के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
मेल फर्न एक सदाबहार फर्न है। इसका वानस्पतिक नाम Dryopteris Filix Mas है। यह Dryopterydaceae प्रजाति से संबंधित है। इसकी पत्तियों, जड़ और जमीन से ऊपर के हिस्से का प्रयोग दवाओं में किया जाता है। इसमें एंटी-ऑक्सिडेंट और एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो कई तरह से हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। आमतौर पर इसका प्रयोग टैपवार्म के इलाज के लिए किया जाता है। इसका इस्तेमाल बिना डॉक्टर की परामर्श के न करें क्योंकिन इसमें कोई जहरीले पदार्थ भी होते हैं जिससे इंसान की जान जा सकती है। जहरीले पदार्थों से भरपूर होने के बावजूद इसकी पत्तियों और जमीन के ऊपर उगने वाले हिस्से का इस्तेमाल पौराणिक समय से कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जा रहा है। कुछ पशु चिकित्सक जानवरों में कीड़े के इलाज के लिए भी इसका प्रयोग करते हैं।
उपरोक्त बताई गई परेशानियों के अलावा भी कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के लिए मेल फर्न का उपयोग किया जाता है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से कंसल्ट करें।
मेल फर्न कैसे काम करता है इसके बारे में कोई वैज्ञानिक जानकारी नहीं है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से कंसल्ट करें। हालांकि, कुछ शोध बताते हैं कि इसमें कुछ ऐसे केमिकल होते हैं, जो पेट के कीड़ों का मारने का काम करता है। एक बार कीड़े मर जाएं, इसके बाद नमक वाला पानी पीना चाहिए। इससे वो शरीर के बाहर हो जाते हैं। कई शोध के अनुसार, इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लमेटरी, एंटीवायरल, एस्ट्रिंजेंट गुण होते हैं। बाहरी रूप से इसकी जड़ का उपयोग फोड़े और घावों के उपचार में किया जाता है।
दवा के तौर पर मेल फर्न को लेना सुरक्षित है, लेकिन निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें:
अन्य दवाइयों के मुकाबले औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नही हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। मेल फर्न का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
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ये लोग बरतें खास सावधानी:
यूं तो मेल फर्न सभी के लिए सुरक्षित है, लेकिन कई लोगों में इसके सेवन से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं:
हालांकि, हर किसी को ये साइड इफेक्ट हों, ऐसा जरूरी नहीं है। कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हों या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं, तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
मेल फर्न को कितनी मात्रा में लिया जाए, इसकी कोई वैज्ञानिक जानकारी नहीं है। आमतौर पर डॉक्टर इसकी पांच से आठ ग्राम की अलग-अलग डोज देते हैं। खुद से अपनी खुराक निर्धारित करने की गलती न करें। इसके परिणाम तकलीफदेह हो सकते हैं। अपने डॉक्टर और हर्बलिस्ट की सलाह के बाद ही इसका सेवन करें।
यहां दी हुई जानकारियों का इस्तेमाल डॉक्टरी सलाह के विकल्प के रूप में न करें। डॉक्टर या हर्बलिस्ट की राय के बिना इस हर्ब का इस्तेमाल नहीं करें।
मेल फर्न निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:
हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की मेडिकल सलाह, निदान या सारवार नहीं देता है, न ही इसके लिए जिम्मेदार है।
हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में इस हर्बल से जुड़ी ज्यादातर जानकारियां देने की कोशिश की है, जो आपके काफी काम आ सकती हैं। अगर आपको ऊपर बताई गई कोई सी भी शारीरिक समस्या है तो इस हर्ब का इस्तेमाल आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। बस इस बात का ध्यान रखें कि हर हर्ब सुरक्षित नहीं होती। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से कंसल्ट करें तभी इसका इस्तेमाल करें। मेल फर्न से जुड़ी यदि आप अन्य जानकारी चाहते हैं तो आप हमसे कमेंट कर पूछ सकते हैं।
डिस्क्लेमर
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