यदि आपको प्रेग्नेंसी की शुरुआती अवस्था में ही कंधे में दर्द महसूस हो रहा है, तो इसका कारण प्रेग्नेंसी के कारण होने वाला हॉर्मोनल बदलाव हो सकता है। प्रेग्नेंट होने पर या इससे पहले ही आपका शरीर रिलैक्सिन (relaxin) नामक हॉर्मोन बनाने लगता है। यह हॉर्मोन आपके शरीर को बच्चे के विकास (child growth) और जरूरत के हिसाब से विकसित होने में मदद करता है। इससे कनेक्टिव टिशू ढीले होते हैं और यही दर्द की वजह है, शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द महसूस होता है जिसमें कंधें का दर्द भी शामिल है।
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दूसरी तिमाही (Second trimester)
जैसे-जैसे भ्रूण का विकास होता है उसे पोषण देने के लिए शरीर का भी विकास होता है। दूसरी तिमाही (second trimester) में आपका बेबी बंप (baby bump) दिखने लगता है और हेल्दी प्रेग्नेंसी (healthy pregnancy) के लिए आपके बॉडी शेप (body shape) से लेकर वजन तक में बहुत बदलाव दिखने लगता है। प्रेग्नेंट महिला (pregnant woman) के शरीर में होने वाले बदलाव का असर उनके सोने के तरीके, बैठने, खड़े होने या चलने के तरीके पर दिखने लगता है। यहां तक कि कुछ महिलाओं को बेबी बंप भले साफ न दिखे, लेकिन प्रेग्नेंसी के कारण होने वाले शारीरिक बदलावों का असर दिखने लगता है। शरीर में होने वाले बदलावों का असर मांसपेशियों पर पड़ता है और इसी वजह से मांसपेशियों में दर्द होने लगता है जिसमें कंधे का दर्द भी शामिल है।
तीसरी तिमाही (Third trimester)
तीसरी तिमाही में प्रेग्नेंट महिला के शरीर में बहुत बदलाव आते हैं, उनका शरीर बच्चे की डिलीवरी के लिए तैयार होता है और इसके परिणामस्वरूप शरीर में कई तरह के दर्द का अनुभव होता है। 2015 के एक अध्ययन के मुताबिक, सामान्य महिलाओं की तुलना में गर्भवती महिलाओं की रीढ़ की हड्डी (spine) ज्यादा कर्व्ड (curved) हो जाती है। यानी उनका स्पाइन कुछ अंग्रेजी के ‘S’ अक्षर जैसा दिखने लगता है और इसकी वजह है कि उनका शरीर बच्चे के बढ़ते वजन को हैंडल करने के लिए तैयार होता है। रीढ़ की हड्डी में होने वाले इन बदलावों के कारण पीठ और कंधे की मांसपेशियों (shoulder muscles) में भी बदलाव होता है और इसकी वजह से प्रेग्नेंसी में कंधे में दर्द होने लगता है और यह बिल्कुल सामान्य है। इसके अलावा तीसरी तिमाही में रिलैक्सिन हॉर्मोन का स्राव होता रहता है, जो आपके लिगामेंट्स (ligaments ) को रिलैक्स करता है, जिससे आपके पेल्विक बोन्स जॉइंट (pelvic bone joints) ढीले होकर खुल जाएं और ठीक तरह से डिलीवरी हो जाए। शरीर के दूसरे जॉइंट्स भी ढीले होते हैं जिसमें कंधों के जॉइंट्स भी शामिल है और इनके ढीले होने के कारण ही कंधों में दर्द होने लगता है।
प्रेंग्नेंसी के दौरान कंधे में दर्द के गंभीर कारण (Serious causes of shoulder pain in pregnancy)
कई बार कंधे में दर्द किन्हीं गंभीर कारणों से भी हो सकता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के किसी भी ट्राइमेस्टर में यदि आपको कंधें में गंभीर दर्द या असहजता महसूस होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। कंधे में दर्द के गंभीर कारण अलग-अलग हो सकते हैं।