मेटफॉर्मिन (Metformin) का इस्तेमाल अकेले या अन्य दवाइयों के साथ टाइप 2 डायबिटीज के उपचार के लिए किया जाता है। यह दवा एक ड्रग क्लास से संबंधित है जिसे बायगूनाइड्स (Biguanides) कहा जाता है। इसके इस्तेमाल से फूड से एब्जॉर्ब ग्लूकोज और लिवर द्वारा बनाए गए ग्लूकोज की मात्रा कम होती है। इसके साथ ही इससे इंसुलिन के प्रति शरीर का रिस्पांस भी बढ़ता है। लेकिन, इस मेडिसिन का इस्तेमाल टाइप 1 डायबिटीज की स्थिति में नहीं किया जाता है। टाइप 2 डायबिटीज कई तरह की कॉग्निटिव इम्पेयरमेंट (cognitive impairment) से जोड़ा जाता है जैसे डिमेंशिया। आज हम बात करने वाले हैं मेटफॉर्मिन और डिमेंशिया के जोखिम (Metformin And Risk Of Dementia) के बारे में। मेटफॉर्मिन और डिमेंशिया के जोखिम (Metformin And Risk Of Dementia) से पहले डिमेंशिया किसे कहा जाता है, यह जान लेते हैं।
डिमेंशिया (Dementia) के बारे में पाएं पूरी जानकारी
डिमेंशिया वो टर्म है जिसका इस्तेमाल मेमोरी, थिंकिंग और सोशल एबिलिटीज को प्रभावित करने वाले लक्षणों के ग्रुप को डिस्क्राइब करने के लिए किया जाता है जो रोगी की डेली लाइफ को प्रभावित करते हैं। यह कोई खास बीमारी नहीं है, लेकिन कई बीमारियां मनोभ्रंश यानी डिमेंशिया का कारण बन सकती हैं। डिमेंशिया में आमतौर पर रोगी का मेमोरी लॉस होता है और इसके कई कारण हो सकते हैं। अल्जाइमर’स डिजीज बुजुर्गों में प्रोग्रेसिव डिमेंशिया का सबसे आम कारण है, लेकिन डिमेंशिया (Dementia) के कई अन्य कारण भी हैं। कारण के आधार पर, कुछ मनोभ्रंश के लक्षण रिवर्सिव हो सकते हैं। अब मेटफॉर्मिन और डिमेंशिया के जोखिम (Metformin And Risk Of Dementia) के बीच के लिंक से पहले डिमेंशिया के लक्षणों के बारे में जान लेते हैं।
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डिमेंशिया (Dementia) के क्या हैं लक्षण?
इस रोग के लक्षण इसके प्रकार पर निर्भर करते हैं, लेकिन इसके सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- मेमोरी प्रॉब्लम्स
- बार-बार एक ही सवाल पूछना
- शब्दों को समझने में समस्या होना
- अपरिचित वातावरण में कन्फ्यूज्ड महसूस करना
- मनी और नंबरों के साथ डील करने में समस्या होना
- एंग्जायटी
- काम को करने में समस्या होना
- मूड में बदलाव
- पर्सनालिटी और बिहेवियरल चेंजेज
- नींद में परेशानी होना
- सोशल अवेयरनेस में बदलाव
इसके अलावा इस स्थिति में अन्य लक्षण भी नजर आ सकते हैं। समय के साथ यह लक्षण गंभीर हो सकते हैं। यदि आपको या किसी प्रियजन को मेमोरी प्रॉब्लम्स या मनोभ्रंश के अन्य लक्षण हैं, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। कुछ ट्रीटेबल मेडिकल कंडिशंस, डिमेंशिया (Dementia) के लक्षण पैदा कर सकती हैं, इसलिए इसका कारण निर्धारित करना महत्वपूर्ण है। मेटफॉर्मिन और डिमेंशिया के जोखिम (Metformin And Risk Of Dementia) के बारे में जानने से पहले यह भी जान लेते हैं कि डायबिटीज और डिमेंशिया के बीच में क्या कनेक्शन है?
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डायबिटीज (Diabetes) और डिमेंशिया (Dementia) के बीच के लिंक को जानें
मेटफॉर्मिन और डिमेंशिया के जोखिम (Metformin And Risk Of Dementia) से पहले डायबिटीज और इस याददाश्त संबंधी समस्या के बारे में जानकारी होना जरूरी है। डिमेंशिया कई बीमारियों या इंजरीज के कारण हो सकती है। सामान्य रूप से यह समस्या न्यूरॉन्स के डिजनरेशन या शरीर के अन्य सिस्टम्स में डिसरप्टिव का परिणाम है, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं के कार्य को प्रभावित करते हैं। रिसर्च से यह बात साबित नहीं हुई है कि क्या डायबिटीज डिमेंशिया का कारण बन सकती है। लेकिन, साइंटिस्ट्स के अनुसार हाय ब्लड शुगर या इंसुलिन ब्रेन को इस तरह से नुकसान पहुंचा सकते हैं:
- इससे हार्ट डिजीज (Heart disease) और स्ट्रोक (Stroke) का जोखिम बढ़ता है, जिससे ब्रेन में ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंच सकता है।
- डायबिटीज ब्रेन में खास केमिकल्स के इम्बैलेंस का कारण बन सकती है।
- मधुमेह शरीर में क्रॉनिक इंफ्लेमेशन का कारण हो सकती है, जिससे समय के साथ ब्रेन डैमेज हो सकता है।
- रिसर्च यह भी बताती है कि अल्जाइमर’स डिजीज और हाय ब्लड शुगर लेवल्स के बीच में रिलेशन है।
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हाय ब्लड शुगर लेवल (High blood sugar level) वाले लोगों में बीटा-एमिलॉइड (Beta-amyloid) में पर्याप्त वृद्धि दिखती है। यह एक प्रोटीन है, जो मस्तिष्क में कोशिकाओं के लिए टॉक्सिक है। ऐसा पाया गया है कि बीटा-एमिलॉइड प्रोटीन के क्लंप्स लोगों के दिमाग में बनते हैं। डायबिटीज से पीड़ित लोगों में अक्सर कोर्बिडीटीज (Comorbidities) यानी अन्य कंडिशंस भी होती हैं जो मनोभ्रंश यानि डिमेंशिया के विकास में में भी भूमिका निभा सकती हैं। डिमेंशिया के अन्य रिस्क फैक्टर्स में शामिल हैं:
- हायपरटेंशन (Hypertension)
- मोटापा (Obesity)
- फिजिकल एक्टिविटी में कमी (Lack of physical activity)
- स्मोकिंग (Smoking)
- डिप्रेशन (Depression)
अब जान लेते हैं मेटफॉर्मिन और डिमेंशिया के जोखिम (Metformin And Risk Of Dementia) के बारे में
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मेटफॉर्मिन और डिमेंशिया के जोखिम (Metformin And Risk Of Dementia) : पाएं इस बारे में पूरी जानकारी
अभी रिसर्च से यह बात पूरी तरह से साबित नहीं हुई है कि मेटफोर्मिन लेने से मेमोरी प्रॉब्लम्स का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए, इसका कोई स्पष्ट उत्तर नहीं है। हालांकि अधिकतर डॉक्टर इस दवा की सलाह टाइप 2 डायबिटीज के प्राथमिक उपचार में देते हैं। ऐसे माना जाता है कि जिस वजह से मेमोरी प्रॉब्लम्स हो सकती हैं, वो मेटफोर्मिन नहीं बल्कि अंडरलायिंग इलनेस यानी डायबिटीज है। डायबिटीज के मेंटल हेल्थ इफेक्ट्स माइल्ड कॉग्निटिव इम्पेयरमेंट से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। ऐसे में यह माना जाता है कि मेटफॉर्मिन और डिमेंशिया के जोखिम (Metformin And Risk Of Dementia) के बीच में कोई लिंक नहीं है। लेकिन, टाइप 2 डायबिटीज इस समस्या का कारण बन सकती है।
संक्षेप में कहा जाए तो मेटफॉर्मिन, मेमोरी प्रॉब्लम्स (Memory problems) में कैसे कारण बन सकती है, इस पर निर्णायक उत्तर प्राप्त करने के लिए अभी अधिक रिसर्च की आवश्यकता है, हालांकि, अंडरलायिंग कंडिशन जिसका मेटफॉर्मिन इलाज करती है – यानी टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) – निश्चित रूप से कम कॉग्निटिव फंक्शन और मेमोरी इश्यूज का कारण बन सकती है। यह तो थी मेटफॉर्मिन और डिमेंशिया के जोखिम (Metformin And Risk Of Dementia) के बारे में जानकारी। अभी रिसर्च से यह बात पूरी तरह से साबित नहीं हुई है कि मेटफोर्मिन मेमोरी प्रॉब्लम्स का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए, इसका कोई स्पष्ट उत्तर नहीं है। हालांकि अधिकतर डॉक्टर इस दवा की सलाह टाइप 2 डायबिटीज के उपचार में देते हैं। ऐसे माना जाता है कि जिस वजह से मेमोरी प्रॉब्लम्स हो सकती हैं वो मेटफोर्मिन नहीं बल्कि डायबिटीज है।
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डायबिटीज के मेंटल हेल्थ इफेक्ट्स माइल्ड कॉग्निटिव इम्पेयरमेंट से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। ऐसे में यह भी माना जाता है कि मेटफॉर्मिन और डिमेंशिया के जोखिम (Metformin And Risk Of Dementia) के बीच में कोई लिंक नहीं है। लेकिन, टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) इस समस्या का कारण बन सकती है। यह तो थी मेटफॉर्मिन और डिमेंशिया के जोखिम के बारे में जानकारी। अब जानते हैं कि अधिक देर तक मेटफोर्मिन का इस्तेमाल करने से क्या समस्याएं हो सकती हैं?
लॉन्ग-टर्म मेटफोर्मिन को लेने का क्या परिणाम हो सकते हैं?
जैसा कि पहले ही बताया गया है कि इस दवा की सलाह डायबिटीज की स्थिति में दी जाती है। लेकिन, अधिक समय तक इसको लेने के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं जैसे:
- गैस (Gas)
- पेट में दर्द (Stomach pain)
- जी मिचलाना (Nausea)
- उल्टी होना (Vomiting)
- डायरिया (Diarrhea)
- हार्टबर्न (Heartburn)
- वजन का कम होना (Weight loss)
- सिरदर्द (Headache)
- मुंह में अनप्लेजेंट मेटालिक टेस्ट आना (Unpleasant metallic taste in mouth)
यह कुछ सामान्य साइड इफेक्ट्स हैं, जो कुछ ही दिनों या हफ्तों में ठीक हो जाते हैं खासतौर पर अगर यह माइल्ड हों। लेकिन, इसके गंभीर साइड-इफेक्ट्स की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूरी है। यह गंभीर साइड-इफेक्ट्स इस प्रकार हैं:
- लैक्टिक एसिडोसिस (Lactic acidosis)
- लो ब्लड शुगर (Low blood sugar)
- एनीमिया (Anemia)
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उम्मीद है कि मेटफॉर्मिन और डिमेंशिया के जोखिम (Metformin And Risk Of Dementia) के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी, जिसकी सलाह टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) की स्थिति में दी जाती है। डायबिटीज की स्थिति में रोगी के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाना भी जरूरी है, जैसे सही आहार का सेवन करना, नियमित व्यायाम, तनाव से बचाव, बुरी आदतों से बचाव आदि। इसके साथ ही रोगी के लिए नियमित ब्लड शुगर की जांच कराना और डॉक्टर की सलाह का पालन करना भी आवश्यक है। अगर आपके मन में इस बारे में कोई भी सवाल है तो डॉक्टर से इस बारे में अवश्य जानें।
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