डायबिटीज की बीमारी लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है। जो व्यक्ति हेल्दी फूड्स नहीं लेते हैं या फिर हेल्दी लाइफस्टाइल नहीं जीते हैं, उन्हें डायबिटीज की बीमारी का अधिक खतरा होता है। हेल्दी लाइफस्टाइल में एक्सरसाइज भी शामिल है, अगर डायबिटीज के पेशेंट रोजाना एक्सरसाइज करते हैं, तो इसका उनके स्वास्थ्य पर बेहतर असर पड़ता है। T2DM पेशेंट्स में एरोबिक एक्सरसाइज कैपेसिटी (Aerobic Exercise Capacity In T2DM Patients) के संबंध में कई स्टडी की जा चुकी हैं, जो एरोबिक एक्सरसाइज के असर के बारे में जानकारी देती है। स्टडी के दौरान T2D यानी कि टाइप 2 डायबिटीड के पेशेंट्स और 78 कंट्रोल सब्जेक्ट वाले कुल 247 एडल्ट्स को शामिल किया गया। जानिए T2DM पेशेंट्स में एरोबिक एक्सरसाइज कैपेसिटी (Aerobic Exercise Capacity In T2DM Patients) के बारे में इस आर्टिकल के माध्यम से।
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T2DM पेशेंट्स में एरोबिक एक्सरसाइज कैपेसिटी (Aerobic Exercise Capacity In T2DM Patients)
स्टडी के दौरान टाइप 2 डायबिटीज वाले पेशेंट में लेफ्ट कॉन्सेंट्रिक वेंट्रिकुलर रीमॉडेलिंग में वृद्धि (Concentric left ventricular remodeling) हुई वहीं मायोकार्डियल परफ्यूजन में कमी हुई। टाइप 2 डायबिटीज के पेशेंट्स में हार्ट फेलियर कॉमन और घातक कॉम्प्लिकेशन के रूप में सामने आया है। साथ ही टाइप 2 डायबिटीज वाले व्यक्ति में लेफ्ट वेंट्रिकुलर सिस्टोलिक, डायस्टोलिक डिसफंक्शन या कार्डियक रिमॉडलिंग के प्रसार की अधिक संभावना रहती है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने ऐसे व्यक्तियों को स्टेज B HF में क्लासीफाइड किया है और इस समूह में क्लीनिकल सिम्पटम्स विकसित होने का अधिक जोखिम होता है।
टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति में एरोबिक्स एक्सरसाइज कैपेसिटी कम होती है या फिर लिमिटेशन में होती है। ऐसा कार्डियोवस्कुलर डिजीज या हार्ट से संबंधित डिजीज के न होने पर भी हो सकता है।एरोबिक क्षमता को जांचने के लिए VO2 को गोल्डन स्टैंडर्ड मैथड माना जाता है। कार्डियोवस्कुल स्ट्रक्चर, फंक्शन और एरोबिक एक्सरसाइज के बीच संबंध, टाइप 2 डायबिटीज के पेशेंट में पूरी तरह से नहीं समझा जा सका है। टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति में एरोबिक एक्सरसाइज कैपेसिटी के निर्धारण में डायस्टोलिक फ़ंक्शन और कम MPR प्रमुख हैं
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T2DM पेशेंट्स में एरोबिक एक्सरसाइज कैपेसिटी: फायदेमंद है एरोबिक एक्सरसाइज
टाइप टू डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों के लिए एरोबिक एक्सरसाइज हेल्थ के लिए अच्छी मानी जाती है। स्विमिंग से लेकर रनिंग, सायकलिंग एंड और ब्रिक्स एक्सरसाइज आदि शामिल है। इस एक्सरसाइज को करने से जहां एक ओर वेट यानी कि वजन मेंटेन रहता है वहीं दूसरी ओर जिन लोगों को हाय कोलेस्ट्राल की समस्या होती है, उनका कोलेस्ट्रॉल भी मेंटेन रहता है। टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) के पेशेंट कोई भी एक्सरसाइज कर सकते हैं लेकिन आपको एक्सरसाइज का चयन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना भी जरूरी है। अगर आपको डायबिटीज के अलावा हार्ट संबंधी कोई बीमारी है या अन्य कोई कंडीशन है, तो बेहतर होगा कि किसी भी व्यायाम का चयन बिना डॉक्टर से पूछे ना करें।
सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) की मानें तो मधुमेह या फिर डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति अगर व्यायाम या एक्सरसाइज करता है, तो उसे बीमारी के लक्षणों से राहत मिलती है और साथ ही डायबिटीज के लक्षणों में सुधार भी होता है।
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वॉकिंग, रनिंग से भी कर सकते हैं शुरुआत
अगर आपने कभी भी एक्सरसाइज नहीं की है और आप डायबिटीज के पेशेंट हैं, तो आपको एरोबिक एक्सरसाइज करने से पहले बहुत ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है। क्योंकि एरोबिक एक्सरसाइज आसान होती है। अगर आपने कभी एक्सरसाइज नहीं करी है, तो आप रनिंग, वॉकिंग या साइकलिंग से भी शुरुआत कर सकते हैं। आप जब भी वॉकिंग की शुरुआत करें इस बात का ध्यान रखें कि आपने आरामदायक जूते पहने हो। अगर यह आरामदायक शूज नहीं पहनेंगे, तो आपको चलने में समस्या हो सकती है। पहले आप धीमे-धीमे चले और कुछ समय बाद अपनी चाल को बढ़ाएं। आप धीरे-धीरे रनिंग की ओर भी बढ़ सकते हैं। आपको एरोबिक एक्सरसाइज करने के कुछ ही समय बाद असर दिखने लगेगा। अगर आपको वॉक या रनिंग के दौरान किसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो आप इस बारे में डॉक्टर को जानकारी दें। T2DM पेशेंट्स में एरोबिक एक्सरसाइज कैपेसिटी (Aerobic Exercise Capacity In T2DM Patients) के बारे में चाहे, तो आप डॉक्टर से भी जानकारी ले सकते हैं।
घर में भी आप कर सकते हैं एक्सरसाइज
डायबिटीज के दौरान अगर आप एरोबिक एक्सरसाइज करना चाहते हैं और साथ ही घर से बाहर भी नहीं जाना चाहते हैं, तो आप घर में रहकर भी एक्सरसाइज कर सकते हैं। आप घर में डांसिंग के साथ यह स्विमिंग कर सकते हैं। अगर आपके घर में सीढ़ियां हैं, तो बेहतर होगा के दिन में कई बार सीढ़ियों से चढ़े और उतरे। यह भी एक प्रकार की अच्छी एक्सरसाइज है, जो कि आपका वजन कम करने में मदद कर सकती है। अगर आप चाहे तो डांसिंग क्लासेस भी ज्वाइन कर सकते हैं। यह भी आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। T2DM पेशेंट्स में एरोबिक एक्सरसाइज कैपेसिटी (Aerobic Exercise Capacity In T2DM Patients) के संबंध में हमने आपको यहां बताने की कोशिश की है। ये एक स्टडी या अध्ययन से संबंधित सब्जेक्ट है। आप इसके बारे में अधिक जानकारी डॉक्टर से ले सकते हैं।
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डायबिटीज की बीमारी में एक्सरसाइज के साथ ही खानपान का विशेष ख्याल रखने की जरूरत होती है। आपको खानपान में ऐसे फूड्स को शामिल करना चाहिए, जो अचानक से आपके ब्लड में शुगर के लेवल को ना बढ़ा सके। खाने में हेल्दी फूड्स जैसे कि फ्रेश फ्रूट्स, फ्रेश वेजिटेबल आदि को शामिल जरूर करें। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
इस आर्टिकल में हमने आपको T2DM पेशेंट्स में एरोबिक एक्सरसाइज कैपेसिटी (Aerobic Exercise Capacity In T2DM Patients) को लेकर की गई स्टडी के संबंध में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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