के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
सामान्य समझ से परे कहे जाने वे लोग जो किसी एक क्षेत्र में विशेष कला रखते हैं उन्हें सावंत सिंड्रोम (Savant syndrome) से प्रभावित कहा जा सकता है। ऑटिस्टिक डिसऑर्डर (Autistic syndrome) वाले 10 व्यक्तियों में से एक में अलग-अलग डिग्री में ऐसी उल्लेखनीय क्षमताएं होती हैं।
ज्यादातर इस सिंड्रोम (Savant syndrome) से पीड़ित लोग ऑटिस्टिक होते हैं। सभी आटिज्म से प्रभावित बच्चों में से लगभग 10 प्रतिशत बच्चों में सावंत सिंड्रोम (Savant syndrome) पाया जाता है। आमतौर पर ऐसे बच्चे जिनका आईक्यू 35 से ज्यादा है उनमें ये सिंड्रोम पाया जा सकता है। लड़कियों के मुकाबले लड़कों के इस सावंत सिंड्रोम (Savant syndrome) से प्रभावित होने की संभावना अधिक है। ऑटिस्टिक बच्चों को हटाकर लगभग एक प्रतिशत बच्चें ही ऐसे हैं जिन्हें ये सिंड्रोम है।
इस विषय पर और अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।
ऐसे बच्चे अजीब तरीके से बर्ताव करेंगे। इन्हें देखकर आपको लगेगा कि इनका मानसिक संतुलन (Mental balance) खराब है। हालांकि, बहुत गंभीर लक्षण नहीं दिखाई देंगे और इन्हें नियंत्रित करना संभव है।
ऐसा देखा गया है कि आईक्यू लेवल (IQ level) कम होने के बावजूद ये बच्चे किसी एक क्षेत्र में निपुण होते हैं। साथ ही ये तारीखों को भी गिन सकते हैं।
कई मामलों में देखा गया है कि कई बच्चे मैथमेटिक्स (Mathematics) जैसे विषयों में भी पारंगत होते हैं और समय के साथ इनकी निपुणता बढ़ती जाती है। इसके अलावा कला के क्षेत्र में भी ये बहुत निपुण हो सकते हैं। तारीखों , स्टेटिस्टिक्स और खेल जैसी सभी जानकारियों को ये याद रख सकते हैं।
समय के साथ इनकी कुशलता बढ़ जाती है, जिसकी वजह से मानसिक संतुलन (Mental balance) सही न होने के बावजूद भी ये बच्चे कुशल तरीके से अपना जीवन गुजार पाते हैं।
डॉक्टर से कब मिलें?
इस विषय से जुड़े किसी भी सवाल या परेशानी के होने पर डॉक्टर की सलाह ली जा सकती है।
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कुछ वैज्ञानिक दिमाग के दाएं और बाएं हिस्से में आई चोट (Injury) को इसका कारण मानते हैं। वहीं कुछ वैज्ञानिको का मानना है कि ये जींस (Genes) में खराबी के कारण होता है।
इस पर अभी भी शोध चल रहा है और इसका सटीक कारण पता लगाया जाना अभी बाकि है।
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ऑटिज्म से पीड़ित बच्चे के माता-पिता के लिए यह बिल्कुल सामान्य है कि उनका बच्चा ऑटिस्टिक (Autistic child) है क्योंकि ऑटिज्म का मतलब अच्छी बुद्धिमत्ता और बेहतर क्षमता है। हालांकि, वास्तविकता यह है कि ऑटिज्म से पीड़ित कुछ लोग सावंत होते हैं, कई बच्चे बहुत बुद्धिमान होते हैं। यह अनुमान लगाया गया है कि प्रत्येक दस ऑटिस्टिक (Autistic) लोगों में से एक को यह सिंड्रोम होता है।
सावंत सिंड्रोम (Savant syndrome) को सकारात्मक लें तो यह सिंड्रोम इतना भी खतरनाक नहीं है। आखिरकार, सामान्य लोगों की तुलना में, ज्यादा क्षमता वाले प्रभावशाली लोग कम ही होते हैं। हालाँकि, वास्तविकता यह है कि यह जीवन को आसान नहीं बनाता है और कुछ मामलों में, यह जीवन को और अधिक कठिन बना सकता है।
एक ऑटिस्टिक विद्वान एक ऐसे व्यक्ति के लिए इस्तेमाल किया जाता है जिसका आत्मकेंद्रित और दूसरी स्थिति सावंत सिंड्रोम (Savant syndrome) है। सावंत सिंड्रोम वाले लोग गंभीर असाधारण कौशल के साथ एक ही समय में गंभीर विकास या मानसिक विकृतियां जोड़ते हैं। इस तरह के कौशल में असाधारण स्मृति, अंकगणित क्षमताओं, कला या संगीत (Music) में असाधारण कौशल शामिल हो सकते हैं। ऑटिस्टिक (Autistic) विद्वान की विशेष क्षमता ऑटिज्म और अन्य विकास संबंधी कठिनाइयों वाले बच्चों में आमतौर पर बचपन के दौरान मान्यता प्राप्त होती है।
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इन ऊपर बताये कारणों की वजह से सावंत सिंड्रोम का खतरा बढ़ सकता है।
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यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा परामर्श का विकल्प नहीं है। सटीक जानकारी के लिए डॉक्टर से मिलें।
सावंत सिंड्रोम की जांच कैसे की जाती है ? (Test for Savant syndrome)
आपके बच्चे के किसी एक क्षेत्र में उसके आईक्यू के हिसाब से असीम कुशलता होने पर सावंत सिंड्रोम (Savant syndrome) की पुष्टि की जा सकती है।
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इस सिंड्रोम (Savant syndrome) के कोई भी हानिकारक प्रभाव नहीं है इसलिए इससे बच्चे की बाकी मानसिक अक्षमताओं को दूर करने के लिए उपयोग किया जा सकता है। जिससे कि उसकी शारीरिक और मानसिक कमी का उसे एहसास न हो।
सावंत सिंड्रोम (Savant syndrome) का निवारण
सावंत सिंड्रोम को रोकने का कोई ज्ञात तरीका नहीं है।
बोलने में बच्चे की सहायता करें साथ ही उसकी कुशलता को बढ़ावा दें, जिससे उसका जीवन आम बच्चों की तरह ही लगे। इससे वह असहज मह्सूस नहीं करेगा और खुश भी रहेगा। माता -पिता धैर्य से काम लें और बच्चे का ख्याल रखें।
किसी भी और सवाल या जानकारी के लिए डॉक्टर से मिलें।
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