और पढ़ें : शिशु की बादाम के तेल से मालिश करना किस तरह से फायदेमंद है? जानें, कैसे करनी चाहिए मालिश
कैसे छुड़ाएं नशे की लत
सकारात्मक पारिवारिक भागीदारी है जरूरी
नशे और शराब की लत में सकारात्मक पारिवारिक भागीदारी जरूरी है। परिवार के सभी लोगों टीनएजर्स में सब्सेटेंस एब्यूज को दूर करने में मदद कर सकते हैं। परिवार के लोग युवा बच्चे को रीहैब के लिए रीहैब सेंटर में डाला सकते हैं। जहां पर डॉक्टर और काउंसलर युवक की काउंसलिंग और इलाज करते हैं, जिससे उसके नशे की लत छूट सकती है।
और पढ़ें : बच्चों के पालन-पोषण के दौरान पेरेंट्स न करें ये 5 गलतियां
एडिक्शन थेरिपी प्रोग्राम में दिलाएं हिस्सा
एडिक्शन थेरिपी प्रोग्राम में शामिल होने का मतलब है कि नशे के शिकार युवक को अपने परिवारों से अलग नहीं होना पड़ता हैं। वे अपने घर के करीब इस प्रोग्राम में भाग ले सकता है। इस कार्यक्रम में युवा 28 से 30 दिन के डिटॉक्सिफिकेशन और रिकवरी प्रोग्राम से गुजरता है। हालांकि, परिवार की भागीदारी जरूरी है और रोगी की रीहैब कर नशे से बाहर निकालने में मददगार भी है।
[mc4wp_form id=”183492″]
और पढ़ें : जानें प्री-टीन्स में होने वाले मूड स्विंग्स को कैसे हैंडल करें
मेडिकेशन असिस्टेड ट्रीटमेंट (Get medication-assisted treatment)
टीनएजर्स में सब्सेटेंस एब्यूज की समस्या है तो आप डॉक्टर से जांच कराएं। डॉक्टर थेरिपी के साथ ही मेडिकेशन असिस्टेड ट्रीटमेंट भी देगा, जो आपके बच्चे के लिए फायदेमंद साबित होगा। डॉक्टर कुछ दवाइयों के साथ ही काउंसलिंग और थेरिपी की मदद से समस्या का सामाधान करने की कोशिश करेंगे। मेंटल हेल्थ के साथ ही फिजिकल हेल्थ भी बहुत महत्वपूर्ण होती है। अगर बच्चे को इस तरह समस्या है या वो किसी कारणवश नशीली दवाओं का सेवन कर रहा हो तो आप उसे शांति से समझाएं और उसकी जांच भी कराएं।
अपनों का साथ टीनएजर्स में सब्सेटेंस एब्यूज से रखेगा दूर
नशे से छुटकारा पाने के इलाज में सबसे पहले मरीज को ऐसे वातावरण से निकालना होता है जहां पर उसे हमेशा नशा करने की इच्छा होती है। ऐसी स्थिति में अपनों का साथ मरीज को रीहैब करने में मदद करेगा। एक बार जब रोगी ‘ऑफ-साइट’ टीनएजर्स में सब्सेटेंस एब्यूज (मादक द्रव्यों) का इस्तेमाल करता है तो उसे सही और गलत की पहचान कराने में अपनों का साथ मदद करता है। ऐसे में अगर आप अपने बच्चे को किसी भी तरह से नशे के लत से छुटकारा दिलाना चाहते हैं तो उसका पूरा साथ दें। साथ ही उसे डांटने के बजाए उसे संभालने की कोशिश करें। ताकि वह जल्द से जल्द नशे के लत से बाहर आ सके।
आपका बच्चा कैसे लोगों के साथ रहता है या फिर कहीं गलत लोगों के साथ वो अधिक समय बिता रहा है, ऐसी सभी गतिविधियों के बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए। साथ ही बच्चे के या टीनएजर्स के व्यवहार को कभी भी अनदेखा न करें। अगर आपको शक हो तो बेहतर होगा कि बात की सच्चाई तक पहुंचे।
और पढ़ें : बच्चों की आंखो की देखभाल को लेकर कुछ ऐसे मिथक, जिन पर आपको कभी विश्वास नहीं करना चाहिए
उपरोक्त दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अगर आपको टीनएजर्स में सब्सेटेंस एब्यूज के बारे में अधिक जानकारी चाहिए तो बेहतर होगा कि एक्सपर्ट से इस बारे में जानकारी प्राप्त करें। आशा करते हैं कि आपको इस आर्टिकल की जानकारी पसंद आई होगी और आपको टीनएजर्स में सब्सेटेंस एब्यूज से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।