लिंग के प्रकार, जब सेक्स की बात की जाती है तो पेनिस का साइज मैटर करता है, लेकिन वैसे नहीं जैसे हम सोचते हैं। बड़े पेनिस का मतलब इंटेंस ऑर्गेज्म नहीं है। एक व्यक्ति जिसके पेनिस का आकार सामान्य है वह भी अपने पार्टनर को बेटर ऑर्गेज्म तक पहुंचा सकता है, लेकिन सेक्स को हमेशा पेनिस साइज से रिलेट किया जाता है और बेड पर जेनिटल्स ऑर्गन कैसे परफॉर्म करते हैं इस पर भी चर्चा की जाती है। स्पेशली पुरुषों के मामले में ऐसा कहा जाता है कि उनके सेक्स ऑर्गन महिलाओं को ऑर्गेज्म तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यहां तक कि एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि महिलाएं एक पर्टिकुलर साइज और शेप के पेनिस को प्राथमिकता देती हैं।
आपको एक बात बता दें कि सेक्स या ऑर्गेज्म के लिए पेनिस का साइज इतना महत्वपूर्ण नहीं है। शेप के आधार पर आप एक अच्छी सेक्स पॉजिशन को अपनाकर आप खुद को और अपने पार्टनर को संतुष्ट कर सकते हैं। साइज और शेप को लेकर हमेशा चिंता में रहने की बजाय आपके पास जो साइज है उसका बेहतर यूज करके अपने साथी को खुश रखें। साइंस के अनुसार पुरुषों के पेनिस चार प्रकार के होते हैं। यानी लिंग के प्रकार चार होते हैं। वे कौन से हैं आगे जानते हैं।
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लिंग के प्रकार:
बड़े आकार का पेनिस
एक प्रसिद्ध सेक्सोलॉजिस्ट के सर्वे के अनुसार भारत में पेनिस का एवरेज साइज 5.54 इंच (14.07 cm) लेंथ है और 3.11 इंच (7.9 cm) ग्रिथ (मोटाई या चोड़ाई) है। यहां तक कि जनरल सेक्शुअल मेडिसिन की एक स्टडी के अनुसार इरेक्ट पेनिस की एवरेज लेंथ 14.15 cm है। सर्वे के अनुसार पेनिस साइज की रेंज 5.5 से 7 इंच तक हो सकती है। बड़े पेनिस का फायदा ये है कि यह पेनिट्रेट ज्यादा कर सकता है और वजायना के सभी पार्ट्स को स्टिमुलेट कर सकता है, लेकिन यह पार्टनर को हर्ट भी कर सकता है। इस आकार के पेनिस के साथ कई सेक्स पॉजिशन सफलता पूर्वक ट्राई की जा सकती हैं।
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कर्व्ड पेनिस
लिंग के प्रकार में इस प्रकार का पेनिस में साइज नहीं शेप मेटर करता है। इस पेनिस का साइज 5.5 इंच हो सकता है, लेकिन यह पेनिस फ्रंट से थोड़ा कर्व होता है और आगे से थोड़ा पॉइंटेट होता है। इसका महिला के प्लेजर से कोई लेना देना नहीं है क्योंकि पेनिस के लुक्स से सेक्स से कोई वास्ता नहीं। कर्व्ड पेनिस पेनिट्रेशन के दौरान वजायना की अपर वॉल को टच करता है जहां पर जी स्पॉट होता है। इसका मतलब है कि कर्व्ड पेनिस से ज्यादा प्लेजर और बेहतर ऑर्गेज्म मिल सकता है। इसलिए अगर पेनिस कर्व्ड है तो परेशानी की कोई बात नहीं है।
हमेशा झुका हुआ
यह पेनिस भी कर्व्ड पेनिस की तरह ही होता है बस यह सामने से थोड़ा नीचे की ओर झुका रहता है। नीचे की तरफ थोड़ा झुका होने के कारण भले ही मिशनरी पॉजिशन में अच्छी तरह परफॉर्म न करें, लेकिन यह डॉगी स्टाइल पॉजिशन में पार्टनर को अच्छा प्लेजर दे सकता है। इसलिए याद रखें किसी भी साइज या शेप का पेनिस आपकी सेक्स लाइफ के लिए बुरा साबित नहीं होगा। बस जरूरत है कि आप खुद पर विश्वास रखें और हीन भावना से ग्रसित न हों।
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छोटा पेनिस
इस पेनिस का एवरेज साइज 5.5 इंच हो सकता है। इस आकार के पेनिस के साथ सबसे अच्छी बात ये है कि इससे पार्टनर को हर्ट होने के चांजेस बेहद कम होते हैं। साथ ही लॉन्ग टर्म रिलेशनशिप के लिए महिलाएं भी इस आकार को प्राथमिकता दे सकती हैं। इनके अलावा भी कुछ और लिंग के प्रकार बताए गए हैं अब जानते हैं उनके बारे में।
पतला पेनिस
सेक्स एजुकेटर्स कहते हैं कि कई बार लोग पेनिट्रेशन सेक्स का चुनाव इसलिए करते हैं क्योंकि वे फुलनेस का एहसास करना चाहते हैं, लेकिन पतला पेनिस को कई बार वजायनल वॉल के पास होता है, लेकिन महिला को इसका एहसास नहीं हो पाता। अगर महिला की वजायनल डिलिवरी हो चुकी है तो वजानल वॉल ढीली हो जाती है। ऐसे में वे कई बार स्टिमुलेट नहीं हो पाती, लेकिन ऐसे में भी परेशान होने की जरूरत नहीं है।
पतले पेनिस वाले पुरुषों को सेक्स करते वक्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे अपनी फीमेल पार्टनर के दोनों थाइज को पास रखें। इससे वजायनल कैनाल नैरो हो जाती है जिससे दोनों पार्टनर के लिए फ्रिक्शन और सेंसेशन ज्यादा होता है। इस पेनिस के साथ डॉगी स्टाइल पॉजिशन ठीक रहेगी। इसके साथ ही क्लिरोटिस को हाथ से स्टिमुलेट करना होगा। इस तरह ऑर्गेज्म तक पहुंचा जा सकता है।
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माइक्रोपेनिस
बहुत कम लोग मेडिकली क्लासीफाइड माइक्रोपेनिस के साथ पैदा होते हैं। इस पेनिस का साइज जब ये इरेक्ट होता है तब भी 3 इंच या इससे कम होता है। इसका कारण फीटल डेवलपमेंट के दौरान लो टेस्टोस्टोरोन लेवल हो सकता है। इस पेनिस के साथ सेक्स करते समय डीप पेनिट्रेशन के लिए पॉजिशन का ध्यान रखना जरूरी है। सेक्स करते समय पार्टनर के बट ने नीचे पिलो का यूज करें और मिशनरी पॉजिशन में उनके लेग्स को अपने शोल्डर पर रखकर सेक्स करें। साथ ही मेन्युअल स्टिमुलेशन को न भूलें। ऐसा करने से ऑर्गेज्म तक पहुंचना आसान होगा।
नैरो एड द हेड पेनिस
लिंग के प्रकार में इस प्रकार का पेनिस बेस में चौड़ा और ऊपर की तरफ नैरो होता है। लिंग के प्रकार में इस शेप का पेनिस होने पर चिंता की कोई बात नहीं है। यह पूरी तरह नॉर्मल है। इस लिंग के प्रकार के साथ डॉगी स्टाइल सेक्स पॉजिशन प्लेजर का एहसास कराएगी। टिप पर नैरो होने के चलते इस बात की संभावना भी कम होगी कि प्रवेश के दौरान पार्टनर को हर्ट कर सकते हैं। एक बात और सारे सेक्शुअल सेंसेशन पेनिस के टिप से आते हैं ऐसे में प्लेजर के ज्यादा होने के चांसेज रहते हैं।
थोड़ा छोटा और मोटा लिंग
जैसे कि लंबा पेनिस बेहतर उत्तेजना के लिए जाना जाता है ठीक उसी प्रकार मोटा पेनिस ऑर्गेज्म लाने में मदद कर सकता है। थिक और शॉर्ट लिंग के प्रकार वाले व्यक्ति को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए जिसमें प्रमुख है सेक्स पॉजिशन जिससे वह डीप पेनिट्रेशन करके खुद को और पार्टनर को संतुष्ट कर सकता है। इसके लिए डाउनवर्ड डॉग पॉजिशन सही मानी जाती है। जिसमें पार्टनर डाउनवर्ड डॉग की पॉजिशन में होती है और पुरुष पीछे से पेनिस इंसर्ट करते हैं। मिशनरी और स्पूनिंग पॉजिशन भी ट्राय कर सकते हैं। ये भी प्लेजर और ऑर्गेज्म तक पहुंचाने में मदद कर सकती हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल उपयोगी लगा होगा और लिंग के प्रकार से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।