के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
ब्लैक हेलबोरस नाइजर (Helleborus niger) या ब्लैक हेलबोर को आमतौर पर क्रिसमस गुलाब के नाम से भी जाना जाता है। यह एक सदाबहार फूलों वाला पौधा है। यह बटरकप (Buttercup), रेनुनकुलेसिए (Ranunculaceae) प्रजाति से संबंधित है। यह पौधा विषैला होता है। हालांकि इसके फूल जंगली गुलाब के समान ही होते हैं। वहीं, क्रिसमस गुलाब गुलाब परिवार से संबंधित नहीं है।
ब्लैक हेलबोर की पत्तियों, जड़ और जमीन के अंदर के तने का इस्तेमाल औषधि बनाने में होता है। आपको ब्लैक होलबोर और व्हाइट होलबोर के बीच कनफ्यूज नही होना है।
यह कैसे कार्य करता है, इस संबंध में पर्याप्त अध्ययन उपलब्ध नही है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
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निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें:
अन्य दवाइयों के मुकाबले औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नहीं हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। ब्लैक हेलबोर का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
मौखिक रूप से ब्लैक हेलबोर का सेवन असुरक्षित हो सकता है। इसमें डिगोक्सिन (लेनोक्सिन) (digoxin (Lanoxin)) दवा के समान कैमिकल्स होते हैं, जिसे हार्टबीट में गंभीर रूप से अनियमितता आ सकती है।
जो लोग ब्लैक हेलबोर के नुकसानदायक प्रभाव के प्रति संवदेनशील हैं, यह औषधि उन लोगों के लिए असुरक्षित हो सकती है। निम्नलिखित स्थितियों में ब्लैक हेलबोर का इस्तेमाल न करें।
प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग: यदि आप प्रेग्नेंट या ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं तो ब्लैक हेलबोर का सेवन आपके लिए असुरक्षित हो सकता है। इससे आपकी हार्टबीट में खतरनाक अनियमित्ता आ सकती है। इससे गर्भपात भी हो सकता है।
पेट और आंत की समस्याएं: यदि आपको कोई ऐसी समस्या है, जो आपके पाचन तंत्र को प्रभावित करती है तो ब्लैक हेलबोर का सेवन आपके लिए असुरक्षित है।
दिल की बीमारी: यदि आपको ह्रदय से जुड़ी ही हुई परेशानी है तो ब्लैक हेलबोर का सेवन असुरक्षित हो सकता है। यह दिल की बीमारी से जुड़ी समस्या को और गंभीर कर सकता है।
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यदि आप इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
ब्लैक हेलबोर आपकी मौजूदा दवाइयों या मेडिकल कंडिशन के साथ रिएक्शन कर सकता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
निम्नलिखित दवाइयों ब्लैक हेलबोर के साथ रिएक्शन कर सकती हैं:
एंटीबायोटिक्स दवाइयां (Macrolide antibiotics) ब्लैक हेलबोर के साथ रिएक्शन कर सकती हैं।
ब्लैक हेलबोर दिल को प्रभावित कर सकती है। कुछ एंटीबायोटिक्स दवाइयां ब्लैक हेलबोर को बॉडी कितनी मात्रा में अपने अंदर सोखती है, इस प्रक्रिया को बढ़ा सकती हैं। एंटीबायोटिक्स दवाइयों के साथ ब्लैक हेलबोर का इस्तेमाल से इसके साइड इफेक्ट्स का खतरा बढ़ जाता है।
एरिथ्रोमाइसिन (erythromycin), एजिथ्रोमाइसिन (azithromycin) और क्लेरिथ्रोमाइसिन (clarithromycin) को मिलाकर माइक्रोलाइड एंटीबायोटिक्स (macrolide antibiotics) कहीं जाने वालीं दवाइयां इसके साथ रिएक्शन कर सकती हैं।
एंटीबायोटिक्स (टेट्रासाइक्लिन एंटीबायोटिक्स)
इस एंटीबायोटिक्स के साथ ब्लैक हेलबोर का इस्तेमाल करने से साइड इफेक्ट्स की संभावना बढ़ जाती है।
डेमेक्लोसाइक्लिन (डेक्लोमासिन) (demeclocycline)(Declomycin), माइनोसाक्लिन (मिनोसिन) minocycline (Minocin), टेट्रासाइक्लिन (एक्रोमासिन) tetracycline (Achromycin) जैसी एंटीबायोटिक्स इसके साथ रिएक्शन कर सकती हैं।
डिगोक्सिन (लेनोक्सिन) Digoxin (Lanoxin)
डिगोक्सिन (लेनोक्सिन) दिल की धड़कन को मजबूती से धड़कने में मदद करता है। ब्लैक हेलबोर भी दिल पर प्रभाव डालती है। ऐसे में डिगोक्सिन के साथ ब्लैक हेलबोर का इस्तेमाल करने से डिगोक्सिन और ब्लैक हेलबोर के गंभीर साइड इफेक्ट्स का खतरा बढ़ जाता है। यदि आप डिगोक्सिन (लेनोक्सिन) का इस्तेमाल कर रहे हैं तो ब्लैक हेलबोर का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
क्वाइन (Quinine)
ब्लैक हेलबोर ह्रदय को प्रभावित करता है। क्वाइन भी दिल को प्रभावित करती है। इस स्थिति में दोनों दवाइयों का एक साथ सेवन करने से गंभीर साइड इफेक्ट्स का खतरा बढ़ सकता है।
स्टिमुलेंट लेक्सेटिव्स (Stimulant laxatives)
ब्लैक हेलबोर दिल को प्रभावित करता है। ह्रदय पोटैशियम का इस्तेमाल करता है। स्टिमुलेंट लेक्सेटिव्स बॉडी में पोटैशियम का स्तर कम कर देते हैं। बॉडी में पोटैशियम का कम स्तर होने से ब्लैक हेलबोर के साइड इफेक्ट्स का खतरा बढ़ जाता है।
निम्नलिखित कुछ लेक्सेटिव्स हैं:
वॉटर पिल्स (डाइयूरेटिक दवाइयां)
ब्लैक हेलबोर दिल को प्रभावित कर सकता है। वॉटर पिल्स या डाइयूरेटिक दवाइयां बॉडी में पोटैशियम का लेवल कम कर सकती हैं। बॉडी में पोटैशियम का स्तर कम होने पर इसका असर दिल पर पड़ेगा, जिससे ब्लैक हेलबोर से साइड इफेक्ट्स का खतरा बढ़ जाएगा।
निम्नलिखित कुछ पोटैशियम का लेवल कम करने वालीं डाइयूरेटिक दवाइयां हैं:
उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
हर मरीज के मामले में ब्लैक हेलबोर का डोज अलग हो सकता है। जो डोज आप ले रहे हैं वो आपकी उम्र, हेल्थ और दूसरे अन्य कारकों पर निर्भर करता है। औषधियां हमेशा ही सुरक्षित नहीं होती हैं। ब्लैक हेलबोर के उपयुक्त डोज के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
ब्लैक हेलबोर निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:
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