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अस्थमा के मरीजों के लिए डाइट प्लान- क्या खाएं और क्या न खाएं

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Anu sharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 04/12/2020

    अस्थमा के मरीजों के लिए डाइट प्लान- क्या खाएं और क्या न खाएं

    अस्थमा ऐसी बीमारी हैं जिसमें पीड़ित व्यक्ति को सांस लेने में समस्या होती है। अस्थमा में सांस लेने की नली तंग हो जाती है और इसी वजह से सांस लेने में परेशानी होती है। अस्थमा का इलाज संभव है, लेकिन इसके रोगी को बहुत अधिक ध्यान रखना पड़ता है। खासतौर पर अपने खाने-पीने का। अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को अस्थमा डाइट प्लान के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। क्योंकि, इससे वो इस समस्या से कुछ हद तक राहत पा सकते हैं। जानिए अस्थमा में आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। पाइये अस्थमा डाइट प्लान की पूरी जानकारी।

    अस्थमा में क्या खाएं

    अस्थमा डाइट प्लान से पहले जानें अस्थमा में कौन-कौन से खाद्य पदार्थ खाने चाहिए।

    इस बात के पर्याप्त सुबूत मौजूद हैं कि विटामिन C और E, बीटा कैरोटीन, फ्लैवोनॉइडस, मैग्नीशियम, सेलेनियम और ओमेगा-3 फैटी एसिडस युक्त खाद्य पदार्थ खाने से अस्थमा के होने की संभावना कम हो जाती है।

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    • विटामिन C :  विटामिन C युक्त खाद्य पदार्थ हैं खट्टे फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, कीवी, ब्रोकली, टमाटर, मटर आदि।
    • विटामिन E युक्त आहार : विटामिन E युक्त आहार जैसे पालक, आम,बादाम, मूंगफली, पीनट बटर, सूरजमुखी के बीज आदि।
    • बीटा कैरोटीन युक्त आहार : बीटा कैरोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे गाजर, रेड पेपर , हरी पत्तेदार सब्जियां, सूखे खुबानी, शकरकंदी आदि।
    • ओमेगा-3 फूड्स : ओमेगा-3 फूड्स जैसे सालमोन मछली, टूना मछली, अलसी के बीज आदि।
    • फ्लेवोनॉइडस : फ्लेवोनॉइडस ग्रीन और ब्लैक टी, सेब, प्याज,  सलाद, टमाटर, बीन्स, शकरकंद और क्विनोआ आदि में पाए जाते हैं।
    • विटामिन D : लोग जिन्हें अस्थमा होता है, उनका विटामिन D का लेवल कम होता है। इसलिए इस लेवल को सही रखने के लिए इसकी पर्याप्त मात्रा लेना आवश्यक है।

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    क्या न खाएं

    अस्थमा डाइट प्लान से पहले आपका यह जानना भी आवश्यक है कि आपको इसमें क्या नहीं खाना चाहिए। जानें क्या न खाएं अस्थमा होने पर:

    • अस्थमा में ऐसे भोजन या खाद्य पदार्थों से दूर रहें, जिसमें सल्फाइट की मात्रा हो। सल्फाइट एक केमिकल होता है जो कुछ खाद्य पदार्थों में होता है। यह एक खाद्य परिरक्षक के रूप में कार्य करता है। इससे अस्थमा की समस्या बढ़ती है और लक्षण गंभीर हो सकते हैं। सल्फाइट वाइन, सूखे मेवे, अचार, प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों, सूखे फल, डिब्बाबंद सब्जियां और मसालों आदि में पाया जाता है। इसके साथ ही यह कुछ सब्जियों जैसे प्याज में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। कॉर्न स्ट्रेच या सोया में भी होता है। 
    • सल्फाइट्स कई नामों से खाद्य पदार्थों में पाया जाता है जैसे सल्फर डाइऑक्साइड, सोडियम सल्फाइट, सोडियम मेटाबिसल्फाइट, पोटेशियम बिसल्फाइट और पोटेशियम मेटाबिसल्फाइट। हालांकि, अस्थमा से पीड़ित सभी लोग सल्फाइट के साइड इफेक्टस को अनुभव नहीं करेंगे। यदि आप सल्फाइट वाले खाद्य पदार्थों के प्रति संवेदनशील महसूस करते हैं, तो एक डायरी में नोट करें और उन खाद्य पदार्थों से बचें, जिनमें सल्फाइट होते हैं। अगर सल्फाइट युक्त आहार का आप सेवन करें, तो थोड़ा ध्यान रखें। हो सके तो ऐसे खाद्य पदार्थों को अस्थमा डाइट प्लान में शामिल न करें।

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    अस्थमा डाइट प्लान

    अगर आप अस्थमा के शिकार हैं तो आपका अस्थमा डाइट प्लान इस प्रकार होना चाहिए:

  • सुबह उठ कर सबसे पहले एक-दो गिलास गुनगुना पानी अवश्य पीएं।
  • नाश्ता (8 :30 AM) : दलिया/ पोहा/ स्प्राउट्स/ उपमा या आप रोटी + उबली हुई सब्जी और फल भी खा सकते हैं।
  • दिन का भोजन(12:30-01:30 PM) 1 कटोरी हरी सब्जियां+ दो रोटी  + 1 कटोरी डाल + सलाद / खिचड़ी ।
  • शाम का नाश्ता (05:30-06:00 PM) शाम के नाश्ते में आप सूप/ जूस या फलों को काट कर खा सकते हैं। 
  • रात का भोजन (7:00-8:00 PM)  2 रोटियां  + 1 कटोरी हरी सब्जियां  + 1 कटोरी दाल खा सकते हैं। 
  • सोने से पहले आप एक गिलास गर्म दूध भी पी सकते हैं
  • क्या भोजन अस्थमा के लक्षणों पर अपना प्रभाव डाल सकता है?

    हालांकि अस्थमा डाइट प्लान अस्थमा के लक्षणों को पूरी तरह से खत्म करने में प्रभावी नहीं हैं। लेकिन कुछ हद तक इसके लक्षण कम हो सकते हैं। कुछ अन्य आसान उपाय भी इसमें आपकी मदद कर सकते हैं। यह उपाय इस प्रकार हैं:

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    अपने वजन को संतुलित रखें

    वजन का बढ़ना अस्थमा को बदतर बना सकता है। थोड़े से वजन को कम करके आप लक्षणों को सुधार सकते हैं। इसके लिए अपने आहार में बदलाव करें और साथ ही अपनी दिनचर्या को भी बदलें।

    अधिक फल और सब्जियां खाएं

    अस्थमा डाइट प्लान में अधिक से अधिक फल और सब्जियां होनी आवश्यक हैंफल और सब्जियां एंटीऑक्सीडेंट्स का अच्छा स्त्रोत है जैसे बीटा कैरोटीन और विटामिन C और E, इससे फेफड़ों में सूजन और जलन कम हो सकती है। जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने वाले केमिकल जिन्हें फ्री रेडिकल के कारण होती है।

    दूध या दूध से बनी चीजें

    ऐसा माना जाता है कि दूध या दूध से बनी चीज़ें, इसके लक्षणों को बदतर बना सकते हैं। लेकिन यह सच नहीं है। बल्कि दूध, पनीर और दही संतुलित आहार का हिस्सा हैं, इसलिए आप इन्हे ले सकते हैं।

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    शारीरिक गतिविधियां

    अस्थमा को अपनी शारीरिक गतिविधियों को कम न करने दें। रोजाना कम से कम 30 मिनटों तक कोई न कोई एक्सरसाइज करें।  एक्सरसाइज के बाद अस्थमा के लक्षण दिखाई देने सामान्य है। लेकिन इनका  उपचार संभव है। अगर एक्सरसाइज करने के बाद आपको अस्थमा के लक्षण दिखाई दें तो अपने डॉक्टर से सही इलाज कराएं। एक्सरसाइज को करने से पहले डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं। स्विमिंग, बाइकिंग और सैर आपके लिए बेहतर व्यायाम हैं। इन्हें  करने से पहले वार्म अप अवश्य करें। अगर मौसम ठंडा है तो मुंह और नाक को ढकें। अगर आपको एलर्जी है तो बाहर एक्सरसाइज से बचे।

    तनाव से बचे

    अस्थमा डाइट प्लान के साथ ही अन्य उपाय भी अस्थमा के लक्षणों को कम करने में प्रभावी हैं। उन्हीं में से एक है तनाव से दूर रहना। तनाव, चिंता या अवसाद की स्थिति अस्थमा को बदतर बना सकती है। इसलिए तनाव से दूर करने के लिए योग, ध्यान, व्यायाम करें। अपनी पसंद के कार्य करें। पूरी नींद लें और इसके साथ ही व्यस्त रहें। डॉक्टर की सलाह भी ली जा सकती है।

    अस्थमा के लक्षणों से राहत पाने के लिए आपको क्या खाना है और क्या नहीं इस बात का ध्यान रखना आवश्यक है लेकिन अस्थमा डाइट चार्ट का पालन करना आपके लिए विकल्प हो सकता है। लेकिन यह सहित है कि इस डाइट चार्ट का पालन करने से आपके अस्थमा के लक्षण कुछ हद तक कम हो सकते हैं और आपके स्वास्थ्य में सुधार होगा। किसी भी तरह के डाइट प्लान को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से एक बार अवश्य पूछें। क्योंकि, डॉक्टर आपकी उम्र, मेडिकल स्थिति और अन्य बातों को ध्यान में रखकर आपको सही सलाह देंगे।

    डिस्क्लेमर

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