हम सभी को जीवन में एक ना एक बार शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द जरूर होता है, जिनमें हाथ-पैरों में दर्द होना बहुत ही आम माना जाता है। अक्सर लोग हाथ या पैरों के दर्द को अधिक थकावट या फिर ज्यादा काम से जोड़ते हैं। यानी कि ज्यादा काम करने के कारण हाथों में दर्द होना या चोट लग जाने के कारण हाथों में दर्द होना आम बात होती है। बाएं हाथ में दर्द कई बार एंग्जायटी से भी जुड़ा हो सकता है। इस आर्टिकल में जानें बाएं हाथ में दर्द के कारण और एंग्जायटी के बीच क्या है संबंध।
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बाएं हाथ में दर्द के कारण (Left Arm Pain Causes)
हर व्यक्ति का शरीर एक जैसा नहीं होता है। किसी के हाथ-पैर मजबूत होते हैं, तो किसी के हाथ-पैर कमजोर भी हो सकते हैं। कई बार कमजोरी के कारण भी हाथों में अक्सर दर्द बना रह सकता है। यह साइकोलॉजिकल भी हो सकता है और फिजिकल भी हो सकता है। अगर आपको लेफ्ट हैंड में पेन फील होता है, तो आपको डॉक्टर से इस बारे में जानकारी लेनी चाहिए। कई बार हाथों में दर्द दिल के दौरे यानी की हार्ट अटैक से भी जुड़ा हुआ हो सकता है। आइए जानते हैं कि बाएं हाथ में दर्द के कारण क्या हो सकते हैं।
बाएं हाथ में दर्द के कारण : एंग्जायटी
हो सकता है कि आपको यह जानकर हैरानी हो कि बाएं हाथ में दर्द के कारण में से एक एंजाइटी भी हो। जी हां! एंग्जाइटी एक ऐसी कंडीशन है, जो ना सिर्फ हाथ दर्द की समस्या बल्कि कई और बीमारियों का कारण भी बन सकती है। एंग्जायटी के कारण हाथ दर्द की समस्या और अधिक बढ़ सकती है। इसे एंजाइटी का लक्षण तो नहीं कहेंगे लेकिन ये कंडीशन हाथ दर्द की समस्या को बढ़ाने का काम कर सकती है।
बाएं हाथ में दर्द के कारण : हार्ट अटैक
बाएं हाथ में दर्द के कारण में हार्ट अटैक एक बड़ी वजह हो सकती है। इसके शुरुआती लक्षणों में बाएं हाथ में दर्द हो सकता है। यह दर्द हल्के से तेजी से बढ़ सकता है। हार्ट अटैक के दौरान चेस्ट या छाती के बीच में अचानक से दर्द शुरू हो जाता है। साथ ही जबड़े, गर्दन पर आदि के आसपास भी परेशानी महसूस होती है। व्यक्ति को सांस लेने में समस्या होने के साथ ही चक्कर आना, अचानक से पसीना निकलने लगना और चारों ओर अंधेरा छा जाना आदि लक्षण भी दिखने लगते हैं। यानी की हार्टअटैक के कारण भी बाएं हाथ में दर्द की समस्या शुरू हो सकती है। अगर आपको दिए गए लक्षणों में कोई भी लक्षण नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
लेफ्ट आर्म पेन और एंग्जायटी के साथ ही ये भी हो सकता है कारण
लेफ्ट आर्म पेन और एंग्जायटी के साथ ही एंजाइना भी हाथ दर्द का कारण हो सकता है। एंजाइना (Angina) की समस्या तब होती है, जब हार्ट को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है। एंजइना के कारण भी हाथ दर्द हो सकता है। साथ में ही कंधे में दर्द होना, गर्दन और जबड़े में परेशानी पैदा होना भी इस बीमारी का लक्षण माना जाता है। एंजाइना की समस्या उन लोगों को हो सकती हैं, जिन्हें कोरोनरी आर्टरी डिजीज हो। यह एक गंभीर अवस्था मानी जाती है। ऐसे में डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए आपको हार्ट संबंधित कोई भी समस्या हो, तो देरी नहीं करनी चाहिए और तुरंत डॉक्टर से जांच जरूर करानी चाहिए।
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बाएं हाथ में दर्द के कारण : चोट
बाएं हाथ में दर्द के कारण में चोट को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। कई बार बोंस या टिशू में घाव हो जाने के कारण भी हाथों में दर्द की समस्या पैदा हो जाती है। चोट के कारण हड्डी टूट सकती है या फिर सॉफ्ट टिशु में सूजन आ जाने के कारण भी बाएं हाथ में दर्द की समस्या पैदा हो सकती है। टेंडन इंफ्लामेशन ( tendon inflammation) हाथों में दर्द की समस्या को पैदा कर सकता है। अगर आपको हाथ में दर्द हो रहा है, तो आपको इस बारे में डॉक्टर को जानकारी देनी चाहिए। हाथ का दर्द चोट से जुड़ा हुआ है या फिर हार्ट संबंधी समस्याओं से, इस बारे में डॉक्टर जांच के बाद ही जानकारी दे सकते हैं।
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हाथ में दर्द के कारण और निवारण
डॉक्टर जांच के बाद ही बता सकते हैं कि आखिर आपके लेफ्ट हैंड यानी कि बाएं हाथ में दर्द क्यों हो रहा है। इसके बाद ही बीमारी का ट्रीटमेंट किया जाता है। ट्रीटमेंट में लाइफ स्टाइल चेंज जैसे कि रेग्युलर एक्सरसाइज, प्रॉपर न्यूट्रीशन के साथ ही स्ट्रेस को कम करने के लिए थेरिपी का सहारा लिया जा सकता है। एंटी एग्जायटी मेडिसिन की भी खुराक दी जा सकती है। वहीं मसल्स पेन को कम करने के लिए भी दवा दी जा सकती है।
- डॉक्टर पेशेंट के मूड को बेहतर बनाने के लिए एसएसआरआई मेडिसिन दे सकते हैं। सेरोटोनिन रीपटेक इनहिबिटर (SSRI), जो मूड को बेहतर बनाने के लिए शरीर में अधिक सेरोटोनिन उपलब्ध कराते हैं।
- वहीं सेरोटोनिन-नॉरपेनेफ्रिन रीपटेक इनहिबिटर (एसएनआरआई), जो मूड में सुधार के लिए सेरोटोनिन और नॉरपेनेफ्रिन के स्तर को बढ़ाते हैं।
- बेंजोडायजेपाइन जैसे अल्प्राजोलम, क्लोनजेपम, डायजेपाम और लोराजेपम, जो मांसपेशियों में टेंशन जैसे शारीरिक लक्षणों को कम करते हैं।
- ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट्स (TCAs) जैसे कि एमिट्रिप्टिलाइन, इमीप्रामाइन और नॉर्ट्रिप्टिलाइन आदि से रिलेक्सेशन का समय बढ़ जाता है।
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हाथ के दर्द को हल्के में न लें
आमतौर पर लोग हाथ के दर्द को गंभीर समस्या नहीं मानते हैं और उसका ट्रीटमेंट भी नहीं कराते हैं लेकिन अगर आपको हाथ में दर्द के साथ ही सीने में दबाव का भी अनुभव हो और साथ ही सांस लेने में भी दिक्कत हो रही हो, तो ऐसे में आपको हाथ दर्द की समस्या को इग्नोर नहीं करना चाहिए। चोट लग जाने के कारण या फिर सूजन के कारण भले ही हाथ में दर्द की समस्या कुछ समय बाद अपने आप ठीक हो जाती है लेकिन अगर होंठ की किसी समस्या के कारण हाथ में दर्द हो रहा है तो इसे बीमारी का संकेत मानना चाहिए और समय पर उपचार भी लेना चाहिए आप डॉक्टर से भी इस बारे में अधिक जानकारी ले सकते हैं
ध्यान दें
इस आर्टिकल में हमने आपको बाएं हाथ में दर्द (Left Arm Pain Causes) को लेकर जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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