट्री या पुरानी बीमारियों के बारे में बताएं खासकर अगर आपको दिमाग से जुड़ी समस्याएं हैं (जैसे दौरे पड़ना, सिर की चोट, ट्यूमर), किडनी की समस्या, लिवर की समस्या, पेट/आंतों की समस्या (कोलाइटिस) आदि समस्या हो।
इस दवा के इस्तेमाल से लाइव बैक्टीरियल वैक्सीन (जैसे टाइफाइड वैक्सीन) ठीक से काम नहीं कर सकती है। इसलिए इस दवा के इस्तेमाल के दौरान बिना डॉक्टर के सलाह के आप इम्यूनाइजेशन/टीकाकरण ना करवाएं।
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जैसे जैसे उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे किडनी की कार्यक्षमता कम होती जाती है। यह दवा किडनी के द्वारा ही शरीर से बाहर निकलती है। इसलिए इस दवा के इस्तेमाल के दौरान बुजुर्ग लोगों में साइड इफेक्ट्स होने का खतरा बढ़ जाता है।
प्रेग्नेंसी के दौरान जब इस दवा की जरूरत है तभी इसका इस्तेमाल करें। इसके फायदे और नुकसान के बारे में अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से बात करें। इमीपेनेम का इस्तेमाल करने से पहले इसके फायदों और नुकसान को लेकर डॉक्टर या फार्मासिस्ट से संपर्क करें।
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सूजन, लाल निशान, दर्द या इंजेक्शन साइट पर कष्ट होना आदि हो सकते हैं। इस दवा के इस्तेमाल से पेट खराब होना, मिचली, उल्टी या डायरिया आदि हो सकता है। अगर ये प्रभाव ऐसे ही बने रहते हैं या और अधिक खराब स्थिति में पहुंच जाते हैं तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से संपर्क करें।
आपके डॉक्टर ने इस दवा को प्रिस्क्राइब किया है क्योंकि वह जानता है कि इसके नुकसान की तुलना में फायदे ज्यादा हैं। ज्यादातर लोग जो इस दवा का इस्तेमाल करते हैं उन्हें कोई भी गंभीर साइड इफेक्ट महसूस नहीं होते हैं।
आप अपने डॉक्टर को बताएं अगर आपको ये सारी समस्याएं हैं जैसे डार्क यूरिन, दिखाई देने में बदलाव होना, कम सुनाई देना, कान बजना, मेंटल परेशानियां/मूड में बदलाव (कंफ्यूजन या भ्रमित होना), बुखार, गले मे खराश, त्वचा या आंखों का पीला पड़ना और मांसपेशियों का अकड़ जाना आदि।
अगर कभी- कभी लेकिन, गंभीर साइड इफेक्ट्स महसूस हों तो तुरंत मेडिकल सहायता लें जैसे दौरे पड़ना, असामान्य कमजोरी होना।
इस दवा को लंबे समय तक या दोबारा इस्तेमाल करने से मुंह मे छाले या वजायनल यीस्ट इंफेक्शन हो सकता है। अगर आपको मुंह मे सफेद दाग या वजायनल डिस्चार्ज में बदलाव महसूस हों तो अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
इस दवा के इस्तेमाल से कभी-कभी गंभीर साइड इफेक्ट होते हैं, फिर भी अगर आपको एलर्जिक रिएक्शन के लक्षण महसूस हों जिसमें चकत्ते पड़ना, चेहरे/नाक/गले में सूजन/खुजली, सिर चकराना और सांस लेने में दिक्कत होना आदि शामिल हैं तो मेडिकल सहायता जरूर लें।
सभी लोगों को ये सारे साइड इफेक्ट्स महसूस नहीं होते हैं। हालांकि आपको यहां कुछ साइड इफेक्ट्स के बारे में नहीं बताया गया है। अगर आपको इन साइड इफेक्ट्स को लेकर कोई चिंता है तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से संपर्क करें।
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अगर आप वर्तमान में कोई दवा ले रहें हैं तो इमीपेनेम उसके साथ इंटरैक्ट कर सकता है जिससे दवा का एक्शन प्रभावित होगा या फिर गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इस चीज को रोकने के लिए आप उन दवाओं (जिनमें प्रिस्क्रिप्शन ड्रग, नॉनप्रिस्क्रिप्शन ड्रग और हर्बल प्रोडक्ट शामिल हैं) की लिस्ट रखें और उन्हें डॉक्टर या फार्मासिस्ट के साथ शेयर करें। सुरक्षा के लिहाज से आप बिना डॉक्टर के सहमति के ना तो कोई दवा अपने से शुरू करें, ना ही बंद करें और ना ही उसकी खुराक को बदलें।
कुछ प्रोडक्ट इस दवा के साथ इंटरैक्ट कर सकते हैं जैसे गैंसिइक्लोवीर, दूसरे एंटीबायोटिक, डाईवैलप्रोएट/वैलप्रोइक एसिड।
हालांकि, अधिकांश एंटीबायोटिक दवाओं की गोलियां हाॅर्मोनल बर्थ कंट्रोल को प्रभावित नहीं करते हैं। कुछ एंटीबायोटिक्स (जैसे रिफैम्पिन, रिफैबूटिन) उनकी प्रभावशीलता को कम कर सकते हैं। इससे गर्भधारण हो सकता है। यदि आप हार्मोनल बर्थ कंट्रोल का उपयोग करते हैं, तो अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से पूछें।
भोजन या एल्कोहॉल के साथ यह दवा इंटरैक्ट कर सकती है। इससे दवा का एक्शन प्रभावित हो सकता है या आपकी स्थिति और अधिक खराब हो सकती है। इसलिए भोजन या एल्कोहॉल के साथ इस दवा को लेने से पहले आप डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
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इमीपेनेम (Imipenem) के इस्तेमाल से आपके स्वास्थ्य पर किस तरह का प्रभाव पड़ सकता है?
इमीपेनेम आपकी स्वास्थ्य स्थिति के साथ इंटरैक्ट कर सकता है। इससे साइड इफेक्ट्स होने का खतरा बढ़ सकता है या दवा का एक्शन प्रभावित हो सकता है। इसलिए अपने मौजूदा स्वास्थ्य स्थिति के बारे में अपने डॉक्टर को जरूर बताएं।
नीचे दी गई जानकारी किसी चिकित्सक की सलाह नहीं है। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सक या फार्मासिस्ट से संपर्क करें।
इमीपेनेम की डोज :
यह इंजेक्शन 250, 500 और 750 mg की स्ट्रेंथ में उपलब्ध होता है। अगर बीमारी की जांच में यह प्रूफ हो जाता है कि संक्रमण किसी बैक्टीरिया द्वारा ही हुआ है तो इमिपेनेम 500 mg का इंजेक्शन हर 6 घंटे में अंतराल पर डॉक्टर द्वारा दिया जाता है।
इस इंजेक्शन का उपयोग डॉक्टर के निर्देश के अनुसार और किसी मेडिकल एक्सपर्ट की देख-रेख में करें।
इमीपेनेम निम्नलिखित खुराक और क्षमता में उपलब्ध है;
इमरजेंसी या ओवरडोज की स्थिति में अपने लोकल इमरजेंसी सर्विस को कॉल करें या अपने नजदीकी इमरजेंसी वार्ड में जाएं।
हैलो हेल्थ ग्रुप चिकित्सक सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है।
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