डेंटिस्ट का जवाब : दांतों के मरीजों की संख्या फिलहाल घट चुकी है। जिन लोगों को दांतों की समस्या है, वो लोग लॉकडाउन के समय टीथ प्रॉब्लम को इग्नोर कर रहे हैं। ज्यादातर लोग फोन में दातों की समस्या का समाधान पूछ रहे हैं। जिन लोगों को दांतों की सामान्य समस्या है, उनका समाधान तो फोन से किया जा सकता है। वहीं जिन लोगों को दांतों की गंभीर समस्या है, उसके लिए ट्रीटमेंट बहुत जरूरी है।
सवाल : किस तरह के पेशेंट ज्यादा आ रहे हैं कोरोना महामारी के दौरान ?
डेंटिस्ट का जवाब : डेंटिस्ट ज्योतिका दुबे इस सवाल के जवाब में कहती हैं कि जब से कोरोना महामारी फैली है, तब से लोगों को साइकोलॉजिकल टॉन्सिल की समस्या अधिक हो रही है। लोग फोन कर टॉन्सिल की समस्या का समाधान पूछ रहे हैं। यानी लोगों के मन में ये वहम बैठ गया है कि उन्हें टॉन्सिल की समस्या है। टॉन्सिल की समस्या से छुटकारा पाने के लिए बेहतर उपाय है कि गुनगुने पानी में नमक मिलाकर पिएं या फिर नींबू का रस मिलाकर भी पिया जा सकता है। दांतों की रोजाना सफाई करें लेकिन दांतों को तेजी से न रगड़ें। डेंटिस्ट ज्योतिका दुबे कहती हैं कि फिलहाल कोरोना लॉकडाउन में अगर किसी भी व्यक्ति को दांतों संबंधि अधिक समस्या है तो वो ओटी में अपना ट्रीटमेंट कराएं। फिलहाल कोरोना वायरस का संक्रमण चल रहा है तो दांतों की गंभीर समस्या से छुटकारा पाने के लिए सर्जिकल वार्ड में ही ट्रीटमेंट कराएं। मुंह की लार से कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा रहता है इसलिए ट्रीटमेंट के दौरान बहुत सावधानी की जरूरत पड़ती है।
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