के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
एसिटामिनोफेन दर्द निवारक और बुखार को कम करता है। क्लोरफेनिरअमीन एंटीहिस्टामाइन है, जो शरीर में मौजूद प्राकृतिक कैमिकल हिस्टामाइन के असर को कम करता है। हिस्टामाइन नाक बहना, छींकना और नेत्रों में खुजली जैसे एलर्जिक राइनाइटिस लक्षणों के रूप में प्रकट होता है। स्यूडोएफीड्रिन एक डिकंजेस्टेन्ट है, जो नाक के मार्ग में ब्लड वैसल्स को सिकोड़ता है। बता दें फैली हुई ब्लड वैसल्स नेजल कंजेशन (nasal congestion) का कारण बनती हैं।
एसेटअमीनोफेन, क्लोरफेनिरअमीन और स्यूडोएफिड्रिन को एक साथ दवा के तौर पर सिर दर्द, फीवर, शरीर में दर्द, नाक बहना, छींक, खुजली, आंखों में पानी, साइनस कंजेशन के इलाज के लिए किया जाता है। इन तीनों दवा का प्रयोग इन बीमारियों से अलग दूसरी परेशानियों के लिए भी रिकमेंड किया जाता है।
इस दवा को ठीक उस तरह लें जैसे आपके चिकित्सक ने इसे आपके लिए निर्धारित किया है। इसकी डोज में खुद से कोई बदलाव न करें। आमतौर पर इस दवा को कुछ दिनों के लिए दिया जाता है। ज्यादा लंबे समय तक इस दवा को नहीं लेना चाहिए। इस दवा की ओवरडोज होने पर कई घातक परिणाम हो सकते हैं। इसे लेते समय अच्छी तरह से चबाएं। आप इस लिक्विड को अच्छी तरह मापें।
दवा की खुराक आपकी स्वास्थ्य स्थिति और उपचार की प्रक्रिया पर तय की जा सकती है। मार्केट में इस दवा के अलग-अलग ब्रांड हो सकते हैं, जिनके इस्तेमाल के निर्देश भी अलग हो सकते हैं। इसलिए, इस्तेमाल करने से पहले दवा के लेबल पर लिखे गए निर्देशों को अच्छे से पढ़ें। दवा का बेहतर प्रभाव पाने के लिए हर दिन एक निश्चित समय पर ही दवा की खुराक लें।
एसिटामिनोफेन+क्लोरफेनिरामिन+स्यूडोएफीड्रीन को हमेशा कमरे के साधारण तापमान पर ही स्टोर करें। इसे धूप या नमी में आने से बचाकर रखना चाहिए। दवा को कभी भी बाथरूम या ठंडी जगह में न रखें। दवा को स्टोर करने से पहले दवा के पैक पर लिखे गए दिश-निर्देशों को अच्छे से पढ़ें। साथ ही इसकी अधिक जानकारी के लिए आपने डॉक्टर से बात करें। सुरक्षा के लिहाज से आपको इसे बच्चों और जानवरों की पहुंच से दूर रखना चाहिए।
अगर दवा के इस्तेमाल से आपके सेहत में कोई सुधार होता है या स्थिति और ज्यादा बिगड़ जाती है तो इसकी जानकारी तुरंत अपने डॉक्टर को दें।
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अगर आपको निम्नलिखित परेशानियों में से कोई दिक्कत है तो इसकी जानकारी अपने डॉक्टर को दें।
इस बारे में परयाप्त जानकारी नहीं है कि प्रेग्नेंसी में इस दवा का सेवन करना सुरक्षित है या नहीं लेकिन बच्चे और खुद की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए इसका इस्तेमाल न करें। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान भी इस दवा का सेवन न करें, क्योंकि इससे दवा दूध के साथ मिलकर बच्चों तक पहुंच सकती है जो उसको नुकसान पहुंचा सकती है।
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अगर आफको एलर्जी रिएक्शन जैसे हाइव्स, सांस लेने में दिक्कत, मुंह, होठों, जीभ और गले में सूजन आदि की दिक्कत है तो बिना देरी करें डॉक्टर से कंसल्ट करें। बहुत कम बार एसेटअमीनोफेन से स्किन रिएक्शन हो सकते हैं। ऐसा तब भी हो सकता है जब आपको पूर्व में इस दवा से कोई रिएक्शन न हुआ हो। अगर आपको स्किन पर लाली, रैशेज या स्किन उतरना जैसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत दवा का सेवन करना छोड़ दें।
निम्नलिखित स्थितियों में दवा का सेवन छोड़ देना चाहिए:
अगर आप डिप्रेशन की दवा जैसे आइसोकार्बोक्साइड, फेनेलजिन और ट्रैनलिसीप्रोमाइन या फिर पार्किंसंस रोग की दवा को पिछले 14 दिनों में लिया है तो एसिटामिनोफेन+क्लोरफेनिरअमीन+स्यूडोएफिड्रिन न लें। इससे आपका ब्लड प्रेशर काफी ज्यादा बढ़ सकता है।
निम्नलिखित दवाओं में से किसी के साथ इसका उपयोग करने की सलाह नहीं दी जाती है लेकिन कुछ मामलों में इन दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन, इसे अपने डॉक्टर की देखरेख में ही इस्तेमाल करें।
इससे कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। यहां तक कि इससे लिवर डैमेज होने का खतरा रहता है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श लें। कुछ मामलों में इसके परिणाम खतरनाक साबित हो सकते हैं।
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यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प न मानें। किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
इसकी खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और अन्य कई चीजों पर निर्भर करती है। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए डॉक्टर से चर्चा करें।
दवा की डोज मिस हो जाती है, तो जल्द से जल्द इसे लें। हालांकि, यदि आपका अगली खुराक का समय नजदीक आ गया है, तो भूले हुए डोज को न खाएं। पहले से तय नियमित डोज को लें। एक बार में दो खुराक न खाएं।
इसके ओवरडोज से शुरुआती लक्षण भूख न लगना, उल्टी, जी मिचलाना, पेट में दर्द, पसीने आना, कमजोरी होना आदि है। इसके बाद ऊफरी पेट में दर्द, गाढ़ा यूरीन, स्किन का पीला होना जैसे लक्षण नजर आते हैं। ओवरडोज होने पर अपनी स्थानीय आपातकीलन सेवा या नजदीकी अस्पताल से संपर्क करें।
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