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अगर रहना चाहते हैं फिट, तो आपके काम आएंगे यह एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 15/09/2021

    अगर रहना चाहते हैं फिट, तो आपके काम आएंगे यह एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स

    रोजाना एक्सरसाइज करने के फायदों के बारे में हम सभी जानते हैं। इससे न केवल हमें शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने में मदद मिलती है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक रूप से भी हमें फायदा होता है। लेकिन, जैसे हर काम के साथ कुछ जोखिम जुड़े होते हैं, वैसे ही व्यायाम के साथ भी कुछ रिस्क शामिल हैं। दरअसल एक्सरसाइज करते हुए सुरक्षित और इंजरी फ्री रहना बहुत जरूरी है। इसके लिए एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स (Exercise Safety Tips) के बारे में जानना बेहद जरूरी हैं। अगर एक्सरसाइज करते हुए आप सुरक्षित रहेंगे और आपको दर्द नहीं होगा, तभी आप इसे आराम से कर पाएंगे। अन्यथा, न केवल आप किसी चोट का शिकार हो सकते हैं बल्कि आपकी रूचि भी इसमें कम हो सकती है। इसलिए,सुरक्षित रहने के लिए आपको एक्सरसाइज करते हुए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। जानिए, व्यायाम के दौरान सुरक्षित रहने के तरीके (Safety Tips) कौन से हैं।

    कुछ लोग घर पर ही योग या व्यायाम करते हैं तो कुछ लोग इसके लिए जिम जाते हैं। दोनों ही स्थितियों में आपके लिए अपना ख्याल रखना जरूरी है। लेकिन, दोनों स्थितियों में व्यायाम से जुड़े जोखिम अलग-अलग हो सकते हैं। इसलिए, हम घर पर और जिम दोनों स्थितियों में एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स (Exercise Safety Tips)  के बारे में बात करेंगे। सबसे पहले जानते हैं कि एक्सरसाइज करना हमारे लिए क्यों जरूरी है?

    एक्सरसाइज करना क्यों आवश्यक है?

    एक्सरसाइज करने के फायदों के बारे में आपने अवश्य सुना होगा। नियमित रूप से व्यायाम करने से हमें शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। इससे न केवल हमारी हेल्थ सुधरती है बल्कि कई गंभीर बीमारियों का जोखिम भी कम हो सकता है जैसे टाइप 2 डायबिटीज, कैंसर,  कार्डियोवैस्कुलर डिजीज आदि। शारीरिक रूप से एक्टिव रहने और व्यायाम करने से यह लाभ हो सकते हैं:

    • हार्ट अटैक का जोखिम कम होता है
    • वजन सही रहता है
    • ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल, ब्लड प्रेशर कम रहता है
    • टाइप 2 डायबिटीज और कुछ कैंसर होने का जोखिम कम होता है
    • हड्डियां मजबूत होती हैं और शरीर का संतुलन बनाने रखने में मदद मिलती है
    • अच्छा महसूस होता है जिससे हम अधिक रिलैक्स महसूस करते हैं और नींद अच्छी आती है
    • सकारात्मक रहने में मदद मिलती है
    • एकाग्रता बढ़ती है और मूड सही रहता है

    इसके अलावा भी इसके कई लाभ हैं। इसलिए अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो दिन में कम से कम तीन मिनट व्यायाम के लिए अवश्य निकालें। आइए अब जानते हैं कि एक्सरसाइज के प्रकार क्या हैं?

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    एक्सरसाइज के प्रकारों के बारे में जानें (Types of Exercises)

    एक्सरसाइज अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी है। ऐसा माना जाता है कि लोग रोजाना केवल वही व्यायाम करते हैं जो उन्हें पसंद हैं। यानी, वो एक या दो तरह के व्यायाम करने में ही रूचि लेते हैं। लेकिन, एक्सरसाइज के कई प्रकार होते हैं। इन सभी प्रकारों के अपने अपने फायदे हैं। जानिए इनके बारे में विस्तार से:

    एरोबिक एक्सरसाइज (Aerobic exercise)

    एरोबिक एक्सरसाइज आप किसी भी तरह की एक्टिविटी को मान सकते हैं, जिससे हमारे हार्ट, लंग्स और मसल्स का व्यायाम होता है। नियमित रूप से एरोबिक एक्सरसाइज में भाग लेने से कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस सुधरती है। यही नहीं, कई हेल्थ कंडीशन के खतरा को कम करने में भी यह लाभदायक है। इसे करने में मूड भी सही रहता है और नींद भी अच्छी आती है। वॉक करना, साइकिलिंग, स्विमिंग, डांसिंग या कोई खेल खेलना इसके कुछ उदाहरण हैं।

    इस बारे में एनएक्सएफ फिटनेस क्लब के फिटनेस कोच आदित्य सिंह का कहना है कि जब बात वजन कम (Weight loss) करने की होती है, तो सबसे पहले महिलाओं के दिमाग में आता है कि उन्हें जिम (Gym), जुंबा (Zumba) या योग (Yoga) आदि करना होगा। ये सब एक्सरसाइज करना स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, लेकिन हर महिला के लिए जिम जाने के लिए समय निकालना मुनासिब नहीं होता है। वहीं ऐसा बिल्कुल नहीं है कि आप किसी भारी भरकम वर्कआउट (Workout) को जॉइन करें वजन को कम नहीं कर सकती हैं। वजन को कम करने के लिए आप दिनभर खुद को एक्टिव रखें। रोजाना वॉक पर जाएं। इसकी शुरुआत आप दिन में 2500 स्टेप्स से शुरू कर सकते हैं। धीरे-धीरे इसे बढ़ाने का प्रयास करें। इसके अलावा घर में सीढ़ियां है तो सीढ़ियों को अपनी फिजिकल एक्टिविटी का हिस्सा बनाएं। प्रतिदिन 10 हजार स्टेप्स को टारगेट (10,000 Steps Target) बनाने व पूरा करने की कोशिश करें। एक्सरसाइज 30 की उम्र के बाद वेट लाॅस करने में काफी मददगार है। 

    स्ट्रेंथनिंग एक्सरसाइजेज (Strengthening exercises)

    स्ट्रेंथनिंग एक्टिविटीज का फोकस मेजर मसल ग्रुप्स की स्ट्रेंथ को बनाना या मेंटेन रखना है जैसे बाजु और टांगे। पूरी उम्र स्ट्रेंथ को सुधारने के लिए व्यायाम करना जरूरी है। इससे मसल्स मजबूत होंगे और उम्र के बढ़ने पर मसल्स के मजबूत होने पर अच्छा पोस्चर मेंटेन होने में मदद मिलती है और कई समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है जैसे लो बैक पेन। स्ट्रेंथनिंग एक्सरसाइजेज में रेजिस्टेंस बैंड, लिफ्टिंग वेट और मशीन को शामिल किया जा सकता है। लेकिन, रोजाना की कई ऐसी एक्टिविटीज हैं जो मसल्स स्ट्रेंथ को बढ़ाने में मददगार हो सकती हैं जैसे गार्डनिंग, सामान उठाना आदि।

    फ्लेक्सिबिलिटी एक्सरसाइज (Flexibility exercise)

    एक्सरसाइज जो आपकी फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाती हैं वो हमें एक्टिव रहने में मदद कर सकती हैं। इन व्यायामों में मसल्स को धीरे-धीरे स्ट्रेच करना शामिल है। इन एक्टिविट्स में योग और पिलाटे शामिल है। इनसे न केवल आप फ्लेक्सिबल और स्वस्थ रह सकते हैं बल्कि रिलैक्स होने में भी आपको मदद मिल सकती है।

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    बैलेंसिंग एक्सरसाइजेज (Balancing exercises)

    एक्टिविटीज़ जो आपको बैलेंस बनाने में मदद करें, उन्हें बैलेंसिंग एक्सरसाइजेज कहा जाता है। यह व्यायाम उम्र के बढ़ने पर आपके बहुत काम आने वाली हैं। इनमें डांसिंग, योग, कुछ खेल जैसे टेनिस आदि शामिल हैं। इन एक्सरसाइजेज को आप आराम से घर पर कर सकते हैं। यह तो थी विभिन्न एक्सरसाइजेज के बारे में जानकारी। अब जानिए कि एक्सरसाइज करते हुए किन बातों का ख्याल रखना चाहिए यानी एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स (Exercise Safety Tips) के बारे में।

    कुछ खास एक्सरसाइजेज करते हुए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, पाएं कुछ टिप्स

    नियमित रूप से व्यायाम करना वो सबसे बेहतर चीज है, जो हम अपने स्वास्थ्य के लिए कर सकते हैं। यही नहीं, रोजाना व्यायाम करने से हम अपने आप में अलग सा बदलाव भी महसूस करते हैं। यह बदलाव होता है एक आत्मविश्वास का। हालांकि नियमित रूप से व्यायाम करना कोई आसान काम नहीं है इसके लिए दृढ निश्चय और डिसिप्लिन की जरूरत होती है। अगर आपने नया-नया व्यायाम करना शुरू किया ,है तो आपको एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स (Exercise Safety Tips) के बारे में पता होना बेहद जरूरी है।

    क्योंकि, अगर आप इन टिप्स को ध्यान में नहीं रखेंगे तो न केवल आपको चोट लग सकती है बल्कि इसके कारण आपका नियमित व्यायाम करने का निश्चय भी डगमगा सकता है। हो सकता है कि आप इसके बाद व्यायाम करना नजरअंदाज कर दें। इसलिए आज हम आपको कुछ एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स (Exercise Safety Tips) के बारे में बताने वाले हैं। जानिए इनके बारे में विस्तार से।

    घर पर एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स (Exercise Safety Tips At Home)

    घर पर व्यायाम करना बहुत ही आरामदायक अनुभव होता है लेकिन इसके लिए कंसिस्टेंसी बनाए रखना बहुत जरूरी होता है। इसके साथ ही घर पर वर्कआउट करते हुए आप कुछ अन्य चुनौतियों का भी सामना कर सकते हैं। जानिए घर पर व्यायाम करते हुए सुरक्षित रहने के तरीके (Safety Tips)

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    सही जगह का चुनाव (Choose Right Place)

    कहा जाता है कि सेहत से बढ़कर और कुछ नहीं। यह बात सही भी है। लेकिन, सेहत को हम आमतौर पर इतना गंभीर मामला नहीं मानते। जिसके परिणाम हमें भविष्य में भुगतने पड़ सकते हैं।  घर पर व्यायाम करते हुए आपको ऐसी किसी जगह का चुनाव करना है जो सुरक्षित, साफ और आरामदायक हो। जहां आप बिना किसी समस्या या रोकटोक के वर्कआउट कर सकें। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि इस स्थान पर आसपास ऐसा कुछ न हो, जिसके गिरने और आपको चोट लगने की संभावना हो। 

    एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स

    आरामदायक कपडे पहने (Right Cloths)

    घर पर एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स (Exercise Safety Tips) में आगे है सही कपड़े। आप व्यायाम चाहे घर पर कर रहे हों या जिम में आपको बिलकुल आरामदायक और सही कपडे पहनने चाहिए। इससे न केवल आप आराम से व्यायाम कर पाएंगे बल्कि आपको अच्छा महसूस भी होगा। जैसे अगर आप योग कर रहे हैं तो आप योग वाले कपडे पहनने। कार्डियो करते हुए आरामदायक जूते पहनें। आपके कपड़े मौसम के अनुसार भी सही होने चाहिए।

    स्ट्रेचिंग करें (Stretching)

    घर पर व्यायाम करते हुए भी स्ट्रेचिंग करना न भूलें, जैसे आप जिम में करते हैं। यह भी बहुत जरूरी है। इसके लिए आप वाक कर सकते हैं, एक ही जगह पर मार्च कर सकते हैं। एक्सरसाइज से पहले कम से कम दस से पंद्रह मिनटों तक स्ट्रेचिंग या वार्मअप करना अनिवार्य है। ताकि, आप मसल स्ट्रेन और इंजरी से बच सके। इसी तरह से वर्कआउट के बाद उसी कूल डाउन होने के तरीके अपनाएं जैसे फिटनेस क्लास (Fitness Class) या जिम वर्कआउट (Gym Workout) के बाद करते हैं। इसके बाद स्टैटिक स्ट्रेचिंग करें जैसे हैमस्ट्रिंग (Hamstring), काफ स्ट्रेच (Calf Stretch) आदि।

    अलग तरह की एक्सरसाइजेज ट्राय करें (Try Different Exercises)

    घर पर एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स (Exercise Safety Tips) में यह पॉइंट सबसे जरूरी है। क्योंकि, एक ही तरह की एक्सरसाइज करने से आपके विशेष मसल ग्रुप पर खिंचाव पड़ता है। जिससे चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए आप अलग-अलग तरह की एक्सरसाइज करें, ताकि आपके पूरे शरीर का व्यायाम हो सके।

    अपने शरीर के संकेतों को समझें (Understand your Body’s Signals)

    एक्सरसाइज करना इंटेंस हो सकता है और आपको बैचैनी भी हो सकती है। एक्सरसाइज के बाद होने वाले दर्द को अच्छे व्यायाम की निशानी माना जाता है। लेकिन, ऐसा हर बार जरूरी नहीं है कि आपको होने वाला दर्द एक्सरसाइज की सफलता की निशानी हो। कई बार यह मसल्स में खिंचाव या लिगमेंट के टूटने से भी हो सकता है। ऐसे में, अपने शरीर के संकेतों को समझना बेहद जरूरी है।

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    क्या हैं आपकी लिमिटेशंस (Know your Limitations)

    जब आप घर पर वर्कआउट कर रहे होते हैं, तो आपको सीखाने वाला कोई नहीं होता। ऐसे में आपको अपनी सीमाओं के बारे में समझना चाहिए। खासतौर पर अगर आप कोई वजन उठा रहे हों। वजन से संबंधित व्यायाम करने से पहले किसी एक्सपर्ट या फिजिकल ट्रेनर (Physical Trainer) की मदद ले लें। कार्डियो (Cardio) करते हुए भी ध्यान रखें कि यह व्यायाम आपको कितनी तेजी से और कितनी देर करने हैं। कार्डियो (Cardio) आपके लिए सबसे अच्छी और सुरक्षित एक्सरसाइज है, यह सुनिश्चित करने के लिए भी ट्रेनर से सलाह लें।

    गुणवत्ता पर ध्यान दें (Quality Over Quantity)

    कड़ी मेहनत की जगह स्मार्ट वर्क की तरफ ध्यान दें। कई बार जल्दबाजी करना चोट का कारण बन सकता है। इसलिए घर पर ऐसे व्यायाम करने की कोशिश न करें जिनसे आपको नुकसान पहुंच सकता है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं या मसल्स बनाना चाहते हैं तो पहले बेसिक व्यायाम से शुरू करें। उसके बाद धीरे -धीरे आगे कदम बढ़ाएं। क्वांटिटी की तुलना में क्वालिटी से काम करने में ही आपको लाभ होगा। घर पर एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स (Exercise Safety Tips) में इसे न भूलें

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    पूरा मजा लें (Enjoy It)

    इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन सी एक्सरसाइज कर रहे हैं। जो भी आप करें, उसका पूरी तरह से मजा लें। अगर आप एक्सरसाइज को मजा नहीं बल्कि सजा की तरह करेंगे तो अधिक दिन तक कर नहीं पाएंगे और आपके फिट और फाइन होने के सपने, सपने ही बन कर रह जाएंगे। एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स (Exercise Safety Tips)  में इसे भी हमेशा याद रखें।

    जिम में एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स (Exercise Safety Tips At Gym)

    जब बात एक्सरसाइज की आती है तो अपनी हेल्थ और सेफ्टी को लेकर जागरूक रहना बहुत अच्छी बात है। जिम में व्यायम करते हुए छोटी-मोटी चोट लगती रहती है। हालांकि, जिम में दुर्घटनाएं पूरी तरह से रोकी जा सकती हैं। कुछ सावधानियां बरत कर और सावधान रह कर आप इनसे न केवल खुद बच सकते हैं बल्कि दूसरे लोगों को भी बचा सकते हैं। जानिए, जिम में एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स (Exercise Safety Tips) और व्यायाम करते हुए सुरक्षित रहने के तरीके (Safety tips):

    फॉर्म में आने के बाद ही करें व्यायाम (Be in form)

    वेट ट्रेनिंग का सबसे सामान्य नियम है, वजन उठाने से पहले फॉर्म में आना। अगर आप अच्छी फॉर्म में आ कर कुछ नहीं उठा पा रहे हैं, तो आपको इसकी कोशिश भी नहीं करनी चाहिए। जिम में रहते हुए अच्छे फॉर्म और तकनीक का इस्तेमाल करना, अपने आप को चोट से मुक्त रखने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। प्रत्येक व्यायाम को करते हुए स्ट्रिक्ट फॉर्म का उपयोग करें और इससे न केवल आप हर एक्सरसाइज से  बेहतर और मजबूत बनेंगे। बल्कि, आप अपने जिम के अन्य लिफ्टर की तुलना में अधिक दीर्घायु होंगे और आपको चोट कम लगेंगी। व्यायाम की शुरुआत में वार्मअप करना न भूलें।

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    जिम पार्टनर का साथ है जरूरी (Have a Gym Partner)

    जिम पार्टनर के साथ मिल कर व्यायाम करने के कई कारण हैं और उनमें से एक यह है कि इससे आप चोट से सुरक्षित रहेंगे। बेंच प्रेस या स्क्वाट करते हुए आपको बहुत अधिक वजन उठाना पड़ सकता है। ऐसे में एक पार्टनर होने से आपको आसानी होगी। यही नहीं एक स्पॉटर या पार्टनर आपकी फॉर्म को जांचने में भी मदद करेगा ताकि आप किसी बड़ी चोट से बच सके। सबसे जरूरी बात अगर आपका जिम पार्टनर होगा, तो आपको एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन भी मिलेगी यानी सोने पर सुहागा।

    हायड्रेट रहें (Stay Hydrated)

    जिम में गर्मी लगना या पसीना आना सामान्य है। ऐसे में आपका हायड्रेटेड रहना जरूरी है। कुछ जिम इतने हवादार भी नहीं होते, जितने आपको पसंद है। ऐसे में अपनी पानी की बोतल अपने पास रखें और वर्कआउट के दौरान पानी पीते रहें। हायड्रेट रहने से न केवल आपको वर्कआउट करने में आसानी होगी, बल्कि आप कई समस्याओं से भी बचेंगे।

    Quiz: आपके लिए कौन-सा वर्कआउट है बेस्ट?

    अपने आसपास का भी ध्यान रखें (Take Care of your Surroundings)

    एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स (Exercise Safety Tips) में यह टिप आपके काम की हो सकती है। आमतौर पर जिम में लोग व्यायाम करते हुए हेडफोन लगा कर गाने सुनते हैं, वर्कआउट करते हुए सीधा देखते हैं और अपने काम को करने में ध्यान लगाते हैं। लेकिन, आपको थोड़ा ध्यान अपने आसपास के माहौल पर भी देना चाहिए। ताकि आप चोट या किसी दुर्घटना का शिकार न बनें। जिम में हर कोई व्यायाम करने में व्यस्त होता है। हो सकता है कि किसी व्यक्ति के लापरवाही से व्यायाम करते हुए आपके पैर पर वजन गिर जाए। ऐसे में आपका ध्यान हर तरफ होना जरूरी है। 

    सामान सही जगह पर रखें (Put Stuff in Place)

    केवल जिम ही नहीं बल्कि अपने रोजाना के जीवन में भी आपको यह आदत अपनानी चाहिए।  घर में इधर-उधर बिखरी चीजें भी समस्या और चोट का कारण बन सकती हैं। ऐसा ही जिम में भी हो सकता है। इसलिए खुद और अन्य लोगों को चोट से बचाने के लिए जो सामान आपने जहां से लिया है, वहीं वापस रख दें। जैसे आपने डंबल का प्रयोग करने के बाद वहीं जमीन पर रख दिया तो वहां से गुजरते हुए किसी व्यक्ति को उससे चोट लग सकती है। 

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    सैनिटाइजर और मास्क का प्रयोग (Use of sanitizer and mask)

    आजकल की आपातकालीन स्थिति को देखते हुए यह करना बेहद जरूरी है। वैसे तो हर जिम में इक्विपमेंट्स को सैनिटाइज करने का प्रावधान होता है। लेकिन, आपको खुद भी जिस उपकरण का प्रयोग आप कर रहे हैं उसे सैनिटाइज करना चाहिए। ताकि आप कोरोना वायरस या अन्य समस्याओं से बच सके। मास्क का प्रयोग भी जरूरी है। इसके साथ ही आपको अपने पास अपना तौलिया भी रखना चाहिए ताकि वर्कआउट के बाद आप खुद को पोंछ सकें।

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    जल्दबाजी न करें (No Hurries)

    हम सभी अपने रोजाना के जीवन में व्यस्त रहते हैं और किसी भी चीज के लिए वक्त निकालना बहुत मुश्किल है खासतौर पर जिम। ऐसे में जब भी आप जिम जाने का निश्चय करें, तो सोच-समझ ही करें। खासतौर पर अगर आपको लगता है कि जिम में कुछ ही दिन वर्कआउट करके आप अपना वजन कर लेंगे। याद रखें, किसी भी चीज की जल्दबाजी ठीक नहीं। ऐसे ही जल्दी में जिम ज्वाइन करना और फिर फिट होने रहने की जल्दी में आप चोट न लगवा लें। इस बात को समझें कि फिट होना इतना आसान नहीं है। इसके लिए आपको जिम में घंटों मेहनत करनी होगी।

    वेट तब उठाएं जब आप तैयार हों (Lift weights Carefully)

     जिम में स्ट्रेंथ बनाने में समय लगता है, इसलिए जब आप अभी वेट संभाल नहीं सकते हैं तो उसे उठाने की गलती भी न करें। इस बात का टेस्ट भी न करें कि आप कितना वजन उठा सकते हैं। क्योंकि, यह वजन उठाना आपके लिए भारी पड़ सकता है। टेस्ट से अच्छा है पहले अपनी फॉर्म सुधारें। क्योंकि अगर आप सेफ रहेंगे तभी ताकत आएगी और उसके बाद ही आप वजन उठा सकते हैं।

    एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स

    मदद या सलाह लें (Seek help or advice)

    एक्सरसाइज सेफ्टी टिप्स (Exercise Safety Tips) में यह एक ऐसा काम है, जो बहुत कम लोग करते हैं। लेकिन, जिम को एक सुरक्षित जगह बनाने के लिए यह जरूरी है। जैसे अगर आपको अपने लास्ट सेट के लिए किसी की मदद की जरूरत है। तो खुद इसे करने और चोट लगवा लेने से अच्छा है किसी की मदद लेना। ऐसे ही अगर आपको किसी एक्सरसाइज के बारे में सही जानकारी नहीं है या आप किसी उपकरण का सही उपयोग करना नहीं जानते हैं।  तो अपने अहम को छोड़ते हुए किसी अनुभवी व्यक्ति से पूछ लें। इससे आपको कुछ सीखने को भी मिलेगा।

    ऐसा करना आपको अजीब लग सकता है। लेकिन याद रखें, जिम में सब लोग एक ही उद्देश्य के लिए जाते हैं।  ऐसे में, किसी के पास जा कर कुछ पूछना बुरी बात नहीं है। इससे आप और जिम में मौजूद अन्य लोग भी सुरक्षित रहेंगे। एक्सरसाइज करते हुए छोटी-मोटी चोट लगना भी सामान्य है, फिर चाहे आप घर पर हों या जिम में। ऐसे में आपको इस दौरान प्रयोग होने वाली फर्स्ट ऐड में बारे में पता होना चाहिए। जानिए इस फर्स्ट-ऐड के बारे में:

    चोट की स्थिति में फर्स्ट-ऐड के बारे में जानें

    अगर आपको व्यायाम करते हुए चोट लग जाती है तो सबसे पहले आपको इन फर्स्ट-ऐड टिप्स को फॉलो करना चाहिए, ताकि उस समय होने वाली दर्द या इंजरी को बदतर होने से बचाया जा सके। यह टिप्स इस प्रकार हैं:

    • अगर व्यायाम करते हुए आपको चोट लगे तो तुरंत एक्सरसाइज करना बंद कर दें।
    • सूजन को दूर करने के लिए आइस और कंप्रेशन का प्रयोग करें।
    • अगर आपको दर्द हो रहा है तो दर्द दूर करने के लिए आप ओवर-द-काउंटर दवाईयां ले सकते हैं जैसे आइबूप्रोफेन (Ibuprofen)।
    • हल्की चोट की स्थिति में घाव को साफ़ कर के बेंडेज का प्रयोग कर सकते हैं।
    • अधिकतर स्प्रेन, स्ट्रेन और अन्य इंजरीज एक या दो दिन की रेस्ट और आइस के प्रयोग के बाद ठीक होने लगती हैं, लेकिन अगर आप यह समस्या ठीक न हो तो डॉक्टर की सलाह अनिवार्य है।

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    मोच या खिंचाव की स्थिति में क्या करें?

    मोच या खिंचाव (Strains) की स्थिति में फर्स्ट ऐड के तौर पर “RICE” का प्रयोग किया जा सकता है:

    • R -का अर्थ है रेस्ट करना जब तक इंजरी ठीक न हो जाए।
    • I – आइस का प्रयोग, यानी कोल्ड कंप्रेस के लिए आइस का प्रयोग करने।
    • C -कम्प्रेशन यानी इंजरी की सपोर्ट के लिए इलास्टिक कंप्रेस बैंडेज का प्रयोग करना। 
    • E – एलिवेशन में जिस जगह पर चोट लगी है उस बॉडीपार्ट को हार्ट के लेवल से ऊपर रखना चाहिए ताकि सूजन कम हो सके।

    अगर स्थिति गंभीर हो या इस तकनीक के बाद भी आराम न मिल रहा हो तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें

    फ्रैक्चर की स्थिति में क्या करें?

    फ्रैक्चर एक गंभीर स्थिति हो सकती है। इसमें मेडिकल हेल्प मिलना जरूरी है। लेकिन, जब तक मेडिकल हेल्प न मिल जाए, आप इन फर्स्ट ऐड टिप्स को अपना सकते हैं।

    • फ्रैक्चर की स्थिति में अगर ब्लीडिंग हो रही हो, तो सबसे पहले उसे रोकने के बारे में विचार करना चाहिए।
    • घाव को ऊपर उठाएं और एक साफ कपड़े या बैंडेज से दबाव डालें।
    • इंजर्ड एरिया को स्थिर रखें अगर कोई अंग टुटा है, तो उसे उस जगह को स्थिर रखने के लिए स्लिंग या स्पलिंट का प्रयोग किया जा सकता है।
    • इसके बाद उस स्थान पर आइस पैक या साफ़ कपडे में आइस क्यूब को लपेट कर उसका प्रयोग करेंको 
    • जितनी जल्दी हो सके मेडिकल हेल्प लें

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    चोट या किसी दुर्घटना के डर के कारण आप एक्सरसाइज करना नहीं छोड़ सकते। सेहतमंद रहने के लिए अच्छी और हेल्दी आदतों में यह भी शामिल है। ऐसे में अगर आप रहना चाहते हैं फिट और फाइन तो सावधान रहें और इन टिप्स को अपनाएं। इस दौरान आपको कोई चोट लगती है या अन्य कोई समस्या होती है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।

    डिस्क्लेमर

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