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बच्चों के पालन-पोषण के दौरान पेरेंट्स न करें ये 17 गलतियां

के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. अभिषेक कानडे · आयुर्वेदा · Hello Swasthya


Nikhil Kumar द्वारा लिखित · अपडेटेड 15/07/2021

    बच्चों के पालन-पोषण के दौरान पेरेंट्स न करें ये 17 गलतियां

    मेरा बच्चा मेरी बात नहीं सुनता है, ये शिकायत अधिकतर पेरेंट्स की होती है, लेकिन, ऐसा क्यो होता है, क्या कभी आपने ये जानने की कोशिश की है। कई बार कुछ पेरेंट्स खुद ही ऐसी गलतियां कर देते हैं, जिसका बच्चे पर गलत प्रभाव पड़ता है। इस बारे पेरेंटिंग कोच एंड इमोशनल वेल बींग की पेरेंटिंग काउंसलर डा शिल्पा गुप्ता ने हैलो स्वास्थ्य को बताया, “अधिकतर पेरेंट्स को लगता है कि वे अपने बच्चे को बेस्ट स्कूल में पढ़ाकर अच्छी परवरिश दे रहे हैं, लेकिन, बच्चों की अच्छी पेरेंटिग के लिए केवल स्कूल की ही नहीं, ​बल्कि आप घर पर उन्हें कैसे ट्रीट कर रहे हैं, ये बात भी मायने रखती है। बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स (Tips for parenting children) इस आर्टिकल में दी जा रही हैं।

    पेरेंट्स बच्चों को किस तरह से ट्रीट करते हैं, इस बात का बच्चों की सोच और दिमाग पर गहरा प्रभाव पड़ता है, क्योंकि पेरेंट्स ही अपने बच्चों के लिए उदाहरण होते हैं।”  इसलिए बच्चे के पालन पोषण के दौरान कुछ खास बातों का ख्याल रखना आवश्यक है, जैसे कि –

    1. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स (Tips for parenting): बच्चों की गलतियों को लगातार अनदेखा न करें

    ये बहुत सामान्य बात है कि कई बार पेरेंट्स बच्चे की गलतियों को लाड प्यार में बच्चा समझकर अनदेखा कर देते हैं। जिससे बच्चे को सही और गलत के बीच फर्क समझ में नहीं आता है।

    लगातार ग​लतियों को अनदेखा करते जाते हैं, तो इससे बच्चों के अंदर हिम्मत और बढ़ जाती है। उन्हें लगता है कि वे जो भी कर रहे हैं, वे सही है। धीरे—धीर उनके अंदर का डर भी खत्म होने लगता है। इसलिए जब बच्चे पहली गलती करें, तब उन्हें तुरंत समझाएं कि उसने गलती की है, जो उसे नहीं करना चाहिए। यदि, अगली बार उसने ऐसा कुछ किया तो उसे पनिशमेंट भी मिल सकती है।

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    2. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स (Tips for parenting children): बच्चों के सामने नशा न करें

    पेरेंट्स बच्चों के लिए एक उदाहरण की तरह होते हैं, उनकी आदतों को बच्चे जल्दी अपनाते हैं। यदि आप स्मोकिंग या ड्रिंक करते हैं, तो बच्चे के सामने न करें। ये बच्चों के पालन-पोषण के दौरान की जाने वाली सामान्य लेकिन, खतरनाक भूल है। बच्चों का दिमाग टाइपराइटर की तरह होता है। पेरेंट्स उनके लिए एक ‘की-बटन’  हैं। वे आपकी बुरी आदतों को देखकर उसे अपना सकते हैं, ये समझ सकते हैं कि इसमें कोई बुराई वाली बात नहीं है। ये भी संभव है कि जब वे थोड़े से बड़े हों तो घर के बाहर दोस्तों के साथ चोरी-छिपे खुद भी ऐसी चीजें करने लगें। इसलिए बच्चों के सामने कोई भी चीज सोच समझकर करें।

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    3. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स (Parenting tips): घर के बड़ों से लड़ाई न करें

    कई बार माता पिता परिवार के अन्य सदस्यों से लड़ने लगते हैं। इसका भी बच्चों पर बुरा असर पड़ता है। यह देख बच्चों में विराध की भावना आ सकती है। आपके बच्चे आपको या घर के दूसरे सदस्यों को जवाब दे सकते हैं। इसलिए कभी भी बच्चों के सामने लड़ाई न करें।

    4. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स: ज्यादा समय फोन पर स्पेंड न करें

    बहुत सारे पेरेंट्स की फोन पर घंटों बात करने की आदत होती है। बच्चों के सामने फोन पर ज्यादा समय बिताना एवॉइड करें। आपको देखकर बच्चे भी मोबाइल की जिद करेंगे। इससे उनकी पढ़ाई पर असर पड़ सकता है।

    5. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स: बच्चे के सामने गुस्सा करने से बचें

    कई ऐसे पेरेंट्स होते हैं, जो हमेशा बच्चों के सामने ही झगड़ा शुरू कर देते हैं। लेकिन, क्या आपको पता है कि आपके झगड़े का कितना बुरा प्रभाव बच्चे पर पड़ता है। माता—पिता के झगड़े के बीच बड़े होने वाले बच्चे अंदर से डरपोक, रिश्तों से दूर भागने वाले या व्यवहार में चिड़चिड़े हो सकते हैं। इसलिए पेरेंट्स को अपने आपसी झगड़े को बच्चे के समाने नहीं लाना चाहिए।

    6. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स: जरूरत से ज्यादा रिएक्ट न करें (Common Mistake During Nurturing)

    कई लोगों का गुस्सा जाहिर करने का तरीका बहुत लॉउड होता है। वे जरा जरा सी बात पर चिल्लाने लगते हैं। लेकिन बच्चों के सामने ऐसी गलती न करें। कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को चिल्लाकर गुस्सा करने लगते हैं। इसका बच्चों पर बुरा असर पड़ सकता है। इससे बच्चे आपकी बात सुनना बंद कर देंगे। इसका सीधा असर बच्चे के बिहेवियर पर पड़ता है।

    पेरेंट्स बच्चों के लिए एक उदाहरण की तरह होते हैं, वे जैसा करते हैं, बच्चे उसे ही सीखते और अपनाते हैं। इसलिए पेरेंट्स को बच्चों के सामने बहुत सोच समझकर काम करना चाहिए।

    बच्चो के पालन-पोषण के लिए टिप्स

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    7. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स: बच्चों पर अपनी इच्छा न लादें

    बच्चों से एक्सपेक्टेशन रखना अच्छी बात है लेकिन, अपेक्षाओं के नाम पर उनके ऊपर बोझ डालना सही नहीं है। बच्चे का इंटरेस्ट किस क्षेत्र में है, ये जानने की कोशिश करनी चाहिए।

    बचपन से ही उनके ऊपर डॉक्टर या इंजीनियर बनने का सपना न डालें। बच्चे की रूचि को जानते हुए ही उन्हें काम दें, फिर चाहें वे उनकी पढ़ाई-लिखाई हो या कोई एक्टिविटीज। यदि बच्चे अपने रूचि अनुसार काम करेंगे तो उसका परिणाम हमेशा अच्छा हो सकता है।

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    8. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स: दूसरे बच्चों के साथ तुलना न करें (Common Mistake During Nurturing)

    सभी बच्चों की योग्यता और क्षमता एक—दूसरे से अलग होती है। इसलिए अपने बच्चे की  दूसरे बच्चों से तुलना करना पेरेंट्स की सबसे बड़ी गलती होती है। तुलना करने की बजाए आप बच्चे के अंदर की एबिलिटी को जानने की कोशिश करें। हो सकता है कि आपका बच्चा बहुत स्मार्ट हो। बच्चों के साथ तुलना करने पर उनका कॉन्फिडेंस लेवल कम होता है। ऐसा करना, उनकी खूबियों को अनदेखा करने जैसा है।

    हमेशा बच्चे को प्रोत्साहन दें, ताकि वे सभी काम को अच्छे से मन लगाकर करें।। आप अपना भरोसा भी उन पर जताएं।

    9. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स: जब कुछ गलत हो जाए तो ऐसे करें हैंडल

    यदि आपके बच्चे से कोई गलती हो जाती है तो उसे डाटने की बजाए कोई ऐसा तरीका अपनाएं जिसे उसे आगे के लिए एक सीख मिले और वह वो गलती फिर से न दोहराए। उदाहरण के लिए, अगर आपका बच्चा घर की खिड़की या कोई अन्य समान तोड़ देता है तो उसे खुद से ठीक करने की बजाए बच्चे से पूछे की इसे कैसे ठीक करना चाहिए। और यदि वह कार्य बच्चों द्वारा किया जा सकता है तो उसे ही करने दें।

    10. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स: बच्चे को समय न दे पाना

    अक्सर बच्चों को माता-पिता के साथ अकेले समय बिताना काफी पसंद होता है। कई बार माता-पिता इस बात को समझ नहीं पाते और बच्चों को समय नहीं देते। तो अगर आप बच्चे का पालन पोषण के दौरान उनके साथ कुछ समय अकेले में व्यतीत करें। यह आपके रिश्ते को और मजबूत करेगा। अगर आपके दो बच्चे हैं तो आपको दोनों को बराबर टाइम देना चाहिए।

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    11. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स: बच्चों की हद से ज्यादा मदद करना

    बच्चे का पालन पोषण करने के दौरान बच्चे के साथ खेलना, पहेलियां सुलझाने में उसकी मदद करना यह काफी आनंददायक अनुभव हो सकता है लेकिन यह आपके बच्चे के हित में नहीं है। इससे आपका बच्चा आप पर निर्भर होता जाता है। यह वह समय होता है जब आपके बच्चे को आत्मनिर्भरता और निराशा से निपटने के तरीके खोजने की जरुरत होती है। इसलिए अपने बच्चे को कुछ करने या पाने के लिए संघर्ष करने दें, लेकिन उसे भरपूर प्रोत्साहित करते रहें।

    12. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स: बच्चों को गले न लगाना

    वैज्ञानिकों ने गले लगाने के महत्त्व को सबित किया है। कहीं न कहीं गले लगना और लगाना आपके संबंधों को और मजबूत बनाता है लेकिन कई बार माता-पिता इसको अनदेखा करते हैं। कारण अलग-अलग हो सकते हैं। धीरे- धीरे जब बच्चे बढ़े होने लगते हैं, तब शायद आपके या उनके पास इतना वक्त न हो, इसलिए आज आप इन पलों को जी सकते हैं।

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    13. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स: अपने बच्चों के लिए दूसरों से सलाह लेना

    ऐसे बहुत से लोग हैं, जो सलाह देना पसंद करते हैं। इसलिए आपको अपने बच्चों के लिए भी शिक्षा से लेकर खाने- पीने की चीजों तक के लिए ऐसी बहुत सी सलाह सुनने को मिलेगी लेकिन आप माता-पिता हैं और किसी और से बेहतर जानते हैं कि आपके बच्चे के लिए क्या अच्छा है और क्या नहीं। बेशक, आप उनकी सलाह को सुन सकते हैं, लेकिन करें वही जो आपको अपने बच्चों के लिए सही लगे।

    बच्चों के लिए सही परवरिश बहुत मायने रखती है। अगर उनके पालन- पोषण के समय कुछ बेसिक चीजों का ध्यान रखा जाए तो उनके बिगड़ने के चांसेस कम हो सकते हैं। एक और बात जिसका पेरेंट्स को ध्यान रखना चाहिए उन्हें अपने बच्चे की तुलना कभी दूसरे बच्चों से नहीं करनी चाहिए। लगातार ऐसा करने से बच्चों के नंबर कम हो सकते हैं।

    14. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स: बच्चे की सराहना न करना है गलत

    बच्चे का पालन पोषण करते समय अक्सर पेरेंट्स को यह लगता है कि बच्चों की मुंह पर तारीफ करना गलत है। इसके लिए वे बच्चे के मुंह पर तारीफ करने से बचते हैं। अभी भी ज्यादातर पेरेंट्स इसी पुराने तरीके को अपनाते हैं। पेरेंट्स को लगता है कि सराहना करने से बच्चा कहीं अधिक कॉन्फिडेंस में ना आ जाए। लेकिन, बच्चों की तारीफ करना जरूरी भी है। ऐसा इसलिए है कि आपका बच्चा हर दिन कुछ नया सीखता है। सराहना ना करने से बच्चे के आत्मविश्वास में कमी आती है। एक रिसर्च के मुताबिक बच्चे की तारीफ करने से उसे प्रेरणा मिलेगी और वह खुद को ज्यादा आत्मविश्वासी महसूस करेगा। बच्चे का पालन पोषण बेहतर तरीके से हो इसके लिए यह टिप्स पेरेंट्स जरूर फॉलो करें।

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    15. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स: हर जिद को पूरा न करें, बच्चे को प्यार दें

    अक्सर पेरेंट्स बच्चे का पालन पोषण के दौरान समझते हैं कि अपने बच्चों को प्यार करने का मतलब है उनकी हर डिमांड को पूरा करना। जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। अगर आप अपने बच्चे से प्यार करते हैं तो उसे वह सब चीजें लाकर दें जो उसके लिए जरूरी है। बेवजह की मांगों को पूरा करने से बच्चा जिद्दी और डिमांडिंग हो सकता है। फिर आपको लगेगा कि बच्चे का पालन पोषण में आपने तो कमी नहीं छोड़ी।

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    16. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स: बच्चे को बड़ों का सम्मान करना सिखाएं (Nurturing Mistakes)

    हर मां-बाप अपने  बच्चे का पालन पोषण में बच्चों को बड़ों की इज्जत और सम्मान करना सिखाते हैं। लेकिन, क्या कभी सोचा कि बच्चे को हम बड़ों की इज्जत करना सिखा दिए, पर क्या बड़ों ने बच्चे की इज्जत करनी सीखी? शायद नहीं। अक्सर हम भूल जाते हैं कि प्यार के बदले प्यार और इज्जत के बदले इज्जत मिलती है। इज्जत देना उम्र की नहीं बल्कि आपसी सामंज्य का मामला है।

    कभी-कभी बड़े बच्चे से दुर्व्यवहार करते हैं तो उनमें एक तरह की चिढ़ पैदा होती है। जिससे बच्चा नकारात्मक होता चला जाता है। फिर वह जब बड़ों की इज्जत करना छोड़ देता है तो हमें लगता है कि बच्चा बिगड़ रहा है, बच्चाें की परवरिश खराब है। जबकि उसकी वजह हम खुद होते हैं। पहले आप बच्चे का सम्मान करें फिर वह खुद ब खुद सम्मान करना सीख जाएगा।  बच्चे का पालन पोषण यह तरीका अभिभावकों को बदलने की जरुरत है।

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    17. बच्चों के पालन-पोषण के लिए टिप्स: जीवन की सच्चाइयों को बच्चे से छुपाना गलत (Common Mistake During Nurturing)

    अक्सर बच्चे का पालन पोषण के दौरान हम बच्चों से जीवन की कई सारी सच्चाई छुपाते हैं। जैसे किसी बीमारी के बारे में या किसी की मृत्यु के बारे में हम बच्चे से हमेशा झूठ बोलते हैं। 5 साल की उम्र तक बच्चे आपकी कहानी पर बच्चे यकीन कर लेते हैं लेकिन, उसके बाद वे समझने लगते हैं कि आप उनसे कुछ छुपा रहे है। बच्चों से जीवन के सभी उतार चढ़ाव के बारे में बात करें। अगर किसी को कोई गंभीर बीमारी है तो बच्चे को बताएं। किसी की मौत की सूचना भी बच्चे को दें। ये ना सोचे कि बच्चा इससे दुखी होगा। बल्कि बच्चे का पालन पोषण के दौरान उसे बताने के बाद जीवन-मरण के चक्र को भी समझाएं। इससे वह भावनात्मक रूप से मजबूत बनेगा। इससे बच्चों की परवरिश बेहतर तरीके से होगी।

    हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। इस आर्टिकल में बच्चों के पालन-पोषण के लिए पेरेंट्स को किन बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती है, इसकी जानकारी दी गई है। यदि आपको इससे जुड़ी अन्य कोई जानकारी चाहिए तो आप अपना सवाल कमेंट कर पूछ सकते हैं। हम अपने एक्सपर्ट्स द्वारा आपके सवालों का उत्तर दिलाने की पूरी कोशिश करेंगे।

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