कोरोना महामारी के समय हर जगह लोगों को सुरक्षा उपाय करने की सलाह दी जा रही है। कहीं लोगों को साबुन और सेनिटाइजर के फायदे बताए जा रहे हैं, तो कहीं कोरोना से बचने के लिए दूसरे उपाय सुझाए जा रहे हैं। कुछ लोग पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) या हैंड ड्रॉयर का भी नियमित तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। अगर आप भी कोरोना महामारी में स्वच्छता रखने के लिए पेपर टॉवेल या हैंड ड्रायर का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए हैं। अधिकांश लोगों को यह जानकारी ही नहीं है कि कोविड-19 में साफ-सफाई के लिए वे जिस पेपर टॉवेल या हैंड ड्रायर का उपयोग कर रहे हैं, उससे लोगों को कितना फायदा हो रहा है। आइए आपको बताते हैं कि आप जब भी हाथों को साफ करने का तरीका अपनाएं, तब पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) या हैंड ड्रायर्स में से किसका इस्तेमाल करें।
पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) या हैंड ड्रायरः हाथों को साफ करने का सही तरीका क्या है?
क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजी और संक्रामक रोगों पर यू.के. में एक अध्ययन किया गया। इस रिपोर्ट को 2019 में यूरोपीय कांग्रेस में भी प्रस्तुत किया गया। इस अध्ययन में बताया गया कि हाथों को साफ करने के लिए पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) का प्रयोग करना हैंड ड्रायर से बेहतर होता है। इसमें यह भी कहा गया कि गंदे या कीटाणु वाले हाथों को साफ करने के लिए पेपर टॉवेल का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
इस संबंध में क्लीवीलैंड क्लिनिक के अर्जेंट केयर विभाग में कार्यरत डॉ. थेरेसा लैश-रिटर ने कहा, “मैं हमेशा लोगों को यही सलाह देती हूं कि सबसे पहले हाथों को धो लें, क्योंकि हैंडवाशिंग बीमारी को फैलने से रोकता है। इसके बाद हाथों को सुखा लें, क्योंकि गीला हाथ रहने से बैक्टीरिया से संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए हाथों को संक्रमित होने से बचाने के लिए हैंड ड्रायर का प्रयोग करना बेहतर साबित हो सकता है।”
अभी दुनिया भर के लोग कोरोना महामारी से बुरी तरह डरे हुए हैं। ऐसे में इस शोध से लोगों के मन में संदेह होने लगा है। कोविड-19 में साफ-सफाई को लेकर लोगों में चिंता होने लगी है। लोग जानना चाहते हैं कि कोरोना महामारी में स्वच्छता अपनाने या हाथों को साफ करने का सही तरीका आखिर क्या है।
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पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) या हैंड ड्रायरः 1920 के दशक में भी किया गया था शोध
बता दें कि ऐसी ही एक शोध रिपोर्ट 1920 के दशक में भी आई थी। उस समय पहली बार एयर ड्रायर को पेटेंट किया गया था। पेटेंट होने के तुरंत बाद जब यह इस्तेमाल में लाया जाने लगा, तो लोगों को लगा कि हाथ सुखाने की यह सबसे अच्छी विधि है, लेकिन कोविड-19 महामारी को लेकर जब दुनिया भर में तरह-तरह के सुरक्षा उपाय अपनाए जाने लगे, तब हाथों को रोगाणु मुक्त करने के इस उपाय पर दोबारा विचार किया जाने लगा कि कोरोना महामारी में स्वच्छता रखने के लिए बेहतर उपाय क्या हो सकता है।
पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) या हैंड ड्रायर से हाथों को साफ करने का तरीकाः हैंड ड्रायर से हवा में फैल जाते हैं कीटाणु
साफ-सफाई को लेकर लोगों की चिंताओं के बारे में माइक्रोबायोलॉजिस्ट यूनिवर्सिटी के लेखक मार्क विलकॉक्स ने कहा, “कुछ लोग हमेशा अपने हाथों को ठीक से नहीं धोते और इन लोगों के कारण ही समस्या शुरू हो जाती है। ऐसे लोग जब हैंड ड्रायर आदि का इस्तेमाल करते हैं, तो हाथों में लगा कीटाणु हवा में उड़ जाता है। यह रोगाणु टॉयलेट रूम में चारों ओर फैल जाता है। लोगों की इस आदत के कारण दूसरे लोगों को परेशानियां होने लगती हैं।”
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पेपर टॉवेल या हैंड ड्रायर से हाथों को साफ करने का तरीकाः वैज्ञानिकों ने चार लोगों पर किया रिसर्च
हाथों को साफ करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है। इस बारे में यू.के. के वैज्ञानिकों ने चार लोगों के गंदे हाथों पर शोध किया। इसके लिए बैक्टीरियोफेज का इस्तेमाल किया गया। यह एक वायरस है जो बैक्टीरिया को संक्रमित करता है और यह मनुष्यों के लिए हानिकारक होता है। सबसे पहले वैज्ञानिकों ने चारों लोगों के हाथों को गंदा किया और फिर उन लोगों को अपना हाथ अच्छे से नहीं धोने को बोला गया।
इसके बाद सभी ने हॉस्पिटल के एक सार्वजनिक शौचालय में हाथों को पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) या हैंड ड्रायर से साफ किया। इस दौरान सभी लोगों को एप्रोन पहनाया गया, ताकि हाथों को सुखाने के बाद शरीर या कपड़ों पर रहने वाले कीटाणु का भी पता लगाया जा सके। हॉस्पिटल से बाहर आने के बाद सभी लोगों के सैंपल जमा किए गए। लोगों के साथ-साथ दरवाजे, कुर्सियों, फोन और दूसरी चीजों से भी सैंपल जमा किए गए।
पेपर टॉवेल या हैंड ड्रायर से हाथों को साफ करने का तरीकाः शोध रिपोर्ट से लोगों को हो रही चिंता
शोध रिपोर्ट में पाया गया कि पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) और हैंड ड्रायर का इस्तेमाल करने से बहुत हद तक लोगों के हाथ साफ और कीटाणु मुक्त हो गए थे, लेकिन यह भी देखा गया कि हैंड ड्रायर का इस्तेमाल करने से पहले की तुलना में वातावरण में गंदगी बढ़ गई थी। इससे यह पता चला कि हैंड ड्रायर केवल गर्म हवा नहीं देता, बल्कि हाथों को साफ से नहीं धोने पर उस गंदगी को हवा में फैलाने का भी काम करता है।
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कोविड-19 में साफ-सफाईः पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) या हैंड ड्रायर से पूरी तरह खत्म नहीं होते कीटाणु
निष्कर्ष में यह भी पता चला कि पहले कपड़ों से जितनी मात्रा में वायरस मौजूद था, जो पेपर टॉवेल और हैंड ड्रायर का इस्तेमाल करने के बाद दोगुना हो गया। इस अध्ययन के बाद शोधकर्ताओं का कहना है कि हाथों को पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) और हैंड ड्रायर से साफ करने के बाद भी कीटाणु पूरी तरह खत्म नहीं होते, बल्कि अप्रत्यक्ष रूप से व्यक्ति के शरीर में ही मौजूद होते हैं।
शोधकर्ताओं के अनुसार, “इस रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि पहले बैक्टीरिया जहां केवल हाथों में थे, वह हैंड ड्रायर का इस्तेमाल करने के बाद पूरे शरीर और टॉयलेट में फैल गए, जो एक चिंता की बात है, क्योंकि हॉस्पिटल के सार्वजनिक शौचालय को रोगी, आगंतुक, वहां से स्टॉफ आदि हमेशा इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में अगर हैंड ड्रायर का अधिक इस्तेमाल किया जाता है, तो बैक्टीरिया के पूरे शौचालय में फैलने की संभावना बढ़ जाती है। इससे दूसरे लोग भी संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए इसकी बजाय अगर पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) का इस्तेमाल किया जाए, तो बीमारी के फैलने की संभावना कम हो सकती है।”
पेपर टॉवेल या हैंड ड्रायरः कोविड-19 की रोकथाम में मिल सकती है मदद
शोधकर्ताओं का यह कहना है कि अगर सभी लोग हाथों को धोने के बाद पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) के इस्तेमाल को प्राथमिकता दें, तो विश्व में SARS या कोविड-19 जैसी संक्रामिक बीमारियों की रोकथाम में मदद मिल सकती है। हालांकि इस अध्ययन को लेकर कई तरह की बहस शुरू हो गई है। अनेक वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि केवल इस शोध से यह कहना उचित नहीं है कि पेपर टॉवेल से कोविड-19 जैसे संक्रामक रोगों को फैलने से रोका जा सकता है। यह केवल एक शुरुआती अध्ययन है और इससे जुड़े और भी अध्ययन का इंतजार करना चाहिए।
पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) या हैंड ड्रायरः कई हॉस्पिटल्स में चार हफ्ते तक किया गया दूसरा शोध
यूके, फ्रांस और इटली के वैज्ञानिकों ने भी इस विषय पर शोध की। उन्होंने जांच की कि क्या हैंड ड्रायर या पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) वास्तव में कीटाणुओं के प्रसार को रोकने के लिए सबसे अच्छे हैं। इस अध्ययन के तहत वैज्ञानिकों ने चार हफ्ते तक एक से अधिक हॉस्पिटल में शोध किया। इसमें वैज्ञानिकों ने हॉस्पिटल के टॉयलेट में बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया की जांच की। सभी हॉस्पिटल के बाथरूम में पेपर टॉयलेट और हैंड ड्रायर की सुविधा की गई।
शोध के दौरान लोगों को बाथरूम में केवल एक चीज का उपयोग करने का निर्देश दिया गया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि पेपर टॉयलेट और हैंड ड्रायर से आने वाले परिणाम में कितना अंतर होता है। इस अध्ययन में भी यह देखा गया कि जिन बाथरूम में हैंड ड्रायर का इ्सतेमाल किया गया था, उसकी तुलना में पेपर टॉयलेट का उपयोग करने वाले बाथरूम में कीटाणु की संख्या कम थी।
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पेपर टॉवेल या हैंड ड्रायर से हाथों को साफ करने का तरीकाः हैंड ड्रायर से संक्रमित हो सकता है फर्श
इस अध्ययन का नेृतत्व करने वाले विल्कोक्स ने कहा, “वास्तव में हैंड ड्रायर एक एरोसोल बनाता है, जो बाथरूम को दूषित करने का काम करता है। इससे फर्श और अन्य जगहों के भी संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि हैंड ड्रायर कहां लगा है, इस पर भी फर्श और दूसरी जगहों के संक्रमित होने की बात निर्भर करती है।
पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) या हैंड ड्रायर से हाथों को साफ करने का तरीकाः साल 2000 में भी किया गया था ऐसा शोध
बता दें कि इससे पहले भी साल 2000 में ऐसा ही एक अध्ययन किया गया था, लेकिन इस अध्ययन की रिपोर्ट वर्तमान के अध्ययन से बिल्कुल अलग थी। इसमें 100 लोगों पर शोध किया गया था और सभी को चार तरीकों से हाथों को सुखाने को कहा गया था। इस रिपोर्ट में पाया गया था कि हाथों को सुखाने का कोई भी तरीका पूरी तरह से कीटाणुओं को खत्म नहीं करता है।
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इस संबंध में नोएडा स्थित जेपी हॉस्पिटल के किडनी ट्रांसप्लांट विभाग के निदेशक डॉ. अमित देवड़ा ने क्या कहा?
इस विषय पर हमने नोएडा स्थित जेपी हॉस्पिटल के यूरोलॉजी और किडनी ट्रांसप्लांट के डायरेक्टर डॉ. अमित देवड़ा से बात की।
प्रश्न- कोविड-19 में हाथों की साफ-सफाई के लिए क्या तरीका अपनाना चाहिए?
किडनी ट्रांसप्लांट प्रोग्राम के कोर्डिनेटर डॉ. अमित देवड़ा ने कहा, “कोविड-19 में हाथों की साफ-सफाई करने का सबसे बेहतर तरीका है कि लोग साबुन या सेनिटाइजर का प्रयोग करें। अगर साबुन से हाथ धो रहे हैं, तो 30 सेकेंड तक हथेली के सभी स्थानों को ठीक से साफ करें। हाथ के हर कॉर्नर, अंगुलियों के बीच और अंगूठे को धोएं। इससे कीटाणु के रहने की संभावना खत्म हो जाएगी।”
अगर आपको किसी ऐसे जगह हाथ धोना है, जहां पानी की सुविधा उपलब्ध नहीं है, तो एल्कोहल युक्त सेनिटाइजर का उपयोग करना सबसे अच्छा होगा।
प्रश्न- एल्कोहल युक्त सेनिटाइजर का उपयोग कैसे फायदा पहुंचाता है?
वरिष्ठ किडनी विशेषज्ञ डॉ. अमित देवड़ा के अनुसार, “एल्कोहल युक्त सेनिटाइजर से वायरस के ऊपर की लेयर ब्रेक हो जाती है। इससे वायरस मर जाता है और हाथों से हट जाता है। इसके बाद लोग अपने हाथों को पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) या कपड़े से सुखा सकते हैं। यह बेहतर तरीका है।”
प्रश्न- हाथों को ठीक से नहीं धोने के बाद, अगर हैंड ड्रायर्स से हाथों को सुखाया जाता है, तो कीटाणु पूरे टॉयलेट में उड़ जाते हैं और इससे दूसरे लोग संक्रमित हो सकते हैं, क्या यह सही है?
किडनी ट्रांसप्लांट विभाग के निदेशक डॉ. अमित देवड़ा के अनुसार, “हां, इसकी संभावना हो सकती है। इसके पीछे का कारण यह हो सकता है कि जहां पर भी ड्रायर का उपयोग किया जा रहा है, वहां से गर्म हवा निकलकर एटमोसफेयर की तरफ जा रही है। इसमें गर्म हवा निकलकर नीचे की तरफ जाती है। इसलिए हैंड ड्रायर के सामने कोई भी संक्रमित चीज आएगा, तो वह वायरस और बैक्टीरिया को पूरे स्पेस में फैला देगा।”
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प्रश्न- क्या कोरोना महामारी में स्वच्छता का नियम अपनाते हुए लोगों को हैंड ड्रायर का प्रयोग करना चाहिए?
मेरे विचार से इस समय लोगों को हैंड ड्रायर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। लोगों को हैंड ड्रायर की जगह पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) का इस्तेमाल करना चाहिए।
प्रश्न- क्या हाथों को धोने के बाद ड्रायर से सुखाने पर कीटाणु मर जाते हैं?
हैंड ड्रायर का उपयोग केवल हाथों को सुखाने के लिए किया जाता है। इसका कीटाणु से कोई लिंक नहीं होता है।
प्रश्न- आप कोरोना महामारी में स्वच्छता अपनाने के लिए पेपर टॉवेल (टिश्यू पेपर) या हैंड ड्रायर्स में से किसके इस्तेमाल की सलाह देंगे?
डॉ. अमित देवड़ा ने कहा कि लोग साबुन का इस्तेमाल करने के बाद टिश्यू पेपर का प्रयोग करें और प्रयोग के बाद टिश्यू पेपर को डस्टबीन में फेंक दें।
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कोविड-19 में इन तरीकों से अपने हाथों की साफ-सफाई
टेक्सास हेल्थ रिसोर्स के संक्रामक रोग विभाग (FIDSA) में कार्यरत डॉ. निखिल भयानी के अनुसार, “अभी कोरोना महामारी में लोग स्वच्छता को लेकर बहुत अधिक चिंतित हैं। ऐसे में हाथों की साफ-सफाई का पूरा ख्याल रख रहे हैं। लोगों को हाथ धोने के दौरान इन चरणों का पालन करना चाहिए। इससे कीटाणुओं के खत्म होने की संभावना बहुत अधिक हो जाती है।”
ये नियम हैंः-
- अपने हाथों को साफ, बहते पानी (गर्म या ठंडा) से गीला करें। नल बंद करें और साबुन लगाएं।
- अपने हाथों को साबुन से रगड़ कर साफ करें।
- हाथ धोते समय हाथों की पीठ को ठीक से साफ करें।
- अपनी उंगलियों के बीच की गंदगी को भी साफ करें।
- अपने नाखूनों के अंदर की गंदगी को साफ करें।
- कम से कम 20 सेकंड तक साबुन को अपने हाथों पर रगड़ें।
- साफ और बहते पानी के नीचे अपने हाथों को अच्छी तरह से रगड़ कर साफ करें।
- एक साफ तौलिया लें और उससे हाथों को सुखाएं।
- अंत में तौलिये को हवा में सुखा लें।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 में संक्रमण को रोकने के लिए साफ-सफाई के इन नियमों का नियमित रूप से पालन करें। इसकी आदत बना लें।
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