आज कल की लाइफस्टाइल के कारण लोगों में हार्ट संबंधी समस्याएं कम उम्र में ही शुरू हो जा रही है। खानपान में गड़बड़ी, एक्सरसाइज की कमी, अधिक स्ट्रेस, नींद में कमी आदि हार्ट हेल्थ पर बुरा असर डालते हैं। अगर समय पर ध्यान न दिया जाए, तो हार्ट की गंभीर समस्या भी हो सकती है। जिन लोगों को हार्ट संबंधी समस्या हो जाती है, उन्हें खानपान में ध्यान देने के साथ ही अन्य गतिविधियों को करने के दौरान भी अधिक ध्यान देने की जरूरत पड़ती है। हार्ट पेशेंट को एयर ट्रेवल के दौरान कुछ आवश्यक जानकारियों के साथ ही सावधानी की भी जरूरत पड़ती है। जानिए हार्ट पेशेंट के लिए एयर ट्रेवलिंग टिप्स (Air Travel tips for Heart Patient) क्या हैं।
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हार्ट पेशेंट के लिए एयर ट्रेवलिंग टिप्स (Air Travel tips for Heart Patient)
हार्ट डिजीज (Heart disease) के पेशेंट सुरक्षित तरीके से एयर ट्रेवल कर सकते हैं लेकिन आपको इस बारे में डॉक्टर से जानकारी जरूर लेनी चाहिए। अगर आपको हाल ही में हार्ट अटैक आया है या फिर या फिर हार्ट की सर्जरी करा चुके हैं, तो आपको बिना डॉक्टर की जानकारी के एयर ट्रेवल नहीं करना चाहिए। अगर डॉक्टर ने आपको एयर ट्रेवल के लिए अनुमति दे दी है, तो आपको भारी सामान उठाने से बचना चाहिए और साथ ही थकावट से बचने के लिए अधिक समय लेकर चलना चाहिए ताकि आप भीड़ में परेशान न हो जाएं। अगर आपको पहले हार्ट अटैक आ चुका है, तो आपको डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए कि आप किन कारणों से दूसरा हार्ट अटैक आ सकता है।
ब्रिटिश कार्डियोवस्कुलर सोसाइटी (The British Cardiovascular Society) रिकमंड करती है कि जिन लोगों को पहली बार हार्ट अटैक (Heart attack) आया है या व्यक्ति 65 से कम है या उसे किसी तरह का कॉम्प्लीकेशन नहीं है, तो उसे दोबारा हार्ट अटैक आने की संभावना कम रहती है। ऐसे में पहले हार्ट अटैक के तीन दिन या उससे अधिक दिन बाद एयर ट्रेवल किया जा सकता है। आपको इस बारे में डॉक्टर से जानकारी जरूर लेनी चाहिए।
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हार्ट पेशेंट के लिए एयर ट्रेवलिंग टिप्स: क्या हार्ट डिवाइस के साथ किया जा सकता है ट्रेवल?
अगर आप हार्ट पेशेंट (Heart patient) हैं और आपको कोई कार्डियक डिवाइस इंम्प्लांट की गई है, तो आप एयर ट्रेवल कर सकते हैं। इम्प्लांटेड कार्डियक डिवाइस से मतलब पेसमेकर (Pacemaker), कार्डियक रीसिंक्रनाइजेशन थेरेपी (CRT) डिवाइस, इम्प्लांटेबल कार्डियोवर्टर डिफिब्रिलेटर (Implantable cardioverter defibrillators) आदि शामिल हैं। कुछ अन्य कार्डियक डिवाइस (Cardiac device भी कम समय के लिए या फिर लंबे समय के लिए इम्प्लांट हो सकती है। यदि आपको एक या अधिक डिवाइस इम्प्लांट की गई है, तो आपको एयर ट्रेवल करने से पहले डॉक्टर से जानकारी जरूर लेनी चाहिए। एयर ट्रेवल (Air travel) के दौरान जरूरी है कि आप अपने साथ पर्सनल डिवाइस आइडेंटिफिकेशन कार्ड भी साथ लेकर चलें। इसमें सिक्योरिटी स्टाफ के लिए जरूरी जानकारी होती है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आप समस्या में भी फंस सकते हैं।
कार्डियक डिवाइस (Cardiac device) ऐसे डिजाइन किए जाते हैं कि सिक्योरिटी चैक के दौरान उनमें कोई इफेक्ट नहीं होता है। आप चाहे तो रिस्क को कम करने के लिए सिक्योरिटी स्टाफ को पर्सनल डिवाइस आइडेंटिफिकेशन कार्ड दिखा सकते हैं। स्क्रीनिंग इक्युपमेंट के सर्फिस को छूने से आपको बचना चाहिए। स्क्रीनिंग आर्कवे से अगर आप गुजर रहे हैं, तो अधिक देर तक वहां न रहें। बेहतर होगा कि आप पहले ही सिक्योरिटी टीम से इस बारे में बात कर लें। एयरक्राफ्ट में आपको किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
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दिल का दौरा पड़ने के बाद कब की जा सकती है एयर ट्रेवलिंग?
हार्ट पेशेंट के लिए एयर ट्रेवलिंग टिप्स (Air Travel tips for Heart Patient) में हार्ट की देखरेख भी शामिल है। आपको इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि आपका हार्ट अब पहले से बेहतर है या फिर नहीं। हार्ट अटैक के बाद भी हवाई यात्रा की जा सकती है लेकिन ये इस बात पर निर्भर करता है कि आपको कितने हार्ट अटैक आ चुके हैं। इस बारे में आपको डॉक्टर से बेहतर कोई भी जानकारी नहीं दे सकता है। वह आपको सलाह देगा कि आपके दिल का दौरा पड़ने के बाद एयर ट्रेवलिंग कब करना सुरक्षित है।
इसमें कुछ फैक्टर होते हैं, जिनके जांचने के बाद ही डॉक्टर आपको ट्रेवलिंग की सलाह देते हैं। आपका हार्ट कितनी बुरी तरह डैमेज हुआ था या अगर आपके दिल के दौरे के बाद कोई कॉम्प्लीकेशन रही है, तो आपके लिए एयर ट्रेवल करना खतरनाक हो सकता है। अगर आपको सीने में दर्द या सांस फूहलना आदि किसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो बेहतर होगा कि आप एयर ट्रेवल न करें और डॉक्टर से इस संबंध में बात जरूर करें।
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बैग में जरूर साथ रखें दवाएं (Keep medicines with you in the bag)
हार्ट पेशेंट के लिए एयर ट्रेवलिंग टिप्स (Air Travel tips for Heart Patient) में दवाओं को साथ में रखना शामिल है। अगर आपको हार्ट की बीमारी है और आप लगातार दवाओं का सेवन कर रहे हैं, तो आपको एयर ट्रेवल के दौरान दवाओं को अपने साथ ही रखना चाहिए और समय पर दवाओं का सेवन सही समय पर करना चाहिए। आप एक बार एयरलाइन के साथ भी इस बारे में संपर्क कर सकती हैं कि दवाओं को साथ ले जाने में किसी भी तरह की कोई समस्या तो नहीं है। आप चाहे तो डॉक्टर से एक लेटर भी तैयार करवा सकती हैं और एग्रीमेंट भी तैयार करा सकते हैं ताकि आपको ट्रेवल के दौरान किसी समस्या का सामना न करना पड़े। आप इस संबंध में डॉक्टर से विस्तार से बात करें और उन्हें अपनी समस्या के बारे में भी बताएं। एक देश से दूसरे देश में जाने के दौरान कुछ मेडिसिंस को लेकर प्रतिबंध हो सकता है। बेहतर होगा कि आप एयरलाइन के माध्यम से इस बारे में जानकारी प्राप्त करें।
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हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से आपको हार्ट पेशेंट के लिए एयर ट्रेवलिंग टिप्स (Air Travel tips for Heart Patient) के बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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