वजन कम करने के लिए लोग बहुत से उपाय करते हैं। कोई खाना कम कर देता है, तो कोई दवाएं खाता है। लोग डायट में परिवर्तन के साथ ही एक्सरसाइज और सप्लिमेंट्स का सहारा भी लेते हैं। वजन कम करने के रास्पबेरी कीटोंस (Raspberry Ketones) को भी कारगर माना जाता है। रास्पबेरी कीटोंस, रेड रास्पबेरी, कीवी फ्रूट, अंगूर, सेब, जामुन, पाइन पेड़ों की छाल आदि से प्राप्त होने वाला केमिकल है। रास्पबेरी कीटोंस (Raspberry Ketones) का इस्तेमाल फैट बर्न करने के लिए किया जाता है। ये फैट बर्नर कैमिकल साल 2012 में फेमस हुआ था। इसे फैट बर्न की दवा के रूप में भी जाना जाता है। भले ही ये फैट बर्न कैमिकल माना जाता हो लेकिन इस बात का कोई भी साइंटिफिक प्रूव नहीं है कि वजन कम करने में ये कैमिकम मदद करता है। रास्पबेरी कीटोंस का इस्तेमाल हेयर लॉस की समस्या में, फूड और कॉस्मेटिक में फ्लेवरिंग एजेंट के रूप में किया जाता है। जानवरों में किए गए प्रयोग में ये बात सामने आई है कि रास्पबेरी कीटोंस मेटाबॉलिज्म रेट को बढ़ाने का काम करते हैं, जिससे तेजी से फैट बर्न होने लगता है। फैट बर्न होने से शरीर का वजन भी कम होने लगता है। इस बात का कोई भी साइंटिफिक एविडेंस नहीं है कि मनुष्यों में भी रास्पबेरी कीटोन का ऐसा प्रभाव होता है। आज हम आपको रास्पबेरी कीटोंस के बारे में जानकारी देने जा रहै हैं। जानिए रास्पबेरी कीटोंस किस तरह से शरीर को फायदा पहुंचा सकती है।
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रास्पबेरी कीटोंस (Raspberry Ketones) क्या है?
रास्पबेरी का इस्तेमाल तो लोग सालों से करते आ रहे हैं लेकिन वजन कम करने के लिए रास्पबेरी कीटोंस हाल ही में लोगों के बीच पॉपुलर हुआ है। करीब 41 किलोग्राम रास्बेरी का इस्तेमाल करके रास्पबेरी कीटोंस का सिंगल डोज बनाया जाता है। एक किलो ग्राम रास्पबेरी में केवल एक से चार मिलीग्राम रास्पबेरी कीटोंस होता है। अब तो आप समझ ही गए होंगे कि रास्पबेरी कीटोंस को प्राकृतिक रूप से प्राप्त करना कितना मंहगा और कठिन काम है। सप्लिमेंट के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले रास्पबेरी कीटोंस को सिंथेटिकली बनाया जाता है, न कि प्राकृतिक तरीके। रास्पबेरी कीटोंस का सेवन फैट बर्न का काम करता है। रास्पबेरी कीटोंस का लो कार्ब डायट से कोई संबंध नहीं है।