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किडनी की बीमारी (Kidney disease)
यह स्थिति आपके पैरों में जलन का कारण बन सकती है। इससे पैरों में खुजली और सूजन हो सकती है जब आपके शरीर में विषाक्त पदार्थों को बनने की अनुमति होती है। अन्य लक्षणों में मतली, पेशाब कम होना, सांस की तकलीफ, भ्रम, दौरे और थकान शामिल हैं।
एरीथ्रोमेललजिया (Erythromelalgia)
यह बीमारी है पैरों में जलन का कारण बन सकती है, किसी प्रकार की एक्सरसाइज या पैरों को गर्म करने वाला कार्य आपके दर्द को और बुरा बना सकती है।
एथलीट फुट (Athlete’s Foot)
कई अन्य प्रकार का संक्रमण संभावित रूप से पैरों में जलन पैदा कर सकता है। यह फंगल संक्रमण मोल्ड-जैसे कवक के कारण होता है, जिसे डर्माटोफाइट कहा जाता है। जो त्वचा के नम, गर्म क्षेत्रों में होता है। नम वातावरण कवक को बढ़ने और फैलने का कारण होता है। एथलीट फुट के लक्षणों में पैर और पैर के तलवों के बीच खुजली, जलन जैसा महसूस हो सकता है।
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कुपोषण (Malnutrition)
आपको बता दें कुपोषण भी पैरों को जलाने का कारण हो सकता है। जैसा कि आप जानते हैं, बुजुर्ग सबसे अधिक अतिसंवेदनशील होते हैं, और विटामिन बी -9, बी -6 और बी -12 की कमी इस लक्षण को संभावित रूप से पैदा कर सकती हैं।
एलर्जी(Allergies)
पैरों में किसी प्रकार की एलर्जी वाले सामान का उपयोग पैरों में जलन का कारण बन सकता है।
पैरों में जलन का निदान
आपको बता दें पैरों में जलन का सबसे अधिक कारण मधुमेह होता है। इसका निदान करने के लिए कई तरह के परीक्षण किए जा सकते हैं। वैसे इन लोगों के लिए, न्यूरोपैथी के कारण ही पैर में जलन होता है तो इसका निदान एक प्रकार से बिल्कुल साफ है। कुछ लोगों में जिनके पैरों में जलन अचानक, तेज हो जाती है, या जलन का कारण साफतौर पर पता नहीं है, ऐसे लोगों में निदान की आवश्यकता अधिक होती है। इन परीक्षणों में ये शामिल हो सकते हैं।
नर्व ट्रांसमीट इम्पल्सेस (Nerves to transmit impulses)
इस जांच में आपकी तंत्रिकाओं की क्षमता का परीक्षण किया जाता है। इसमें एक तंत्रिका को उत्तेजित किया जाता है, और उस तंत्रिका द्वारा नियंत्रित मांसपेशियों में प्रतिक्रिया को मापा जाता है।
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इलेक्ट्रोमोग्राफी (ईएमजी) (Electromyography (EMG)
मांसपेशियों के अंदर विद्युत गतिविधि की रिकॉर्डिंग का उपयोग करके मांसपेशियों के कार्य का परीक्षण किया जाता है। ईएमजी परीक्षण के लिए, एक सुई को आपके मांसपेशियों में डाला जा सकता है।
तंत्रिका बायोप्सी (Nerve biopsy)
इसमें आपका डॉक्टर तंत्रिका ऊतक के एक टुकड़े को काटता है, और माइक्रोस्कोप से जांच करता है।