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Chromium: क्रोमियम क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Sunil Kumar द्वारा लिखित · अपडेटेड 03/09/2020

    Chromium: क्रोमियम क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

    परिचय

    क्रोमियम (Chromium) क्या है?

    क्रोमियम एक खनिज पदार्थ है। इसे एसेंशियल ट्रेस एलिमेंट (essential trace element) कहा जाता है, क्योंकि मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद ही कम मात्रा में इसकी आवश्यकता है। क्रोमियम के दो रूप होते हैं, पहले ट्रिवेलेंट क्रोमियम (Trivalent chromium) और दूसरा हेस्कावेलेंट क्रोमियम (Hescavelant Chromium)। पहला भोजन और सप्लिमेंट्स में पाया जाता है, जो मनुष्यों के लिए सुरक्षित है। दूसरा विष के नाम से जाना जाता है, जो त्वचा की समस्या और फेफड़ों के कैंसर का कारण बन सकता है।

    उपयोग

    क्रोमियम (Chromium) का इस्तेमाल किस लिए किया जाता है?

    मौखिक रूप से इसका इस्तेमाल प्रीडायबिटीज के लोगों, टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों में ब्लड शुगर कंट्रोल में सुधार करने और स्टेरॉयड्स और एचआईवी के इलाज से ब्लड शुगर के हाई होने पर भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।

    जो लोग दिल की समस्याओं में ली जाने वाली बीटा- ब्लॉकर्स दवाइयां (beta blockers) ले रहे हैं, उनमें डिप्रेशन, टर्नर सिंड्रोम (Turner syndrome), पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS), बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करने, अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही मोटापे, मेटाबॉलिक सिंड्रोम (metabolic syndrome), हार्ट अटैक, पागलपन की समस्या, बिपोलर की समस्या (bipolar disorder), किसी भी कंप्टिशन की तैयारी से पहले अत्यधिक कैलोरी लेने की समस्या और रिएक्टिव हाइपोग्लायसेमिया (reactive hypoglycemia) खाने के बाद ब्लड शुगर का खतरनाक लेवल पर पहुंचने की समस्या में इसका इस्तेमाल होता है।

    कुछ लोग वजन घटाने, मसल्स बनाने और मोटापा कम करने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। एथलेटिक परफॉर्मेंस को बढ़ाने, एनर्जी बढ़ाने और घटती याद्दाश्त और बुजुर्गों में सोचने की क्षमता, जो उनकी उम्र से सामान्य से नीचे चली जाती है, उसे बढ़ाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।

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    मैं क्रोमियम (Chromium) को कैसे स्टोर करूं?

    इस दवा को स्टोर करने का सबसे बेहतर तरीका है इसे कमरे के तापमान पर रखना। इसे सूर्य की सीधी किरणों और नमी से दूर रखें। दवा को खराब होने से बचाने के लिए आपको इसको बाथरूम या फ्रीजर में नहीं रखना है। क्रोमियम के अलग-अलग ब्रांड्स को अलग तरीकों से स्टोर किया जाता है। इसे रखने से पहले सबसे बेहतर होगा कि आप दवा के पैकेज पर छपे निर्देशों को पढ़ लें या फार्मासिस्ट से पूछें। सुरक्षा की दृष्टि से सभी दवाइयों को अपने बच्चों और पेट्स से दूर रखें। जब तक कहा न जाए तब तक सुरक्षा की दृष्टि से आपको क्रोमियम को टॉयलेट या नाली में नहीं बहाना है। आवश्यकता न रहने या एक्सपायरी की स्थिति में दवा का समुचित तरीके से निस्तारण जरूरी है। सुरक्षित तरीके से इसका निस्तारण करने के लिए अपने फार्मासिस्ट से सलाह लें।

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    क्रोमियम (Chromium) से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?

    मौखिक रूप से ज्यादातर अडल्ट्स में चिकित्सा मात्रा में और कम अवधि तक इसका सेवन सुरक्षित माना जाता है। छह महीने तक 100 mcg इसका इस्तेमाल सुरक्षित रूप से किया जा चुका है। हालांकि, इस डोज का लंबी अवधि तक भी लेना अडल्ट्स के लिए संभवतः सुरक्षित माना जाता है। दो साल तक कई अध्ययनों में 200-1000 mcg इसका सेवन सुरक्षित माना गया है। कुछ लोगों को जलन, सिर दर्द, चक्कर आना, उबकाई, मूड में बदलाव, सोचने, निर्णय लेने और कॉर्डिनेशन में समस्या जैसे साइड इफेक्ट्स महसूस हुए हैं। अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से गंभीर साइड इफेक्ट्स जैसे लिवर या किडनी खराब होना, ब्लड की समस्या और अन्य दिक्कतें हो सकती हैं।

    विशेष सावधानियां और चेतावनी

    • प्रेग्नेंसी: मौखिक रूप से उपयुक्त मात्रा में प्रेग्नेंसी के दौरान इसका सेवन संभवतः सुरक्षित माना जाता है।
    • 14-18 वर्ष तक के उम्र के लोगों के लिए 29 mcg क्रोमियम उपयुक्त है। वहीं, 19-50 वर्ष की गर्भवती महिलाओं के लिए 30 mcg क्रोमियम रोजाना उपयुक्त है। उपयुक्त मात्रा से अधिक प्रेग्नेंसी के दौरान इसका सेवन संभवतः सुरक्षित हो सकता है। हालांकि, जब तक डॉक्टर क्रोमियम लेने की सलाह न दे तब तक महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
    • ब्रेस्टफीडिंग: ब्रेस्टफीडिंग के दौरान उपयुक्त मात्रा में इसका सेवन करना संभवतः सुरक्षित हो सकता है। ब्रेस्टफीडिंग कराने 19-50 वर्ष की उम्र की महिलाओं के लिए यह 45 mcg प्रतिदिन है। दूसरी तरफ प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान इसकी अधिक मात्रा का सेवन करना सुरक्षित है या नहीं। सुरक्षा की दृष्टि से इसका सेवन करने से बचें।
    • बच्चों: उपयुक्त मात्रा में इसका सेवन करना सुरक्षित है। छह महीने तक के नवजात शिशु के लिए क्रोमियम की उपयुक्त मात्रा प्रतिदिन 0.2 mcg प्रतिदिन, सात से 12 महीने के लिए 5.5 mcg है। एक से 13 वर्ष तक के बच्चों के लिए यह 11 mcg, चार से आठ वर्ष के लिए 15 mcg है। नौ से 13 साल की उम्र के लड़कों के लिए क्रोमियम की उपयुक्त मात्रा 21 mcg है। 14-18 की उम्र के लड़कों के लिए यह मात्रा 24 mcg है।
    • क्रोमेट/ लेदर कॉन्टैक्ट एलर्जी: क्रोमियम सप्लिमेंट्स उन लोगों में एलर्जिक रिएक्शन दिखा सकता है, जिन्हें कोमरेट या लेदर कॉन्टैक्ट एलर्जी है। इसमें लालिम पड़ना, सूजन और त्वचा पर दरारें पड़ना जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं।
    • डायबिटीज: ब्लड शुगर की दवाइयों के साथ क्रोमियम का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल अत्यधिक कम हो सकता है। यदि आपको डायबिटीज है तो सावधानीपूर्वक क्रोमियम का इस्तेमाल करें और अपने ब्लड शुगर लेवल को मॉनीटर करें। आपकी डायबिटीज की दवाइयों के डोज में फेरबदल की आवश्यकता पड़ सकती है।
    • गुर्दे की बीमारी: ऐसे तीन मामले सामने आए हैं, जिन मरीजों ने क्रोमियम पिकालिनेट (chromium picolinate) का सेवन किया था। यदि आपको पहले से ही गुर्दे की बीमारी है तो क्रोमियम सप्लिमेंट्स का सेवन न करें।
    • लिवर की बीमारी: क्रोमियम पिकालिनेट (chromium picolinate) का सेवन करने से लिवर खराब होने के तीन मामले सामने आ चुके हैं। यदि आपको पहले से ही लिवर की समस्या है तो क्रोमियम पिकालिनेट का इस्तेमाल ना करें।

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    रिएक्शन

    कौन-सी दवाइयां क्रोमियम (Chromium) के साथ रिएक्शन कर सकती हैं?

    क्रोमियम ब्लड शुगर को कम कर सकता है। इंसुलिन का इस्तेमाल भी ब्लड शुगर को कम करने के लिए होता है। दोनों एक साथ सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल और नीचे गिर सकता है। अपने ब्लड शुगर को मॉनीटर करें। आपके इंसुलिन के डोज में बदलाव की जरूरत पड़ सकती है।

     लेवोथायरोक्सिन (सिंथ्रॉयड) Levothyroxine (Synthroid):  लेवोथायरोक्सिन का क्रोमियम के साथ सेवन करने से बॉडी की लेवोथायरोक्सिन को सोखने की क्षमता कम हो जाएगी। इससे इसकी प्रभाविकता कम हो सकती है। इस रिक्शन से बचने के लिए आपको लेवोथायरोक्सिन का सेवन 30 मिनट पहले करने चाहिए या क्रोमियम लेने के 3-4 घंटे बाद इसका सेवन करें।

    नॉनस्टेरॉयडल एंटी-इनफ्लेमेटरी ड्रग्स (Nonsteroidal anti-inflammatory drugs)

    इन दवाइयों का इस्तेमाल सूजन और दर्द को कम करने के लिए किया जाता है। यह दवाइयां बॉडी में क्रोमियम के स्तर को बढ़ा सकती हैं, जिससे गंभीर साइड इफेक्ट्स का खतरा बढ़ सकता है। इससे बचने के लिए एक ही समय में दोनों का सेवन न करें।

    निम्नलिखित दवाइयों के साथ क्रोमिमय का सेवन न करें:

    • ब्रूफेन (एडविल, मोर्टिन, नुप्रिन, अन्य) ibuprofen (Advil, Motrin, Nuprin, others)
    • इंडोमेथेसिन (इंडोसिन) indomethacin (Indocin)
    • नेप्रोक्सेन (एलेव, एनाप्रोक्स, नाप्रेलन, नेप्रोसायन) naproxen (Aleve, Anaprox, Naprelan, Naprosyn)
    • पिरोक्सिकेम (फेल्डेन) piroxicam (Feldene)
    • एस्पिरिन (aspirin)
    • अन्य दवाइयां

    क्रोमियम (Chromium) का सामान्य डोज क्या है?

    • मौजूदा समय में डायट्री सप्लिमेंट्स के तौर पर महिलाओं और पुरुषों के लिए क्रमश: 25, 35 mcg प्रतिदिन क्रोमियम के डोज को स्वीकार किया गया है। नौ महीने तक क्लिनिकल ट्रायल्स में क्रोमियम क्लोराइड 50-600 mcg, क्रोमियम निकोटिनेट 200-800 mcg प्रतिदिन, क्रोमियम पिकोलिनेट 60-1000 mch प्रतिदिन इस्तेमाल किया गया है। हाई डोज में जीनोटॉक्सिक प्रभाव (genotoxic effects) हो सकते हैं, जो डीएनए में कोशिकाओं को क्षति पहुंचती है।
    • डायबिटीज में क्रोमियम का डोज: टाइप-2 से पीड़ित लोगों के लिए प्रतिदिन 200-1000 mcg या दो खंडों में विभाजित डोज का इस्तेमाल किया गया है। इसके अतिरिक्त, प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली डायबिटीज में 4-8 mcg/kg क्रोमियम पिकोलिनेट का आठ हफ्तों तक इस्तेमाल किया गया है। कोर्टिकोस्टेरॉयड दवाइयों की वजह से हाई ब्लड शुगर की समस्या से पीढ़ित लोगों में 400 mcg क्रोमियम दिन में एक बार या 200 mcg दिन में तीन बार इस्तेमाल किया गया है।
    • कोलेस्ट्रॉल या अन्य फैट का लेवल अधिक होने पर: 50-250 mcg क्रोमियम क्लोराइड या क्रोमियम पिकोलिनेट या शराब बनाने वाले सुराभांड (यीस्ट) जिसमें 15-48 mcg क्रोमियम होती है, इसका इस्तेमाल हफ्ते में 5-7 दिनों तक 16 महीनों तक किया गया है। 200 mcg क्रोमियम पॉलिनिकोटिनेट (polynicotinate) को 100 mg ग्रेप सीड एक्सट्रैक्ट का दो महीने तक दिन में दो बार इस्तेमाल किया गया है। विशेष सप्लिमेंट (कोलेनोन) (Colenon) के एक या दो कैप्सूल, जिनमें 240 mg किटोसन (chitosan), 55 mg ग्रेकिनिया केम्बोगिया एक्सट्रैक्ट और 19 mg क्रोमियम का प्रतिदिन चार हफ्तों तक इस्तेमाल किया गया है।
    • बच्चों के लिए: बच्चों में क्रोमियम की अधिक मात्रा का सेवन करना सुरक्षित है या नहीं, इस संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नही है। हालांकि बच्चों के लिए इसके उपयुक्त डोज के बारे में जानकारी दी जा चुकी है।

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    क्रोमियम (Chromium) किन रूपों में उपलब्ध है?

    यह दवा निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:

    • क्रोमियम टैबलैट
    • लिक्विड
    • पाउडर

    ओवरडोज या आपात स्थिति में मुझे क्या करना चाहिए?

    आपात या ओवरडोज की स्थिति में तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर या आपातकालीन सेवा से संपर्क करें।

    क्रोमियम (Chromium) का डोज मिस हो जाए तो क्या करूं?

    यदि आपसे क्रोमियम का डोज मिस हो जाता है तो जल्द से जल्द इसे लें। हालांकि, यदि आपका अगली खुराक का समय नजदीक आ गया है तो भूले हुए डोज को न खाएं। पहले से तय नियमित डोज को लें। एक बार में दो खुराक न खाएं।

    डिस्क्लेमर

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