
आपके परिवार या किसी जानने वाले व्यक्ति को पैरों में जलन की समस्या जरूर होती होगी। आपके पैरों में जलन की समस्या कई कारणों से हो सकती है। लेकिन आमतौर पर पैरों में तंत्रिका क्षति के कारण से होती है, जिसे न्यूरोपैथी भी कहा जाता है। हालांकि कई चिकित्सा स्थितियों के कारण भी पैरों में जलन हो सकती है, इसका मधुमेह सबसे आम कारण है। इसका उपचार करते हुए दर्द को कम करने पर सबसे अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं, तो आज हम जानेंगे पैरों में जलन का कारण और उपचार क्या है।
पैरों में जलन के कारण
पैरों में जलन का कारण कई प्रकार के हो सकते हैं। जो इस प्रकार से हैं।
तंत्रिका क्षति (Nerve damage )
तंत्रिका क्षति के कई संभावित कारण हो सकते हैं। यह विभिन्न बीमारियों, रीढ़ की चोट या कीमोथेरेपी दवाओं या अन्य दवाओं के उपयोग, या विषाक्त पदार्थों के संपर्क में आना भी एक कारण हो सकता है।
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चारकोट-मैरी-टूथ रोग (Charcot-Marie-Tooth disease)
यह एक सामान्य,आनुवंशिक बीमारी है जो मांसपेशियों को नियंत्रित करने वाली नसों को प्रभावित करती है और समय के साथ उन्हें और बिगाड़ सकती है। पैरों और हाथों में जलन इस बीमारी का एक प्रारंभिक संकेत है।
न्यूरोपैथी (neuropathy)
यह पैरों में जलन के सबसे सामान्य कारणों में से एक है। यह तब होता है जब रीढ़ की हड्डी से जुड़ने वाली नसें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। जिन लोगों को लंबे समय से मधुमेह है, या जिनके रक्त में ग्लूकोज का स्तर अनियंत्रित रहता है, उनमें न्यूरोपैथी विकसित होने की संभावना अधिक होती है। मधुमेह परिधीय न्यूरोपैथी (Peripheral neuropathy) धीरे-धीरे विकसित होती है और समय के साथ अधिक बिगड़ सकता है। परिधीय न्यूरोपैथी का कारण बनने वाली अन्य स्थितियों में कीमोथेरेपी एजेंट, आनुवांशिक बीमारी, ऑटो-इम्यून विकार, विषाक्त रसायनों के संपर्क में आना, संक्रमण, किडनी फेल, शराब,विटामिन की कमी शामिल हो सकते हैं।
मधुमेह (diabetes)
टाइप 1 और टाइप 2 मधुमेह शरीर की परिधीय नसों को प्रभावित कर सकता है, विशेष रूप से यह पैरों की संवेदी नसों को प्रभावित करता है। उच्च ग्लूकोज का स्तर या अनियंत्रित मधुमेह परिधीय नसों को नुकसान पहुंचा सकता है। उच्च रक्त शर्करा का स्तर इन नसों से संकेतों के संचरण को प्रभावित करता है और ब्लड फ्लो की वॉल को कमजोर कर सकता है।
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मॉर्टन न्यूरोमा (Morton’s neuroma)
मॉर्टन न्यूरोमा तंत्रिका ऊतक में पैर की उंगलियों के आस-पास के हड्डियां मोटी हो जाती है। जिससे दर्द हो सकता है। बहुत टाइट जूते पहनना इस प्रकार के न्यूरोमा का कारण बन सकते हैं, हालांकि यह खेल में चोट, या पैर की असामान्य स्थिति के परिणामस्वरूप भी हो सकता है।
हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism)
हाइपोथायरायडिज्म तब होता है जब आपका थायरॉयड अंडरएक्टिव होता है, और इससे शरीर में कई हार्मोनल परिवर्तन हो सकते हैं। इससे पैर और एंकल में सूजन होती है, जो तंत्रिका दबाव का कारण बनता है, जिससे पैर में जलन हो सकती हैं। अन्य लक्षणों में वजन बढ़ना, थकान, बालों का झड़ना और सूखी त्वचा शामिल हैं।
टर्सल टनल सिंड्रोम (Tarsal tunnel syndrome)
टर्सल टनल सिंड्रोम एंकल बोन के पास के हिस्से में होता है। टार्सल टनल के अंदर टिबियल तंत्रिका के नीचे जलन, झुनझुनी या दर्द हो सकता है। इससे आपकी एड़िया भी प्रभावित हो सकती हैं।
कॉम्प्लेक्स रिजनल पेन सिंड्रोम (Complex regional pain syndrome-CRPS)
यदि आप हाल ही में घायल हुए थे, तो सीआरपीएस आपके पैरों में जलन के लक्षण पैदा कर सकता है,यह दुर्लभ लेकिन बेहद दर्दनाक तंत्रिका विकार है, चोट या सर्जरी के बाद हो सकता है।
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किडनी की बीमारी (Kidney disease)
यह स्थिति आपके पैरों में जलन का कारण बन सकती है। इससे पैरों में खुजली और सूजन हो सकती है जब आपके शरीर में विषाक्त पदार्थों को बनने की अनुमति होती है। अन्य लक्षणों में मतली, पेशाब कम होना, सांस की तकलीफ, भ्रम, दौरे और थकान शामिल हैं।
एरीथ्रोमेललजिया(Erythromelalgia)
यह बीमारी है पैरों में जलन का कारण बन सकती है, किसी प्रकार की एक्सरसाइज या पैरों को गर्म करने वाला कार्य आपके दर्द को और बुरा बना सकती है।
एथलीट फुट (Athlete’s Foot)
कई अन्य प्रकार का संक्रमण संभावित रूप से पैरों में जलन पैदा कर सकता है। यह फंगल संक्रमण मोल्ड-जैसे कवक के कारण होता है, जिसे डर्माटोफाइट कहा जाता है। जो त्वचा के नम, गर्म क्षेत्रों में होता है। नम वातावरण कवक को बढ़ने और फैलने का कारण होता है। एथलीट फुट के लक्षणों में पैर और पैर के तलवों के बीच खुजली, जलन जैसा महसूस हो सकता है।
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कुपोषण (Malnutrition)
आपको बता दें कुपोषण भी पैरों को जलाने का कारण हो सकता है। जैसा कि आप जानते हैं, बुजुर्ग सबसे अधिक अतिसंवेदनशील होते हैं, और विटामिन बी -9, बी -6 और बी -12 की कमी इस लक्षण को संभावित रूप से पैदा कर सकती हैं।
एलर्जी(Allergies)
पैरों में किसी प्रकार की एलर्जी वाले सामान का उपयोग पैरों में जलन का कारण बन सकता है।
पैरों में जलन का निदान
आपको बता दें पैरों में जलन का सबसे अधिक कारण मधुमेह होता है। इसका निदान करने के लिए कई तरह के परीक्षण किए जा सकते हैं। वैसे इन लोगों के लिए, न्यूरोपैथी के कारण ही पैर में जलन होता है तो इसका निदान एक प्रकार से बिल्कुल साफ है। कुछ लोगों में जिनके पैरों में जलन अचानक, तेज हो जाती है, या जलन का कारण साफतौर पर पता नहीं है, ऐसे लोगों में निदान की आवश्यकता अधिक होती है। इन परीक्षणों में ये शामिल हो सकते हैं।
नर्व ट्रांसमीट इम्पल्सेस (nerves to transmit impulses)
इस जांच में आपकी तंत्रिकाओं की क्षमता का परीक्षण किया जाता है। इसमें एक तंत्रिका को उत्तेजित किया जाता है, और उस तंत्रिका द्वारा नियंत्रित मांसपेशियों में प्रतिक्रिया को मापा जाता है।
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इलेक्ट्रोमोग्राफी (ईएमजी) (Electromyography (EMG)
मांसपेशियों के अंदर विद्युत गतिविधि की रिकॉर्डिंग का उपयोग करके मांसपेशियों के कार्य का परीक्षण किया जाता है। ईएमजी परीक्षण के लिए, एक सुई को आपके मांसपेशियों में डाला जा सकता है।
तंत्रिका बायोप्सी(Nerve biopsy)
इसमें आपका डॉक्टर तंत्रिका ऊतक के एक टुकड़े को काटता है, और माइक्रोस्कोप से जांच करता है।
प्रयोगशाला में परीक्षण (Laboratory tests)
कभी-कभी, रक्त, मूत्र, या रीढ़ की हड्डी के तरल पदार्थ के परीक्षण से पैरों में जलन के कारण का पता लगाने में मदद मिल सकती है। एक साधारण रक्त परीक्षण से विटामिन के स्तर की जांच की जा सकती है।
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पैरों में जलन का उपचार कैसे किया जा सकता है?
पैरों में जलन का उपचार कैसे किया जाएगा। यह इसके कारण पर निर्भर करता है। आपकी यह स्थिति किस कारण से है? आपका डॉक्टर आपको इसके लिए दवाएं लेने की सलाह दे सकता है।
प्रिस्क्रिप्शन दवाएं
- इंसुलिन या मौखिक हाइपोग्लाइसेमिक दवाएं मधुमेह वाले लोगों में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर सकती हैं। पैरों में जलन का उपचार के में यह मददगार हो सकता है।
- विटामिन की कमी के कारण पैरों में जलन पर पोषण की खुराक निर्धारित की जा सकती है।
दौरा विरोधी दवाएं (Anticonvulsant)
गैबापेंटिन, कार्बामाज़ेपिन, प्रीगैबलिन और अन्य का उपयोग पुराने दर्द का इलाज करने के लिए किया जा सकता है।
एंटिफंगल दवाओं
संक्रमण का कारण हो रहे पैरों में जलन का उपचार करने के लिए मौखिक दवाओं का उपयोग किया जा सकता है।
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दर्दनाशक दवाएं
दर्द से राहत के लिए दवाओं जैसे ओरल या टॉपिकल नार्कोटिक या नॉन नार्कोटिक दवाओं को निर्धारित किया जा सकता है। इसके अलावा टॉपिकल क्रीम, लोशन, स्प्रे भी दिया जा सकता है।
थायराइड हार्मोन
यदि पैरों में जलन का कारण थायराइड है तो मैखिक थायराइड हार्मोन लेने से थायराइड का स्तर कम होता है, अक्सर न्यूरोपैथी के साथ-साथ पैरों के जलन के लक्षण भी बदल सकते हैं।
आहार में परिवर्तन
पैरों में जलन के कारण के आधार पर डॉक्टर आपको आहार में परिवर्तन की सलाह भी दे सकता है।
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शारीरिक चिकित्सा और व्यायाम
कुछ मामलों में व्यायाम से भी इन लक्षणों को कम किया जा सकता है।
सर्जरी
आर्थोपेडिक सर्जरी उन मामलों में आवश्यक हो सकती है जो दवाओं और बाकी उपचार द्वारा ठीक नहीं हो रहे हैं।
पैरों में जलन का उपचार खुद कैसे करें
पैरों में जलन का उपचार कुछ मामलों में आप स्वंय भी कर सकते हैं।
- अपने पैरों को कम से कम 15 मिनट के लिए ठंडे पानी में भिगोकर रखें। इससे अस्थायी राहत मिल सकती है। बहुत ठंडे पानी की सिफारिश नहीं की जाती है।
- अपने पैरों को गर्म करने से बचाने की कोशिश करें।
- ओवर-द-काउंटर दर्द दवाएं लें। नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स, जैसे इबुप्रोफेन, केटोप्रोफेन या नेप्रोक्सन अस्थायी रूप से दर्द को कम कर सकते हैं।उपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। हैलो स्वास्थ्य किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है।
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- अत्यधिक शराब पीने से तंत्रिका क्षति कम हो सकती है और नसों को ठीक करने में मदद मिल सकती है।
- एथलीट फुट का इलाज करने के लिए सामयिक एंटिफंगल क्रीम, लोशन, स्प्रे या पाउडर का उपयोग किया जा सकता है।
- डॉक्टर द्वारा दिया गया मलहम लगाएं। दर्द से राहत के लिए कैपेसीसिन युक्त नॉनस्प्रेस्क्रिप्शन क्रीम और मलहम पैरों पर लगाया जा सकता है।
ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।
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