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एक्सरसाइज के पहले कॉर्बोहाइड्रेट को लेने की सलाह दी जाती है। वहीं कुछ स्टडीज में प्री एक्सरसाइज कार्बोहाइड्रेट (Pre-exercise carbohydrate) रिएक्टिव हायपोग्लाइसेमिया (Reactive hypoglycemia) के कारण मानें जाते हैं। ऐसे में डॉक्टर लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स कार्बोहाइड्रेट को लेने की सलाह देते हैं। साथ ही इंसुलिन को अचानक से बढ़ाने वाले ग्लूकोज को भी न लेने की सलाह दी जाती है। ऐसा करने से बॉडी में बनने वाले कार्बोहाइड्रेट की प्रक्रिया कुछ धीमी हो जाती है। आपके कार्बोहाइड्रेट सेवन के पहले व्यायाम से भी फर्क पड़ सकता है। एक अध्ययन में, रिएक्टिव हाइपोग्लाइसीमिया उन एथलीटों में सबसे अधिक असरदार था, जिन्होंने एक्सरसाइज से 75 मिनट पहले कार्बोहाइड्रेट का सेवन किया था। जब केवल 15 मिनट पहले कार्बोहाइड्रेट लिया गया, तो कुछ लोग प्रभावित हुए, और एक्सरसाइज से पांच मिनट पहले या वार्म अप के दौरान कार्बोहाइड्रेट लेने पर कोई एथलीट प्रभावित नहीं हुआ। रिएक्टिव हायपोग्लाइसेमिया और एक्सरसाइज (Reactive hypoglycemia and exercise relation) के संबंध में अधिक जानकारी आप डॉक्टर से ले सकते हैं।
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रिएक्टिव हायपोग्लाइसेमिया और एक्सरसाइज: अगर स्वस्थ्य होने पर दिखते हैं ये लक्षण, तो जरूर बताएं डॉक्टर को!
अगर आप पूरी तरह से स्वस्थ है और एक्सरसाइज करने के दौरान अचानक आपको थकावट का एहसास होने लगता है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। आपको डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए और साथ ही अपने ब्लड में शुगर लेवल की जांच भी करवानी चाहिए। अगर खाने के बाद या एक्सरसाइज (Excercise) के बाद आपके ब्लड में शुगर का लेवल अचानक से कम हो जाता है तो आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
आपको डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए कि एक्सरसाइज से पहले किस प्रकार के कार्बोहाइड्रेट का सेवन करना चाहिए और किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप बिना जानकारी लिए एक्सरसाइज के पहले डाइट लेते हैं, तो हो सकता है कि आपको नुकसान पहुंचे। कुछ बातों को ध्यान में रखते हुए आप ब्लड में शुगर के लेवल को कंट्रोल में रख सकते हैं।
बेहतर लाइफस्टाइल अपनाकर और खान-पान पर ध्यान रखकर आप एक नहीं बल्कि कई बीमारियों से बच सकते हैं। डायबिटीज की बीमारी खराब लाइफस्टाइल का नतीजा होती है। आप अपनी लाइफस्टाइल को बेहतर बनाने के लिए अच्छी नींद लेने के साथ ही पौष्टिक आहार को शामिल करें और साथ ही स्ट्रेस से बचें। ऐसा करने से आप एक नहीं बल्कि कई समस्याओं से बच सकते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि आपको रिएक्टिव हायपोग्लाइसेमिया और एक्सरसाइज (Reactive hypoglycemia and exercise relation) के संबंध के बारे में जानकारी मिल गई होगी। अगर आपको फिर भी उपरोक्त दिए गए लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
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इस आर्टिकल में हमने आपको रिएक्टिव हायपोग्लाइसेमिया और एक्सरसाइज (Reactive hypoglycemia and exercise relation) के बारे में बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।