दवा: डॉक्टर ओसीडी रोग बिहेवियर को काबू में करने लिए दवाएं लिख सकते हैं। आमतौर पर, एंटी-डिप्रेसेंट का उपयोग पहले किया जाएगा और नीचे बताई दवाएं इसमें शामिल कर सकते हैं:
- क्लोमीप्रैमाइन (एनाफ्रानिल)
- फ्लुवोक्सामाइन (लवॉक्स सीआर)
- फ्लुओक्सेटीन (प्रोजैक)
- पैरोसेटिन (पैक्सिल, पेक्शेवा)
- सरट्रालिन (जोलॉफ्ट)
कॉग्निटिव बिहेवियर थेरिपी: यह सोचना कि आप झूठे और नेगेटिव हैं या लंबे समय में मानसिक रूप से बीमार हैं। कॉग्निटिव इलाज आपको गलत आदत को ढूंढने में मदद करती है, जो नर्वस का कारण बनती है। बाद में, बिहेवियर इलाज और ट्रीटमेंट आपकी और भी आदतों के लिए गाइड करता है। जब आप पहले की तरह नहीं सोचते हैं, तो इसका मतलब है कि समस्या ठीक हो रही है।
ओसीडी का इलाज करने के लिए आपको इसके लक्षणों को जानना और समझना बहुत जरूरी है। क्यूंकि यह आपका पहला कदम है खुद को इस से मुक्त करने का।यदि आपको कभी भी लगे कि आप ओसीडी के शिकार हो सकते है तो इस टेस्ट को किसी भी ऑनलाइन साइट द्वारा आप दे सकते और फिर उस उत्तर को अपने डॉक्टर से दिखाए।अपने दिमाग और मन दोनों को शांत रखे ओर सिर्फ उतनी ही चिंता करे जितनी आपके लिए ठीक हो।
ओसीडी के लिए घरेलू इलाज क्या हैं?
नीचे दिए गए लाइफस्टाइल और घरेलू उपचार आपको ओसीडी रोग से निपटने में मदद कर सकते हैं :
- डॉक्टर को बताएं कि इलाज के बाद इसके लक्षण और ज्यादा सामने आ रहे हैं या नहीं।
- अगर आपको दवा लेने के बाद ठीक महसूस नहीं होता, तो इस बारे में डॉक्टर को बताएं।
- नियमित रूप से व्यायाम करें।
- अगर आप पहले से ही बेहतर महसूस करते हैं, तो भी अपने डॉक्टर के सलाह के अनुसार दवाएं लें। दवा छोड़ने से ओसीडी रोग फिर से हो सकता है।
- दवा या अन्य खाने की चीज लेने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
- यदि आप ओसीडी रोग से खुद को मुक्त करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको अपने दिमाग और मन दोनों को यह विश्वास दिलाना होगा कि यह कोई कलंकित बीमारी नहीं है। यह एक आम बीमारी है, जिसके बारे में बात करने से आपकी निंदा नहीं होगी। तभी आप इसके बारे में खुल के बात कर पाएंगे।