यदि आप कभी ऐसा महसूस करते हैं कि आपका यौन जीवन ऊबाऊ हो गया है, तो गुदा मैथुन आपकी आपके यौन जीवन में कुछ नयापन लाने का सबसे अच्छा तरीका है। यह चीजों को नया और अधिक सुखद बना सकता है। हालांकि, कई महिलाएं एनल सेक्स के दौरान असुरक्षित और नर्वस महसूस करती हैं। लेकिन, जब दोनों पार्टनर्स की सहमति से गुदा सेक्स होता है तो उन दोनों के बीच में इंटिमेसी भी बहुत होती है।
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गुदा मैथुन (Anal sex) पुरुषों के लिए अधिक आनंददायक होता है
एनस, वजाइना की तुलना में ज्यादा टाइट होता है। इसलिए, कई पुरुष योनि सेक्स की तुलना में गुदा सेक्स को अधिक आनंददायक पाते हैं। वहीं, कुछ महिलाएं भी एनल सेक्स को खूब एन्जॉय करती हैं।
एनल सेक्स के खतरे क्या हैं? (What are the dangers of anal sex?)
गुदा सेक्स में सिर्फ पेनिस द्वारा ही एनल पेनिट्रेशन नहीं होता है। सेक्सुअल प्लेजर के लिए पार्टनर्स इसमें सेक्स टॉय, बट प्लग्स, वाइब्रेटर्स आदि का भी इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए, एनल सेक्स में बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। इससे होने वाले कुछ खतरे-
यौन संचारित संक्रमण STD (एसटीआई)
सीडीसी (Centers for Disease Control and Prevention) के अनुसार एनल सेक्स से यौन संचारित रोग फैलने का काफी खतरा रहता है। इससे क्लैमाइडिया, एचआईवी, हर्पीस और गोनोरिया जैसे कई यौन संचारित रोग हो सकते हैं। दरअसल, गुदा सेक्स के दौरान रिसिविंग एंड पर मौजूद पार्टनर को यौन संचारित रोग होने की संभावना 13 गुणा ज्यादा होती है।
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कोलोन में क्षति
हालांकि, यह काफी दुर्लभ है। लेकिन, असावधानी से किया गया गुदा पेनिट्रेशन से कोलोन इंजर्ड हो सकता है। अगर एनल सेक्स के बाद आपको गंभीर पेट दर्द या रेक्टल ब्लीडिंग (rectal bleeding) हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
बवासीर को कर सकता है बदतर
बवासीर काफी दर्दनाक होता है। गुदा मैथुन कुछ लोगों के लिए मौजूदा बवासीर की समस्या को बदतर कर सकता है। हालांकि, एनल सेक्स खुद बवासीर का कारण नहीं बनता है। लेकिन, पाइल्स की समस्या अगर है तो एनल सेक्स के दौरान मामूली रक्तस्राव और कभी-कभी दर्द का कारण बन सकता है।
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बैक्टीरियल इंफेक्शन
अगर पेनिस-एनल इंटरकोर्स के दौरान सही से हाइजीन न मेंटेन किया जाए तो हानिकारक बैक्टीरिया फैल सकते हैं। परिणामस्वरूप, कोली और हेपेटाइटिस ए (hepatitis A) और ई जैसे जीवाणु एक से दूसरे शरीर में फैलने का खतरा रहता है।
एनस-टिश्यू हो सकते हैं इंजर्ड
वजायना की तरह एनस में ल्यूब्रिकेशन नहीं होता है। इसलिए, गुदा सेक्स के दौरान ल्यूब्रिकेंट न करने से गुदा के अंदर के नाजुक टिश्यू को नुकसान पहुंचता है। नतीजन, ब्लीडिंग और दर्द की समस्या हो सकती है।
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