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पीरियड्स में देरी होने के बहुत से हैं कारण, जानें

Written by डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


अपडेटेड 27/09/2021

    पीरियड्स में देरी होने के बहुत से हैं कारण, जानें

    लाईफस्टाइल में बदलाव और भागदौड़ से आजकल हर कोई स्ट्रेस में रहता है। पीरियड्स में देरी (Late periods) होना स्ट्रेस (Stress) और लाईफस्टाइल में बदलाव की वजह से भी होता है। महिलाओं को कभी काम का स्ट्रेस होता है तो कभी घर संभालने का स्ट्रेस होता है। लेकिन पीरियड्स में देरी होने से दूसरी परेशानियां भी हो सकती हैं।

    सवाल

    अगर मेरे पीरियड्स में 3 से 4 महीने देरी होती है तो उसका कारण क्या है और इसके लिए क्या उपाय करना चाहिए?

    जवाब  

    आजकल की लाइफस्टाइल बहुत फास्ट और स्ट्रेसफुल हो गई है और इसका निगेटिव प्रभाव हमारी सेहत पर पड़ रहा है। इसका प्रभाव महिलाओं के मेंस्ट्रूअल साइकिल (Menstrual cycle) पर पड़ रहा है। अगर आप जानते हैं कि पीरियड्स में देरी के कारण क्या है, इनमें से कोई भी कारण नजर आते हैं तो अपने डॉक्टर से मिलना जरूरी है। जिससे आपका डॉक्टर पीरियड्स में देरी के कारणों का इलाज ठीक से कर सकेंः

    1.प्रेग्नेंट (Pregnant) होने पर

    अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो पीरियड्स का ना आना सामान्य है। अगर आप प्रेग्नेंट नहीं है फिर भी आपके पीरियड्स 2 से 3 महीने या उससे ज्यादा समय से नहीं आए तो आपको प्रेग्नेंसी टेस्ट करना जरुरी है या अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलें।

    2.वजन बढ़ना या घटना (Weight loss or weight gain)

    कई बार वजन एकदम से घटने या बढ़ने के कारण भी पीरियड्स आगे पीछे यानी पीरियड्स में देरी हो सकती है। इसके लिए आपको अपने खाने-पीने के रुटिन में जरूरी बदलाव करने होंगे।

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    3.एक्सरसाइज न करना (Not exercising)

    एक्सरसाइज ना करना भी पीरियड्स में देरी का एक कारण हो सकता है। सही अमाउंट में एक्सरसाइज न करना कभी आपको नुकसान पहुंचाता है। ज्यादा एक्सरसाइज करना सीधें आपके हॉर्मोन पर असर करता है। एक्सरसाइज से आपके एस्ट्रोजन हॉर्मोन में बदलाव आता है जिसको फीमेल रिप्रोडक्टिव हॉर्मोन भी कहा जाता है जो पीरियड्स में देरी का सबसे बड़ा कारण हो सकता है।

    4.पोलिसिस्‍टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS)

    पोलिसिस्‍टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS (Poly Cystic Ovary Syndrome) होने के सही कारणों का पता नहीं चल पाया है लेकिन महिलाओं में PCOS भी पीरियड्स में देरी का एक कारण होता है।

    क्या है पोलिसिस्‍टिक ओवरी सिंड्रोम (Poly cystic ovary syndrome) की समस्या?

    सेक्स हार्मोन में असंतुलन पैदा होने के कारण पोलिसिस्‍टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) की समस्या हो सकती है। इसके कारण हार्मोन में होने वाले बदलाव मासिक धर्म साइकिल पर तुरंत असर डालते हैं,  इस वजह से ओवरी में छोटी सिस्‍ट बन जाती है। जिसके कारण पीरियड्स में देरी हो सकती है। इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है लेकिन, जब तक लाइफस्‍टाइल ठीक नहीं होगी और खान-पान हेल्दी नहीं होगा तब तक इसे ठीक नहीं किया जा सकता।

    पोलिसिस्‍टिक ओवरी सिंड्रोम का उपचार (PCOS treatment)

    अगर हार्मोन लेवल को बैलेंस कर लिया जाए तो PCOS की परेशानी से होने वाली पीरियड्स में देरी की समस्या भी दूर की जा सकती है। महिलाओं को इससे बचने के लिए नियमित तौर पर एक्‍सरसाइज करनी चाहिए। उन्हें ऐसा आहार लेना चाहिए जो शरीर के फैट को घटाए। ब्रिटिश के जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्राइनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म के अनुसार 10 से 50 फिसदी तक PCOS की मरीज होने वाली महिलाओं मोटापे का शिकार होती हैं।

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    5.बहुत ज्यादा स्ट्रेस (Stress) लेना

    इसके अलावा पीरियड्स में देरी का एक कारण स्ट्रेस भी हो सकता है। लंबे समय तक तनाव लेने या मानसिक तौर पर बहुत ज्यादा परेशान रहने के कारण शरीर में एस्ट्रोजन और कॉर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ने लगते हैं जिससे पीरियड्स में देरी हो सकती हा या मासिक धर्म अनियमित भी हो सकते हैं।

    6.थायरॉइड (Thyroid)

    थायरॉइड की समस्या होने पर भी शरीर में हार्मोन असतुंलित होने लगते हैं। जिसकी वजह से भी पीरियड्स में देरी हो सकती है। इसके कारण पीरियड्स इररैगुलर हो जाते हैं।

    7. डायबिटीज (Diabetes)

    डायबिटीज की समस्या अब काफी तेजी से लोगों में देखी जा सकती है। ऐसी महिलाएं जिन्हें डायबिटीज है उन्हें भी पीरियड्स में देरी की समस्या से दो-चार होना ही पड़ता है। डायबिटीज की कारण से शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है जिससे हार्मोन असतुंलित हो जाते हैं और मासिक धर्म के चक्र को प्रभावित करते हैं।

    8.गर्भनिरोधक गोलियां (Contraceptic medicines)

    अधिकतर महिलाएं अनचाही प्रेग्नेंसी से बचने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती हैं। हालांकि, ऐसा करना उनके स्वास्थ्य के लिए कई तरह से जोखिम भरा होता है। गर्भनिरोधक गोलियां भी शरीर के हार्मोन स्तर को प्रभावित करती है, जिसके कारण पीरियड्स में देरी हो सकती है।

    9. बढ़ती उम्र या मेनोपॉज (Menopause)

    जिस तरह एक उम्र के बाद लड़कियों को मासिक धर्म शुरु होता है, उसी तरह एक उम्र के बाद मासिक धर्म का चक्र भी बंद हो जाता है। जिसे मेनोपॉज या रजोनिवृत्ति कहा जाता है। मेनोपॉज के चक्र का अनुभव हर महिला के लिए अलग-अलग हो सकता है। कुछ महिलाओं को पीरियड्स अचानक से बंद हो जाते हैं, तो वहीं कुछ महिलाओं को मेनोपॉक के चक्र के दौरान पीरियड्स दो से तीन महीने की देरी पर भी आ सकते हैं। पीरियड्स में देरी होने का यह चक्र लंबा भी हो सकता है।

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    अनियमित मासिक धर्म या पीरियड्स में देरी होने के लिए घरेलू उपाय

    1.विटामिन सी (Vitamin C) का सेवन करें

    विटामिन सी के सेवन से शरीर में प्रोजेस्टेरोन (Progesterone) का स्तर घटने लगता है। इससे गर्भाशय सिकुड़ जाता है और गर्भाशय का अस्तर टूट जाता है, जिससे पीरियड्स शुरु हो जाते हैं। हालांकि, विटामिन सी का इस्तेमाल कितना सही है, इसके लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इसलिए विटामिन सी की गोलियां के इस्तेमाल की जगह पीरियड्स में देरी की समस्या को ठीक करने के लिए विटामिन सी युक्त फलों और सब्जियों का सेवन करें। जैसे, खट्टे फल, जामुन, ब्रोकॉली, पालक, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, लाल और हरी मिर्च, और टमाटर

    2.अजवायन

    अजवायन शरीर में एस्ट्रोजन की मात्रा को असंतुलित से संतुलित करता है, जिससे पीरियड्स में देरी की समस्या से निजात पाई जा सकती है।

    3.गाजर का जूस

    गाजर में पर्याप्त मात्रा आयरन होता है, जो शरीर में खून की कमी को पूरा करता है। नियमित रूप से गाजर का रस पीने से पीरियड्स में देरी की स्थिति से छुटकारा पाया जा सकता है।

    4.तिल

    शरीर में एस्ट्रोजन के संतुलित होने से पीरियड्स में देरी को नियमित किया जा सकता है। तिल के बीज में एस्ट्रोजन की भरपूर मात्रा होती है। यह शरीर में घटे एस्ट्रोजन के लेवल को काफी आसानी से बढ़ा सकता है।

    5.कच्चा पपीता

    कच्चा पपीता गर्भाशय में मांसपेशियों को सिकुड़ने में मदद करता है। अगर बार-बार पीरियड्स में देरी होने के कारणों को दूर करना है, तो कुछ दिनों तक कच्चे पपीते का जूस पीना लाभकारी हो सकता है।

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     इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से जरूर सलाह लें। उम्मीद करते हैं कि आपको पीरियड्स में देरी संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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