इन ऊपर बताये टेस्ट के अलावा डॉक्टर ब्लड शुगर लेवल की जानकारी के लिए ग्लायकेटेड हीमोग्लोबिन टेस्ट (Glycated Hemoglobin Test) भी करवाने की सलाह देते हैं। इस टेस्ट की मदद से पिछले 2 महीने की ब्लड शुगर लेवल की जानकारी मिल जाती है। टेस्ट के दौरन डॉक्टर यूरिन एनालिसिस (Urinalysis) भी की जा सकती है।
इनसभी टेस्ट के रिपोर्ट्स को ध्यान में हायपरग्लायसेमिक हायपरोस्मोलर सिंड्रोम (HHS) की ट्रीटमेंट शुरू की जाती है।
हायपरग्लायसेमिक हायपरोस्मोलर सिंड्रोम का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Hyperglycemic Hyperosmolar Syndrome)
एचएचएस के इलाज के लिए निम्नलिखित विकल्प अपनाये जा सकते हैं। जैसे:
- डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए वेन के माध्यम से फ्लूइड दी जा सकती है।
- ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) को कम करने के लिए इन्सुलिन (Insulin) दी जा सकती है।
- बॉडी सेल्स को नॉर्मल तरीके से काम करने के लिए और आवश्यकता पड़ने पर पोटैशियम (Potassium), फॉस्फेट (Phosphate) या सोडियम (Sodium) रिप्लेसमेंट का विकल्प अपनाया जा सकता है।
नोट: हायपरग्लायसेमिक हायपरोस्मोलर सिंड्रोम के इलाज के दौरान पेशेंट की उम्र, हेल्थ कंडिशन एवं बीमारी की गंभीरता को ध्यान में रखकर किया जाता है।
और पढ़ें : Diabetes and Depression: डायबिटीज और डिप्रेशन का क्या है कनेक्शन, जानिए यहां
डायबिटीज से पीड़ित लोगों को अपने आहार का विशेष ख्याल रखना चाहिए। नीचे दिए इस क्विज को खेलिए और जानिए डायबिटीज और डायट (Diabetes and diet) से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी।
और पढ़ें : डायबिटिक नेफरोपैथी में एसीई इनहिबिटर्स ड्रग्स से जुड़ी जानकारी है यहां!
अगर आप हायपरग्लायसेमिक हायपरोस्मोलर सिंड्रोम (Hyperglycemic Hyperosmolar Syndrome) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे। हालांकि अगर आप हायपरग्लायसेमिक हायपरोस्मोलर सिंड्रोम (Hyperglycemic Hyperosmolar Syndrome) की समस्या से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन करें, क्योंकि ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपके हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखकर हायपरग्लायसेमिक हायपरोस्मोलर सिंड्रोम (Hyperglycemic Hyperosmolar Syndrome) ट्रीटमेंट जल्द से जल्द करेंगे।
स्वस्थ रहने के लिए अपने दिनचर्या में नियमित योगासन करें। योग से जुड़ी खास जानकारी और योग को कैसे अपने जीवन में नियमित शामिल किया जा सकता है, ये बता रहीं हैं नीचे दिए इस वीडियो लिंक में योगा एक्सपर्ट पारमिता सिंह।