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वैक्यूम पंप
क्योंकि, यह वैक्यूम पंप लिंग में से खून को खींचते हैं, इससे लिंग में सूजन आ जाती और यह नपुंसकता का कारण भी बन सकता है। वैक्यूम पंप अस्थायी रूप से लिंग का आकार बढ़ा सकता है लेकिन इससे लिंग में समस्या आ सकती है या इरेक्शन में समस्या हो सकती है।
व्यायाम
अगर आप अपने लिंग को बड़ा करवाना चाहते हैं तो इसके लिए एक व्यायाम किया जाता है, जिसे जेलकिंग (jelqing) कहते है। इन व्यायामों को अन्य तरीकों से अधिक सुरक्षित माना जाता है। लेकिन, इसका कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है कि यह व्यायाम सुरक्षित हैं। इससे चोट लगने, दर्द होने या अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
स्ट्रेचिंग
स्ट्रेचिंग में स्ट्रेचर या एक्सटेंडर डिवाइस की मदद ली जाती है। अध्ययन के अनुसार इससे लिंग का साइज 2 इंच तक बढ़ सकता है। लेकिन, यह कितना सुरक्षित है इसके बारे में सही जानकारी नहीं है।
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सर्जरी
शोध के अनुसार लिंग के साइज को बढ़ाने के लिए जो भी सर्जिकल तकनीक अपनायी जाती है। उनका सुरक्षा, प्रभावशीलता और रोगी की संतुष्टि को लेकर परिणाम मिश्रित होते हैं। लिंग में एक लिगामेंट होता है जो लिंग को इरेक्शन में मदद करता है। सर्जरी में लिंग के साइज को बढ़ने के लिए इस लिगामेंट को काट दिया जाता है। इसके बाद हड्डी और उस काटे हुए लिगामेंट के बीच में स्किन ग्राफ्टिंग कर दी जाती है। इससे लिंग बाहर की तरह निकल जाता है और इसका साइज बड़ा लगने लगता है। इससे लिंग की लम्बाई बढ़ जाती है। इस सर्जरी से जब लिंग में इरेक्शन होती है तो इसका साइज दो सेंटीमीटर तक बढ़ जाता है। लिंग का साइज इसमें बढ़ तो जाता है लेकिन इससे इन्फेक्शन, घाव का निशान पड़ना और लिंग में सेंसेशन की कमी होना आदि समस्याएं हो सकती हैं।