के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
हमारे पैर और टखने 26 हड्डियों, 33 जोड़ों और 100 से भी अधिक टेंडन यानी शिराओं से बने हुए हैं। हमारी एड़ी में पैर की सबसे लंबी हड्डी होती है।जो लोग ऐड़ी के बल पर अधिक डांस करते हैं, जरूरत से ज्यादा चलते हैं या कभी कोई चोट लगी हो तो , उन्हें हील पेन हो सकता है।
यह दर्द आमतौर पर एड़ी के नीचे या उसके पीछे की तरफ होता है, जहां पर अकिलिस टेंडन एड़ी की हड्डी से जुड़ता है। कभी-कभी यह एड़ी के किनारे को भी प्रभावित कर सकता है।
और पढ़ें : Prepatellar bursitis: प्रीपेटेलर बर्साइटिस क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और इलाज
ज्यादातर मामलों में, दर्द किसी चोट के कारण नहीं होता है। सबसे पहले, यह आमतौर पर हल्का होता है, लेकिन यह गंभीर और कभी-कभी इतना ज्यादा होने लगता है कि जिसके कारण चलना-फिरना मुश्किल हो सकता है। यह आमतौर पर उपचार के बिना भी ठीक हो जाता है, लेकिन कभी-कभी यह लगातार रह सकता है और पीड़ादायक हो सकता है।
पैर में होने वाली परेशानियों में हील पेन सबसे आम होता है। इसके जोखिमों को कम करके इस पर नियंत्रण किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने डॉक्टर से बात करें।
एड़ी में दर्द एड़ी के नीचे या एड़ी के पीछे महसूस होता है। बिना किसी चोट के भी हील पेन आमतौर पर धीरे-धीरे शुरू हो सकता है। इसका सबसे बड़ा कारण फ्लैट जूता या खराब क्वालिटी के जूते पहनने के कारण हो सकता है। ज्यादातर मामलों में हील पेन (Heel pain) पैर के नीचे, एड़ी के सामने की ओर होता है।
इसके सभी लक्षण ऊपर नहीं बताएं गए हैं। अगर इससे जुड़े किसी भी संभावित लक्षणों के बारे में आपका कोई सवाल है, तो कृपया अपने डॉक्टर से बात करें।
निम्नलिखित लक्षणों के दिखाई देने या महसूस करने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करेंः
अगर ऊपर बताए गए किसी भी तरह के लक्षण आपमें या आपके किसी करीबी में दिखाई देते हैं या इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें। हर किसी का शरीर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया करता है।
और पढ़ें : Dust Exposure: धूल से होने वाली एलर्जी क्या है?
हील पेन केवल किसी चोट के कारण ही नहीं होता है, बल्कि पैर के मुड़ने, गिरने, बहुत ज्यादा चलने-फिरने, खराब जूते पहनने के कारण भी हो सकता है।एड़ी में दर्द होने के सामान्य कारणों में शामिल हैं:
प्लांटर फेशिआइटिसः प्लांटर फेशिआइटिस तब होता है जब पैरों पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है जिसके कारण प्लांटर फेशिया लिगामेंट को नुकसान पहुंचाता है, जिससे दर्द और अकड़न होती है।
मोच और तनावः मोच आने और तनाव शरीर के लिए किसी चोट की तरह ही होती है, जो किसी शारीरिक गतिविधि के कारण भी हो सकती है। ये चोटें आम हैं और घटना के आधार पर मामूली से लेकर गंभीर भी हो सकती हैं।
फ्रैक्चर: फ्रैक्चर होने पर हड्डी टूट जाती है। यह स्थिति मेडिकल इमरजेंसी भी हो सकती है।
अकिलिस टेन्डोनिटिसः अकिलिस टेन्डोनिटिस तब होता है जब पिंडली की मांसपेशियों को एड़ी से जोड़ने वाली शिरा को किसी तरह का नुकसान होता है। चोट लगने के कारण इसमें सूजन भी हो सकती है।
बर्साइटिसः बर्सा जोड़ों में पाए जाने वाले द्रव से भरी थैली है। यह उन क्षेत्रों को घेरता है, जहां पिंडली, त्वचा और मांसपेशियों के ऊतक हड्डियों से मिलते हैं।
आंक्यलोसिंग स्पॉन्डिलाइटिसः यह गठिया का मुख्य रूप होता है, जो रीढ़ को प्रभावित करता है। यह कशेरुकाओं में सूजन का कारण बनता है जो दर्द और विकलांगता का कारण भी हो सकता है।
ओस्टियोचोन्ड्रोसिसः ये विकार बच्चों और किशोरों दोनों की हड्डियों के विकास प्रभावित करता है।
रिएक्टिव गठियाः इससे शरीर में संक्रमण बढ़ता होता है यह गठिया का ही एक प्रकार होता है।
और पढ़ें : Eisenmenger Syndrome : आइसनमेंजर सिंड्रोम क्या है?
कई मामलों में हील पेन होना काफी गंभीर और असहनीय हो सकता है। हालांकि यह आपके के लिए कोई खतरा पैदा नहीं करता है। अधिकांश मामलों में, एड़ी के दर्द के लिए यांत्रिक कारण जिम्मेदार होते हैं। जिसमें गठिया, संक्रमण, तनाव से सम्बंधित समस्या या न्यूरोलॉजिकल समस्या के कारण भी एड़ी में दर्द (Heel pain) हो सकता है।
हील पेन होने का आम कारण पतले तलवे वाले जूते और चप्पल पहनना माना जाता है। अगर आपको इस प्रकार की समस्या है तो बेहतर होगा कि आप ऐसे फुटवियर को इग्नोर करें।
उपरोक्त दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने डॉक्टर से बात करें।
योग से दर्द की समस्या को दूर किया जा सकता है या इससे बचा जा सकता है। नीचे दिए इस वीडियो को क्लिक कर जानिए योगासन से दर्द की तकलीफ को दूर करने के उपाय।
और पढ़ें : Erectile Dysfunction: स्तंभन दोष क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
अगर आपको एड़ी में दर्द होता है, तो आप अपनी इससमस्या को कम करने के लिए इन तरीकों को आजमा सकते हैं:
अगर ये घरेलू उपचार आपके दर्द को कम नहीं करती हैं, तो आपको अपने चिकित्सक से बात करनी चाहिए। आपका डॉक्टर आपके शरीर और स्वास्थ्य की जांच कर सकते हैं और दर्द के कारण का पता लगा कर उसका उपचार करेंगे। इसके लिए एक्स-रे भी किया जा सकता है।
और पढ़ेंः Filariasis(Elephantiasis) : फाइलेरिया या हाथी पांव क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
कई मामलों में, आपका डॉक्टर फिजिकल थेरिपी का निर्देश दे सकते हैं। यह आपके पैर में मांसपेशियों और टेंडन को मजबूत करने में मदद कर सकता है, जो आगे की चोट को रोकने में मददगार भी होते हैं। अगर आपका दर्द गंभीर है, तो आपका डॉक्टर आपको दर्द निवारक दवाओं की खुराक दे सकते हैं। इन दवाओं को पैर में इंजेक्ट किया जा सकता है या इनका इस्तेमाल खाने वाली गोली के तौर पर भी किया जा सकता है।
इसके अलावा, आपका डॉक्टर आपको आराम करने और अच्छी क्वालिटी के जूते पहनने की भी सिफारिश कर सकता है।
बहुत ही दुर्लभ मामलों में, आपका डॉक्टर हील पेन के उपचार के लिए सर्जरी की सिफारिश कर सकते हैं, लेकिन हील पेन सर्जरी को रिकवरी करने में लंबा समय लगता है।
[mc4wp_form id=’183492″]
और पढ़ें : Erectile Dysfunction: स्तंभन दोष क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
एड़ी में दर्द के सभी मामलों को रोकना संभव नहीं हो सकता है। हालांकि यहां पर कुछ आसान उपाय हैं जिनकी मदद से आप हील पेन होने और एड़ी में चोट लगने से अपना बचाव कर सकते हैं:
अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो उसकी बेहतर समझ के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।