भारत में कुछ दिनों से कोविड- 19 (COVID- 19) से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है और भारत सरकार इस महामारी को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। सरकार की तरफ से देश में कोरोना के संक्रमित व्यक्तियों के बारे में सही आंकड़ा प्राप्त करने के लिए एक कोरोना टेलीफोनिक सर्वे (Corona Telephonic Survey in India) करवाया जा रहा है। जो कि नेशनल इंफोर्मेटिक्स सेंटर; एनआईसी (National Informatics Centre; NIC) द्वारा करवाया जाएगा। इस सर्वे में सरकार फोन नंबर 1921 से कॉल करके लोगों से कोरोना वायरस से संबंधित कुछ सवाल-जवाब करेगी। इसकी जानकारी पीआईबी महाराष्ट्र के ट्विटर हैंडल पर दी गई है। हालांकि, इसके साथ एक चेतावनी भी जारी की गई है, तो आइए जानते हैं कि आखिर सवाल-जवाब क्या होंगे और इससे क्या फायदा होगा।
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कोरोना टेलीफोनिक सर्वे : 1921 नंबर से आएगा फोन, पूछे जाएंगे ये सवाल
सरकार की तरफ से जानकारी दी गई है कि, कोविड- 19 से लड़ने और इसका संक्रमण का स्तर पता करने के लिए देश के हर नागरिक को एनआईसी की तरफ से कॉल करवाया जाएगा। यह कॉल सिर्फ 1921 फोन नंबर से आएगा, जिसमें ट्रेवल हिस्ट्री, स्वास्थ्य स्तर, आसपास मौजूद किसी कोरोना पेशेंट की जानकारी, उनके द्वारा महसूस किए जा रहे कोविड- 19 के लक्षणों के बारे में या कोरोना से बचाव के लिए क्या किया जा सकता है आदि बिंदुओं पर सवाल-जवाब किया जा सकता है। इसके अलावा, सरकार ने कहा कि यह एक असली सर्वे है और लोगों से इसमें बढ़चढ़कर हिस्सा लेने और सही जानकारी देने की अपील की जाती है। जिससे सरकार देश में कोरोना के खिलाफ बेहतर तरीके से लड़ाई लड़ सके।
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क्यों करवाया जा रहा है कोरोना टेलीफोनिक सर्वे
वर्ल्ड ओ मीटर के मुताबिक, अभी तक भारत में 4 लाख से अधिक कोरोना वायरस टेस्ट किए जा चुके हैं, जो कि देश की आबादी को देखते हुए पर्याप्त नहीं कहा जा सकता है। इसके अलावा, सरकार को यह भी संदेह है कि, कोरोना वायरस देश के अंदरुनी हिस्सों में तो नहीं पहुंच गया है। इसके अलावा, आपको बता दें कि, SARS-CoV-2 का वायरस उन लोगों के द्वारा भी फैल रहा है, जिनमें इसके लक्षण नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में सरकार के सामने कोरोना वायरस टेस्ट करने की चुनौती बढ़ जाती है। लेकिन, इस चुनौती को पार पाने के लिए और देश में कोविड- 19 इंफेक्शन से संक्रमित मरीजों की सही संख्या प्राप्त करने के लिए यह कदम उठाया है। जब सरकार को देश में मौजूद संक्रमित मरीजों और प्रभावित क्षेत्रों के बारे में जानकारी मिल जाएगी तो इससे महामारी को फैलने से रोकने और सही समय पर लोगों को चिकित्सा मुहैया करवाने में मदद मिलेगी।
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कोरोना टेली सर्वे को लेकर सरकारी की चेतावनी
इस मुहिम के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ सरकार ने नागरिकों को सावधान रहने की हिदायत दी है। क्योंकि, फोन पर जालसाजी, धोखा, झांसा देने की कई वारदातें हो चुकी हैं और ऐसे आपराधिक मामले होने की वजह से इस मुहिम में बाधा उत्पन्न हो सकती है। इसके लिए सरकार ने जानकारी दी है कि, कोरोना टेलीफोन सर्वे सिर्फ और सिर्फ 1921 फोन संख्या से आएगा। इसके अलावा किसी भी नंबर से आए फोन पर किसी भी प्रकार की कोई जानकारी न दें।
राज्य सरकारों को कोरोना टेलीफोन सर्वे के बारे में आदेश
सरकार ने देश के हर नागरिक तक इस कोविड- 19 टेलीफोनिक सर्वे की जानकारी पहुंचाने का जिम्मा दिया है। सरकार ने कहा कि, राज्य सरकारें विभिन्न माध्यमों से इस सर्वे के बारे में लोगों को अवगत करा दें और साथ ही यह भी बता दें कि ऐसा सर्वे सिर्फ 1921 फोन नंबर से आएगा। इसके अलावा, किसी भी फोन नंबर से आई कॉल पर किसी भी प्रकार के सर्वे में हिस्सा न लें। यह सर्वे जल्द ही शुरू किया जाएगा, हालांकि इसकी निश्चित तारीख का ऐलान नहीं किया गया है।
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देश के इन दो राज्यों से आई खुशखबरी
कोविड- 19 के संकट से जूझ रहे कोरोना भारतवासियों के लिए टेलीफोनिक सर्वे की जानकारी के अलावा एक खुशखबरी भी है कि, देश के दो राज्य गोवा और मणिपुर कोरोना वायरस फ्री हो चुके हैं। गोवा में 3 अप्रैल से कोई भी कोविड-19 का संक्रमित मरीज नहीं पाया गया है, जिसके बाद 19 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन में ढील देने संबंधित अधिसूचना सोमवार से लागू कर दी है। इसके एक दिन बाद ही मणिपुर के मुख्यमंत्री ने भी राज्य में सभी कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने का ऐलान कर दिया था। भारत के इन दोनों ही राज्यों के कोरोना फ्री हो जाने पर लॉकडाउन में राहत देकर जनजीवन को फिर से आसान बनाने की कोशिश की गई है।
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कोरोना वायरस से सावधानी
कोरोना वायरस इंफेक्शन से बचने के लिए भारत सरकार ने लोगों के लिए कुछ सलाह दी है। इन एहतियात रूपी सलाह को फॉलो करने से आप कोरोना वायरस संक्रमण से काफी हद तक बच सकते हैं।
- कोविड-19 से बचने के लिए हाथों की सफाई अच्छे से करें।
- भीड़ न लगाएं और जरूरत पड़ने पर सुरक्षा के साथ ही बाहर निकलें।
- कोरोना शरीर में आंखों, नाक और मुंह के जरिए प्रवेश करता है। बेहतर होगा कि हाथों को साफ करके ही इन्हें छुएं।
- अगर छींक या खांसी आए तो रूमाल का प्रयोग करना न भूले।
- कोरोना के लक्षण दिखने पर लापरवाही भारी पड़ सकती है। बेहतर होगा कि तुरंत जांच कराएं।
- कोविड-19 के बारे में जानकारी न होने पर अपने डॉक्टर से इस बारे में पूछ सकते हैं।
- अगर मास्क का प्रयोग कर रहे हैं तो बेहद सावधानी रखें
- मास्क का यूज करने से पहले हैंड को सैनिटाइज कर लें।
- डिस्पोजल मास्क का यूज एक बार ही करें और डस्टबिन में फेंक दें।
कोरोना वायरस महामारी को देश से खत्म करने के लिए आपको लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही मास्क व पर्सनल हाइजीन जैसी सावधानियों का पालन करना होगा। इसके अलावा, सिर्फ सरकार या हेल्थ एक्सपर्ट द्वारा दी गई जानकारी पर ही विश्वास करें।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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