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ओरल सेक्स से एचआईवी की कितनी आशंका होती है? (Can Oral Sex leads to HIV?)
कई सालों की रिसर्च से यह साफ हुआ है कि, वजायनल और एनल सेक्स से एचआईवी फैलने का काफी खतरा होता है। लेकिन, ओरल सेक्स से इसके फैलने के बारे में अभी कम जानकारी उपलब्ध है। दरअसल, एचआईवी एक पार्टनर से दूसरे पार्टनर तक फ्लूड के जरिए फैलता है।
इस फ्लूड में ब्लड, सीमन, प्री-कम, ब्रेस्ट मिल्क, रेक्टल फ्लूड, वजायनल फ्लूड आदि शामिल हैं। अब, अगर माउथ सेक्स लने की आशंका हो जाती है। जिससे एचआईवी की चपेट में आने का खतरा हो जाता है। इसलिए, बेशक ओरल सेक्स से एचआईवी फैलने की आशंका कम होती है, लेकिन यह पूरी तरह एचआई फ्री नहीं है।
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ओरल सेक्स (Oral Sex) के दौरान एसटीडी (STD) से किस तरह करें बचाव?
एसटीडी विभिन्न बॉडी फ्लूड के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है, जिसमें ब्लड, प्री-कम, सीमन, रेक्टल फ्लूड, ब्रेस्ट मिल्क व वजायनल फ्लूड शामिल हैं। ओरल सेक्स के दौरान इन फ्लूड के संपर्क में आने से सिफलिस, क्लैमाइडिया, गोनोरिया, जेनिटल हर्पीस, एचपीवी के कारण होने वाले जेनिटल वार्ट्स का खतरा होता है और कुछ हद तक एचआईवी की आशंका भी होती है। इनसे बचने के लिए आप निम्नलिखित सावधानियां अपना सकते हैं। जैसे-
- ओरल सेक्स में आपको पार्टनर और अपने जननांगों की हाइजीन का ख्याल रखना चाहिए। एनल सेक्स के दौरान आप एनस की साफ-सफाई का खासतौर से ध्यान रखें, क्योंकि उसमें काफी खतरनाक बैक्टीरिया शामिल होते हैं। जिससे संक्रमण का खतरा होता है।
- नियमित रूप से खुद की और अपने पार्टनर की एसटीडी से संबंधित जांच करवाएं।
- ओरल सेक्स क्या है, जानने के साथ उससे जुड़ी सावधानियां जैसे कॉन्डोम, डेंटल डैम, टंग कॉन्डोम, फीमेल कॉन्डोम, प्लास्टिक रैप आदि के इस्तेमाल के बारे में भी पर्याप्त जानकारी रखें।
- ओरल सेक्स करते हैं, तो अपनी और पार्टनर की ओरल स्क्रीनिंग जरूर करवाएं।
- पीरियड्स या एनस, पीनस व वजायना में किसी भी तरह के संक्रमण के मामले में ओरल सेक्स न करें।
ओरल सेक्स क्या है या इससे जुड़े किसी भी मुद्दे पर अगर आपका कोई सवाल है, तो कृपया इस बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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क्या ओरल सेक्स (Oral Sex) से अनचाहे गर्भ का खतरा बिल्कुल खत्म हो जाता है?
सीडीसी के मुताबिक, ओरल सेक्स से अनचाहे गर्भ का खतरा न के बराबर होता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इससे यौन संचारित रोगों से भी बचाव होता है। ओरल सेक्स के जरिए आप विभिन्न एसटीडी के संपर्क में आ सकते हैं। अब बात करते हैं अनचाहे गर्भ धारण की, तो आपको बता दें कि ओरल सेक्स से प्रत्यक्ष रूप से गर्भधारण नहीं होता है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर किसी तरह पुरुष का सीमन महिला की वजायना के संपर्क में आ जाता है, तो अनचाहे गर्भ की संभावना हो सकती है। उदाहरण के लिए, अगर ओरल सेक्स के दौरान पुरुष स्खलित हो जाता है और उसके बाद वजायनल सेक्स किया जाता है, तो सीमन के वजायना के संपर्क में आने की संभावना रहती है।
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टंग कॉन्डोम (Tongue Condom) क्या है?
टंग कॉन्डोम को ओरल कॉन्डोम भी कहा जाता है, जो कि ओरल सेक्स के दौरान इस्तेमाल किया जाता है। इन्हें, एचपीवी, एचआईवी आदि यौन संचारित रोगों से बचाव के लिए उपयोग किया जाता है। टंग कॉन्डोम की बनावट पारंपरिक कॉन्डोम जैसी ही होती है। बस इसका ओपन एंड थोड़ा बड़ा होता है, जिससे यह आसानी से होंठों पर फिट हो जाए। इसके विकल्प के तौर पर लैटेक्स कॉन्डोम, डेंटल डैम और प्लास्टिक रैप आदि इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
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क्या प्रेग्नेंसी में ओरल सेक्स करना सुरक्षित है?
ओरल सेक्स करने से आपको कुछ यौन संचारित रोगों और अन्य संक्रमण होने का खतरा हो सकता है। इसलिए, इसे ट्राई करते हुए आपको काफी सावधानी और सतर्कता बरतनी पड़ती है। यदि, आप प्रेग्नेंसी में ओरल सेक्स की बात करें, तो गर्भावस्था के दौरान किसी भी तरह का सेक्स करना सुरक्षित माना जाता है, यदि आप पर्याप्त सावधानी बरतें। इसके अलावा, डॉक्टर कुछ असामान्य स्थितियों में सेक्स करने से मनाही कर सकते हैं।
अब बात करें ओरल सेक्स की, तो प्रेग्नेंसी में गर्भवती महिला की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर हो जाती है, जिससे उसके किसी भी संक्रमण की चपेट में आने की आशंका बढ़ जाती है और गर्भवती महिला के द्वारा शिशु को भी कई जन्मजात जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है।
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ओरल सेक्स से जुड़े मिथ क्या हैं?
- ओरल सेक्स से जुड़ा एक मिथ यह प्रचलित है कि, इससे वर्जिनिटी खोई जा सकती है। लेकिन, वर्जिनटी एक विवादास्पद विषय है, जो भारत जैसे देश में भावनाओं से जुड़ा हुआ है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि, ओरल सेक्स से दो पार्टनर के सेक्शुअल ऑर्गन का संपर्क नहीं होता, इसलिए इससे किसी भी तरह की वर्जनिटी नहीं खोई जा सकती।
- इससे जुड़ा दूसरा मिथ है कि, आप माउथ सेक्स के जरिए ऑर्गैज्म नहीं प्राप्त कर सकते। लेकिन यह पूरी तरह गलत है। क्योंकि, ओरल सेक्स में महिला पार्टनर का क्लिटोरिस और पुरुष पार्टनर के पीनस को स्टिमुलेट किया जाता है। जिससे ऑर्गैज्म प्राप्त किया जा सकता है।
- ओरल सेक्स से जुड़ा तीसरा मिथ है कि, इसमें किसी भी तरह का कॉन्डोम इस्तेमाल नहीं किया जाता। जबकि, किसी भी तरह के सेक्स के दौरान यौन संचारित रोगों और संक्रमण से बचाव के लिए कॉन्डोम या अन्य सुरक्षात्मक चीजों का उपयोग करना जरूरी होता है। इसलिए, ओरल सेक्स के लिए भी टंग कॉन्डोम, डेंटल डैम आदि उपलब्ध हैं, जिससे बचाव किया जा सकता है।
अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से जरूर बात करें।