परिचय
गर्दन का दर्द (Neck pain) क्या है?
गर्दन में दर्द होने की वजह से आप काफी परेशान हो सकते हैं। ऐसा तब होता है जब रीढ़ और सॉफ्ट टिशू जैसे मसल, टेंडन और लिगामेंट में किसी तरह की परेशानी हुई हो। हालांकि, इससे ज्यादा परेशानी नहीं होती है लेकिन, जब आपको ऐसी परेशानी अनुभव हो तो अपने डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए। ऐसा भी हो सकता है कि यह किसी और बीमारी या परेशानी का लक्षण हो। इसलिए खुद से इलाज करने से बेहतर है आप हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लें।
गर्दन का दर्द (Neck pain) कितना सामान्य है?
यह काफी सामान्य है और किसी को भी हो सकता है। हालांकि कुछ बातों को ध्यान में रखा जाए तो इससे बचा जा सकता है। ज्यादा जानकारी के लिए खुद से इलाज करने से बेहतर है एक्सपर्ट से संपर्क करना चाहिए।
कभी-कभी कुछ लोगों में गर्दन का दर्द हार्ट अटैक के लक्षणों को भी दर्शाता है। हालांकि ऐसी स्थिति में अन्य लक्षण भी नजर आते हैं या पेशेंट महसूस कर सकते हैं। जैसे-
- सांस लेने में परेशानी महसूस होना
- अत्यधिक पसीना आना
- जी मिचलाना
- उल्टी होना
- आर्म में दर्द महसूस होना
- जबड़े में दर्द होना
शरीर में हो रहे किसी भी बदलाव को अनदेखा न करें। डॉक्टर को शरीर में होने वाले बदलावों के बारे में बताएं और जांच कराएं।
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लक्षण
गर्दन में दर्द (Neck pain) के क्या हैं?
गर्दन में दर्द होने पर सबसे पहले आपको गर्दन घुमाने में परेशानी होगी, ड्राइविंग और पढ़ने के दौरान परेशानी महसूस होगी। कभी–कभी दर्द इतना तेज होता है की आप सो भी नहीं सकते हैं। गर्दन में दर्द की वजह से सिर में भी दर्द हो सकता है। दर्द कभी–कभी एक महीने तक भी रह सकता है जो आपके हेल्थ के साथ–साथ काम को भी नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसा भी हो सकता है कि इन लक्षणों के अलावा कोई और लक्षण आप महसूस कर रहें हों। इसलिए डॉक्टर से संपर्क करना बेहतर होगा।
हमें डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?
गर्दन में दर्द होने पर अपने डॉक्टर से मिले या फिर आप सीधे अस्पताल भी जा सकते हैं:
- गर्दन में दर्द या लगातार सिरदर्द महसूस होने पर
- दवा के साइड इफेक्ट होने पर
- दर्द की वजह से हाथ और पैरों में भी दर्द महसूस होना। ऐसा होने पर आप कमजोरी महसूस करने लगते हैं।
इन परेशानी के दौरान ज्यादा दिनों तक इसे टाले नहीं और डॉक्टर से संपर्क करें।
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इसके कारण भी जान लें
गर्दन में दर्द के कारण (Cause of Neck pain)
गर्दन में दर्द के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
- रोजाना और लंबे वक्त तक ठीक से नहीं बैठना।
- किसी दुर्घटना की वजह से भी गर्दन में दर्द रहना।
- आरामदायक स्थिति में नहीं सोना।
- किसी कारण गर्दन के मसल में दर्द होना।
- आस्टियोअर्थराइटिस की समस्या होना।
- स्पॉन्डिलाइटिस की समस्या होना।
- स्पाइनल स्टेनोसिस।
- गले की हड्डियों इंफेक्शन होना (Osteomyelitis, abscess bone marrow)
ऊपर दिये गये कारणों के साथ-साथ अन्य कारण भी गर्दन में दर्द होने की संभावना हो सकती है। कभी-कभी इन कारणों के अलावा अन्य कारण भी हो सकते हैं।
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किन कारणों से होता है गर्दन में दर्द?
गर्दन में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं और कुछ कारणों की वजह से दर्द और ज्यादा बढ़ भी सकता है। उन कारणों में शामिल है–
- गर्दन में किसी कारण चोट लगना।
- स्पाइन में किसी तरह की परेशानी।
इन कारणों के अलावा गर्दन में दर्द के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं। जैसे-
रहूमटॉइड आर्थराइटिस: रहूमटॉइड आर्थराइटिस की वजह से जोड़ों में दर्द या हड्डी संबंधित परेशानी होना। यही परेशानी जब गर्दन में हो तो गर्दन में दर्द की परेशानी शुरू हो सकती है।
ऑस्टियोपोरोसिस: हड्डियों के कमजोर होने की वजह से फ्रेक्चर होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसा ज्यादातर हाथ या घुटनों में हो सकता है लेकिन, यह परेशानी कभी-कभी गर्दन में भी हो सकती है। जिससे गर्दन में दर्द होने की संभावना बढ़ जाती है।
फाइब्रोमायल्जिया: फाइब्रोमायल्जिया होने की स्थिति में मसल्स में दर्द होना और ऐसा खासकर गले और कंधे में दर्द होता है।
यह भी ध्यान रखें की जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे सर्वाइकल डिस्क डिजेनरेट हो सकते हैं। इस स्थिति को गर्दन का स्पॉन्डिलाइटिस या ऑस्टियोआर्थराइटिस कहते हैं। ऐसी स्थिति में वर्टिब्रा के बीच की स्पेस कम हो जाते हैं। इससे जोड़ों पर अत्यधिक दवाब पड़ता है।
इन कारणों के अलावा अन्य कारण भी हो सकते हैं। जैसे-
- कॉनजेनाइटल अब्नॉर्मलटिस होने की स्थिति
- इंफेक्शन की परेशानी होने पर
- फोड़े-फुंसी होना
- ट्यूमर होना
- स्पाइन में कैंसर होना
शरीर से जुड़ी कोई भी परेशानी होने पर खुद से इलाज न करें। शरीर में हो रहे नकारात्मक बदलाव को नजरअंदाज न करें और जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
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निदान और उपचार को समझें
दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। ज्यादा जानकारी के लिए बेहतर होगा की आप अपने चिकित्सक से संपर्क करें।
नेक पेन का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Neck pain)
दर्द का इलाज करने से पहले यह जानना बहुत जरूरी की किन कारणों से दर्द हुआ है। डॉक्टर आपको दर्द वाली जगह पर 2 से 3 दिनों तक आइस पैक से सेकनी की सलाह दे सकते हैं। नॉनस्टेरॉयड एंटी–इंफ्लेमेंटरी ड्रग (NSAIDs) दर्द से राहतदिलाने में कारगर है।
आपको आराम करने की सलाह दी जा सकती है। अत्यधिक दर्द होने पर आपको स्टेरॉयड (lidocaine) इंजेक्शन दी जा सकती है। डीप–हीट ट्रीटमेंट और फिजिओथेरिपी की मदद से भी इसे ठीक किया जा सकता है।
गर्दन के दर्द का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Neck pain)
डॉक्टर आपको एक्स-रे (X-ray), MRI और CT स्कैन (CT Scan) करवाने की सलाह दे सकते हैं। दर्द की वजह से कभी–कभी नसों पर दबाव पड़ सकता है, जिससे हाथों में कमजोरी, दर्द, सुन्नता या झुनझुनी महसूस हो सकती है।
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जीवनशैली में बदलाव या घरेलू उपचार
निम्नलिखित जीवनशैली और घरेलू उपचार आपको गर्दन के दर्द (Neck pain) से निपटने में मदद कर सकते हैं:
- डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा ही लें और जो सलाह दें उसका पालन करें।
- डॉक्टर से यह जरूर पूछें की किस तरह का तकिया इस्तेमाल करना चाहिए। आजकल बाजार में ऐसे भी तकिया उपलब्ध हैं जिसे आपके शरीर के अनुसार डिजाइन किया गया है।
- सोने का सही तरीका समझें।
- गर्दन की एक्सरसाइज रोजाना करें।
- भारी वजन (Weight) न उठाएं।
- अगर आप लंबे समय तक एक ही स्थान में बैठकर काम करते हैं तो काम के दौरान थोड़ा सा ब्रेक दें और गर्दन की एक्सरसाइज करें।
- सोने के दौरान अधिक कठोर या फिर अधिक सॉफ्ट तकिया का प्रयोग करें। कुछ लोग पिलो यानी तकिया को अधिक ऊंचा कर लेते हैं, इस कारण से भी गर्दन दर्द हो सकता है।
अगर आपके मन में इस बीमारी से जुड़ी किसी तरह के कोई सवाल हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।