1.दवाओं से गर्भाशय पॉलीप का इलाज
दवाओं से गर्भाशय में गांठ का इलाज करने के लिए डॉक्टर प्रोजेस्टिन और गोनैडोट्रोपिन (Progestins and Gonadotropin) हार्मोन एगोनिस्ट दवाएं देते है जो हार्मोन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। यह दवाइयां पॉलीप्स को सिकोड़ देती है। लेकिन दवा न लेने पर दोबारा लक्षण दिखाई देने लग जाते है।
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2.सर्जरी से गर्भाशय पॉलीप का इलाज-
जब किसी महिला को गर्भाशय पॉलिप्स होती है तो डॉक्टर उसे दवाओं से कंट्रोल करने की कोशिश करता है। लेकिन जब दवाओं से गर्भाशय पॉलीप का इलाज नही हो पाता है तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह देते है। सर्जरी के जरिये भी डॉक्टर पॉलीप को निकाल सकते है। ज्यादातर हिस्टेरोस्कोपी सर्जरी की जाती है जिसमें पेट में कट लगाने के बजाय इसमें पॉलीप्स को बाहर निकालने के लिए योनि के माध्यम से सर्जिकल उपकरण डाला जाता है और पॉलीप को बाहर निकाल दिया जाता है। यदि पॉलीप्स में कैंसर है तब पूरे गर्भाशय को हटाने के लिए सर्जरी की जाती है, जिसे हिस्टेरेक्टॉमी कहा जाता है।गर्भाशय पॉलीप ज्यादातर महिलाओं में 20 से 70 वर्ष की उम्र में होता है। गर्भाशय पॉलीप गर्भाशय की आंतरिक दीवार से जुड़ी सतह है, जो बढ़ जाती है।
ध्यान दें
उपरोक्त दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अगर आपको गर्भाशय पॉलीप के बारे में अधिक जानकारी चाहिए तो डॉक्टर से इस बारे में जानकारी जरूर प्राप्त करें। बिना डॉक्टर से सलाह किए किसी भी तरह की दवा का सेवन न करें।