इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (ईडी) सेक्स से जुड़ी समस्या है, जो पुरुषों की परेशानी का कारण बन सकती है। यौन संबंधी समस्या से जूझ रहे पुरुषों को सेक्स के दौरान पेनिस में उत्तेजना बनाए रखने में समस्या होती है। इस कारण से पुरुषों को शर्मिंदगी का एहसास भी होता है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है और मानसिक तनाव का कारण बन सकती है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन ( को नपुंसकता के नाम से भी जाना जाता है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या के कारण इरेक्शन में दिक्कत होती है। कम उम्र में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या कई बीमारियों के कारण उत्पन्न हो सकती है। कुछ बीमारियां जैसे कि डायबिटीज की समस्या, मोटापा की समस्या, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट प्रॉब्लम, डायबिटीज, हॉर्मोनल डिसऑर्डर आदि इस समस्या का कारण बन सकते हैं। इरेक्शन का संबंध नर्व, हॉर्मोन, मसल्स और सर्कुलेटरी सिस्टम आदि से होता हैं। ये सभी सिस्टम पेनिस टिशू के साथ ही ब्लड से जुड़े हुए हैं। जब इन सिस्टम्स में किसी तरह का तनाव या समस्या पैदा होती है, तो ये पुरुषों की सेक्स लाइफ में समस्या पैदा कर सकते है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको कम उम्र के पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के समस्या और उससे निजात के बारे में जानकारी देंगे। जानिए कम उम्र के पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को लेकर क्या कहती हैं रिचर्स?
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कम उम्र के पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (Erectile dysfunction) के बारे में क्या कहती है रिचर्स?
यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन ने इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के माइल्ड और मोडेरेट (men affected by mild and moderate ED) केस के बीच अध्ययन किया और इससे प्रभावित पुरुषों के बारे में जानकारी भी दी। अध्ययन से ये जानकारी मिली कि 50 साल की उम्र में करीब 50 प्रतिशत लोग और 60 साल की उम्र में करीब 60 प्रतिशत लोगों को माइल्ड इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या थी। साल 2013 में सेक्शुअल मेडिसिन में प्रकाशित जर्नल के अनुसार कम उम्र के पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन समस्या है। रिचर्स में ये बात सामने आई कि ईडी 40 साल से कम उम्र के पुरुषों में करीब 26 प्रतिशत लोगों इरेक्टाइल डिस्फंक्शन ने प्रभावित किया। जो लोग कम उम्र में स्मोकिंग या फिर अवैध ड्रग्स का इस्तेमाल कर रहे थे, उनमें ये समस्या अधिक देखने को मिली। रिचर्स में ये बात सामने आई कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या कम उम्र में भी आम है और लोगों की सेक्शुअल लाइफ को प्रभावित करती है।
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इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का कारण बन सकती हैं शारीरिक परेशानियां
कम उम्र के पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का कारण शारीरिक के साथ ही मानसिक बीमारियां हो सकती हैं। ज्यादातर पुरुष ईडी की समस्या के बारे में जिक्र नहीं करते हैं और मेन्टल स्ट्रेस से गुजरते हैं। अगर आपको समस्या का पता चल चुका है, तो बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से जांच कराएं और बीमारी का कारण पता कर इलाज कराएं। कई बार ईडी की समस्या सीरियस हेल्थ कंडीशन का संकेत भी हो सकती है। आपको इसे छिपाने की जरूरत नहीं है। जानिए कौन-सी शरीरिक परेशानियां कम उम्र में पुरुषों में नपुंसकता का कारण बन सकती हैं।
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हार्मोनल डिसऑर्डर (Hormonal disorders) के कारण नपुंसकता
हार्मोनल डिसऑर्डर के कारण इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या पैदा हो सकती है। पुरुषों में लो टेस्टोस्टेरॉन ( low testosterone) ईडी का कारण बन सकता है। वहीं कुछ केसेज में पियूष ग्रंथि ( pituitary gland) से अधिक मात्रा में निकलने वाले प्रोलैक्टिन हॉर्मोन (prolactin) भी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की वजह बन सकता है। पुरुषों में थायरॉयड हॉर्मोन में कमी से ईडी की समस्या हो सकती है। कम उम्र में स्टेरॉयड्स यूज करने वाले पुरुषों में भी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का अधिक रिस्क रहता है।
मोटापे (Obesity) के कारण पुरुषों में नपुंसकता
मोटापा एक साथ कई बीमारियों को जन्म देता है। मोटापे के कारण कम उम्र के पुरुषों को नपुंसकता यानी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या हो सकती है। अगर लाइफस्टाइल में सुधार कर एक्सरसाइज और डायट पर ध्यान दिया जाए, तो इस समस्या से निजात पाया जा सकता है। मोटापे को कम करने के सही तरीके के बारे में आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
दिल से जुड़ा है सेक्स का मामला
दिल की समस्याएं आपकी सेक्स लाइफ पर बुरा असर डाल सकती हैं। जिन लोगों को हार्ट संबंधी समस्याएं होती हैं, उन्हें नपुंसकता की समस्या भी हो सकती है। एथेरोसिलेरोसिस (atherosclerosis) के कारण भी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या हो सकती है। एथेरोसिलेरोसिस की समस्या में आर्टरी वॉल में फैट, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थ जमने लगते हैं, जो ब्लड फ्लो में रुकावट पैदा करते हैं। अगर हार्ट को हेल्दी रखना है, तो आपको हेल्दी लाइफस्टाइल का चयन करना होगा। ऐसा करके आप इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
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डायबिटीज की समस्या बन सकती है ईडी (Erectile dysfunction) का कारण
अगर आपको नपुंसकता की समस्या है, तो आपको डायबिटीज की जांच भी करानी चाहिए। ईडी डायबिटीज का संकेत हो सकता है। ब्लड ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाने के कारण ब्लड वैसल्स डैमेज हो सकती हैं। इरेक्शन के दौरान ब्लड की ठीक से सप्लाई न होने के कारण इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या पैदा हो जाती है। आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
ये आदतें बन सकती हैं नपुंसकता का कारण
अगर आपकी जीवनशैली अच्छी नहीं और आप स्मोकिंग, एल्कोहॉल और ड्रग्स का इस्तेमाल करते हैं, तो कम उम्र में नपुंसकता की संभावन बढ़ जाती है। एल्कोहॉल और तंबाकू शरीर में बहुत बुरा असर डालती हैं और सेक्स लाइफ को भी खराब करती हैं। अगर शरीर पर बुरा असर डालने वाली आदतों को छोड़ दिया जाए, तो कम उम्र में नपुसंकता की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
मेन्टल प्रॉब्लम (Mental illness) के कारण इरेक्टाइल डिस्फंक्शन
मेन्टल प्रॉब्लम से ग्रस्त लोग सेक्शुअल इंटरकोर्स के दौरान परेशानियों का सामना कर सकते हैं। सेक्शुअल एक्साइटमेंट और इरेक्शन ब्रेन से जुड़ा हुआ है। डिप्रेशन और एंग्जाइटी के कारण इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या हो सकती है। स्ट्रेस की समस्या कई कारणों से हो सकती है। स्ट्रेस का सेक्स लाइफ पर बुरा असर पड़ता है। स्ट्रेस महिलाओं और पुरुषों में सेक्स के दौरान परेशानियां खड़ी कर सकता है। अगर मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जाए, तो इन परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है।
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इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का ट्रीटमेंट कैसे कराएं?
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन से बचने के लिए आपको सबसे पहले अच्छी जीवशैली का चुनाव करना होगा। हेल्दी डायट, एक्सरसाइज, स्मोकिंग और एल्कोहॉल को छोड़कर आप समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आप डॉक्टर की सलाह से नैचुरल हर्ब का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। आपको इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के संबंध में अपने पार्टनर से भी बात करनी चाहिए ताकि समस्या का समाधान करने में आपको आसानी हो। डॉक्टर ओरल फॉस्फोडिएस्टरेज टाइप 5 (Oral phosphodiesterase type 5) प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स दे सकते हैं। ये एक प्रकार का एंजाइम है, जो पेनिस में ब्लड वैसल्स को खोलन और ब्लड फ्लो को बढ़ाने का काम करता है।
वहीं एल्प्रोस्टेडिल (Alprostadil) सॉल्युशन को पेनिस बेस में सेक्स के करीब 20 मिनट पहले इंजेक्ट कर इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। इस सॉल्युशन के दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। जिन लोगों को हॉर्मोनल प्रॉब्लम होती है, डॉक्टर उन्हें टेस्टोस्टेरॉन थेरिपी देते हैं।अन्य ट्रीटमेंट में सर्जरी भी शामिल है। इसे अंतिम उपाय के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। डॉक्टर सर्जरी के दौरान पेनियल प्रोस्थेसिस (penile prosthesis) इम्प्लांटेशन करते हैं। आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं। कम उम्र के लोगों में नपुंसकता के बारे में चर्चा करना वाकई कठिन हो सकता है लेकिन समस्या का समाधान आप इलाज के माध्यम से ही कर सकते हैं। बेहतर होगा कि आप बिना शर्माएं बीमारी का इलाज कराएं।
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उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अगर आप कम उम्र में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या से निजात पाना चाहते हैं, तो डॉक्टर से जांच जरूर कराएं। अच्छी आदतों को अपनाकर आप काफी हद तक इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या से राहत पा सकते हैं। अगर आपको कोई बीमारी है, तो उसका ट्रीटमेंट जरूर कराएं। हम उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल के माध्यम से कम उम्र में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के बारे में जानकारी मिल गई होगी। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।