एवोकैडो को हेल्दी फैट का अच्छा श्रोत माना जाता है। वहीं इसमें मौजूद 20 अलग-अलग तरह के विटामिन और मिनिरल, पोटैशियम (Potassium) एवं बीटा-कैरोटीन (Beta-carotene) डायबिटीज मरीजों के लिए लाभकारी होता है। इसके अलावा एवोकैडो में मौजूद फाइबर की उच्च मात्रा डायबिटीज के खतरे को कम करने में भी सहायक माना गया है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज के 64 मरीजों को नियमित रूप से एवोकैडो का सेवन करवाया गया। कुछ दिनों में देखा गया कि फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल (Fasting Blood sugar level), कोलेस्ट्रॉल लेवल (Cholesterol levels) एवं ब्लड प्रेशर लेवल (Blood pressure level) कंट्रोल में रखने में मदद मिली। हालांकि रिसर्च रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि एवोकैडो के सेवन के साथ-साथ इन्सुलिन (Insulin) या दवाओं (Medication) की प्रिस्क्राइब्ड डोज का सेवन करना भी जरूरी है।
एवोकैडो का सेवन कैसे करें?
ब्रेकफास्ट के दौरान टोस्ट के साथ बटर का सेवन ना कर एवोकैडो का सेवन करें। आप चिकन, सलाद या टूना में मेयोनीज (Mayonnaise) की जगह एवोकैडो का सेवन कर सकते हैं।
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3. कद्दू के बीज (Pumpkin seeds)

टाइप 2 डायबिटीज के लिए सुपरफूड (Superfoods for Type 2 diabetes) की लिस्ट में कद्दू के बीज को भी शामिल किया गया है। कद्दू के बीज में मैग्नीशियम, फाइबर और फैटी एसिड की उच्च मात्रा शरीर को एनर्जी प्रदान करने में सक्षम माना गया है। नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ (National Institute of Health) द्वारा पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार कद्दू के बीच में मौजूद मैक्रोमोलेक्यूल्स (Macromolecules) ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में मददगार होता है। वहीं रिसर्च रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि रोजाना 100 मिलीग्राम कद्दू के बीच के सेवन से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 15 प्रतिशत तक कम हो सकता है।
कद्दू के बीज का सेवन कैसे करें?
कद्दू के बीच को छोटे-छोटे टुकड़ों में ग्राइंड कर लें और फिर इसे सलाद में डालकर सेवन करें। डायबिटीज मरीज कद्दू के बीच और अखरोट को एक साथ मिक्स कर स्नैक्स की तरह भी सेवन कर सकते हैं।
4. चिया सीड (Chia seeds)
