किडनी में ट्युमर के प्रकार
किडनी में ट्यूमर जिस स्थान में होता है, वहीं धीरे-धीरे बढ़ने लगता है। किडनी में ट्यूमर को तीन क्लास में बांटा जा सकता है।
रीनल सेल कार्सिनोमास (Renal Cell Carcinomas)
रीनल सेल कार्सिनोमास या RCC को मोस्ट कॉमन किडनी ट्यूमर माना जाता है। इस ट्यूमर में किडनी की स्मॉल ट्यूब की लाइनिंग में पाए जाते हैं। RCC किडनी में सिंगल ट्यूमर भी क्रिएट कर सकते हैं। RCC एक से अधिक ट्युमर भी किडनी में क्रिएट कर सकते हैं।
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बेनाइंग रेनल ट्युमर (Benign renal tumors)
इस प्रकार का ट्यूमर किडनी में नौ अलग तरीकों से पाया जा सकता है। किडनी में ट्यूमर आकार में कुछ बड़े भी हो सकते हैं। ये जरूरी नहीं है सभी ट्यूमर कैंसर का कारण बनें। कुछ ट्यूमर कैंसर का कारण भी बन सकते हैं और शरीर के दूसरे ऑर्गन में भी कैंसर सेल्स को फैला सकते हैं।
विल्म्स ट्यूमर (Wilms tumor)
विल्म्स ट्यूमर ज्यादातर बच्चों में पाए जाते हैं। एडल्ट्स में विल्म्स ट्यूमर पाए जाने की संभावना रेयर रहती है।
रीनल सेल कार्सिनोमस ((Renal Cell Carcinomas)
RCC किडनी में ट्यूमर का एक प्रकार है। RCC के कारण ज्यादातर ट्यूमर कैंसर का रूप ले लेते हैं। करीब 90 प्रतिशत कैंसर लोगों को RCC के कारण ही होता है। जब ट्यूमर की जांच माइक्रोस्कोप से की जाती है तो कैंसर सेल्स का अपीरेंस कुछ अलग हो सकता है। इस आधार पर RCC को कुछ हिस्सों में बांटा गया है। RCC के सबटाइप भी होते हैं।
क्लियर सेल RCC (Clear cell RCC)