परिचय
क्रैडल कैप क्या है?
नवजात शिशु के सिर की त्वचा पर पपड़ीदार, शुष्क, रूसी युक्त, पीली या भूरी पपड़ी हो जाता है, इसे ही क्रैडल कैप कहते हैं। यह किसी भी नवजात शिशु को प्रभावित कर सकता है। यह किसी प्रकार का संक्रमण नहीं है। शिशुओं में क्रैडल कैप होना एक सामान्य बात है। ज्यादातर मामलों में यह समस्या खुद ब खुद ठीक हो जाती है।
हालांकि कुछ विशेष मामलों में डॉक्टरों की सलाह लेना अनिवार्य होता है। कुछ मामलों में यह सिर्फ बच्चों के सिर की त्वचा पर नहीं बल्कि कान, बग़ल और गर्दन को प्रभावित कर सकता है।
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कितना सामान्य है क्रैडल कैप का होना?
छोटे शिशुओं में क्रैडल कैप का होना एक सामान्य बात है। छोटे बच्चे के शरीर में पर्याप्त मात्रा में पोषण, त्वचा को मॉइश्चराइजर न मिलने के कारण यह समस्या हो सकती है। क्रैडल कैप को लेकर आपके मन में किसी तरह का कोई सवाल है या इससे संबंधित कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो अपने डॉक्टर या स्किन स्पेशलिस्ट से बातचीत करें।
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लक्षण
क्रैडल कैप के क्या लक्षण है?
7- 8 महीने के शिशुओं में क्रैडल कैप होने की समस्या बेहद आम होती है। हालांकि 1 या 2 साल के शिशुओं को भी क्रैडल कैप की समस्या हो सकती है। क्रैडल कैप के दौरान शिशुओं के सिर के ऊपरी त्वचा पर सफेद सी पपड़ी जम जाती है। कुछ मामलों में यह आंखों, सिर के पिछले हिस्से, गर्दन और शरीर के कई हिस्सों पर दिखाई दे सकती है।
शिशु को क्रैडल कैप है तो उसके सिर की ऊपरी त्वचा काफी चिकनी दिखाई देगी। त्वचा के अत्यधिक तैलीय होने के कारण कई बार सिर में सफेद, पीले या गहरे रंग के पपड़ीदार पैच (धब्बे) बन जाते हैं। कुछ मामलों में चकत्तों का रंग शिशु की त्वचा के रंग पर भी निर्भर करता है।
क्रैडल कैप के आम लक्षणों में शामिल हैः
- सिर की ऊपरी त्वचा पर पपड़ीदार पैच का बनना
- सूखी या तेलीय स्किन पर पील रंग की परत का जम जाना
- कुछ मामलों में सिर के ऊपरी हिस्से की त्वचा पर लालिमा भी दिखाई दे सकती है।
मुझे डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
क्रैडल कैप का इलाज आमतौर पर घर में कर लिया जाता है। कुछ घरेलु उपचार को अपना कर क्रैडल कैप की समस्या से नवजात शिशु को छुटकारा दिलाया जा सकता है। हालांकि एक सप्ताह के बाद अगर घरेलु उपचार से शिशु को राहत नहीं मिलती है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। अगर क्रैडल कैप से संबंधित कोई भी सवाल आपके मन में है या आप इससे संबंधित जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो अपने नजदीकी डॉक्टर या स्किन स्पेशलिस्ट से संपर्क करें।
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कारण
क्रैडल कैप होने के कारण क्या है?
अक्सर नवजात शिशुओं के माता-पिता को लगता है कि क्रैडल कैप साफ-सफाई से जुड़ी कोई बीमारी है। बच्चों को क्रैडल कैप न हो इसके लिए वह दो से तीन बार नहलाते हैं। बालों पर तेल लगाते हैं। वहीं, कुछ लोगों को लगता है कि क्रैडल कैप बच्चों में फैलने वाला कोई संक्रमण है।
लेकिन ऐसा नहीं है, क्रैडल कैप व्यस्कों में होने वाले रूसी की तरह सामान्य है। यह बालों में ज्यादा नमी और ज्यादा सूखे होने के कारण हो सकता है। अगर, आपके मन में क्रैडल कैप को लेकर कोई सवाल है या आप इससे संबंधित कोई जानकारी चाहते हैं तो स्किन स्पेशलिस्ट या बच्चों के डॉक्टर से संपर्क करें।
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जोखिम
क्रैडल कैप के साथ मुझे क्या समस्याएं हो सकती हैं?
व्यस्कों में होने वाले रूसी की तरह बच्चों में क्रैडल कैप होता है। क्रैडल कैप के दौरान नवजात बच्चों के परिजनों को कुछ सावधानियां बरतनी पड़ती है। अगर, बच्चे के सिर पर पील रंग की पपड़ी जम गई है तो इसे छीले नहीं। सिर पर जमने वाली पपड़ी को कंघी या हाथों से हटाने पर कई बार ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है, इसलिए बिना डॉक्टरी सलाह के इसे न हटाएं।
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उपचार
क्रैडल कैप का इलाज क्या है?
क्रैडल कैप बच्चों में होने वाली एक सामान्य समस्या है और अपने आप ही ठीक हो जाती है, लेकिन इस दौरान कुछ सावधानियां बरतना जरूरी होता है।
- क्रैडल कैप की समस्या अगर, बच्चे के सिर तक सीमित है तो यह सामान्य है। परन्तु यह बच्चे के शरीर के अन्य हिस्सों जैसे की कान, नाक और गर्दन पर दिखाई देती है तो तुरंत हेयर स्पेशलिस्ट डॉक्टर से संपर्क करें।
- जो महिलाएं बच्चों को स्तनपान कराती हैं वह ज्यादा मात्रा में चीनी का प्रयोग न करें।
- नवजात बच्चों को क्रैडल कैप की समस्या के साथ दस्त होते हैं तो यह बच्चे के डाइजेशन सिस्टम से संबंधित हो सकता है। इस स्थिति में तुरंत नजदीकी अस्पताल या डॉक्टर से संपर्क करें।
- लेख में क्रैडल कैप के बारे में जो जानकारी दी गई है उसे किसी भी तरह के मेडिकल सलाह के तौर पर ना लें। इससे संबंधित अगर कोई भी सवाल और ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
क्रैडल कैप का इलाज कैसे होता है?
क्रैडल कैप का कोई सटीक इलाज नहीं है। लेकिन, कुछ थेरिपी और दवाओं से इससे छुटकारा पाया जा सकता है। अधिक गंभीर मामलों में गहन अस्पताल देखभाल की आवश्यकता होती है। कुछ मामलों में डॉक्टरों द्वारा खास तरह की दवाईयां और ट्रीटमेंट दिया जाता है।
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घरेलू उपचार
जीवनशैली में होने वाले बदलाव क्या हैं, जो क्रैडल कैप को ठीक करने में मदद कर सकते हैं?
क्रैडल कैप का इलाज आमतौर पर घर पर ही किया जाता है। इसके लिए बच्चों की दिनचर्या में थोड़ा सा बदलाव करने की आवश्यकता होती है। बच्चों को रोज़ाना पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं।
शोध में यह बात सामने आई है कि क्रैडल कैप एक एलर्जी है जो मां द्वारा बच्चों में पहुंचती है। इसलिए इस एलर्जी में मां को थोड़ा सा ध्यान रखने की आवश्यकता है। स्तनपान कराने वाली महिलाएं उन्हीं खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जिससे बच्चे को एलर्जी न हो।
चिकन, रेड मीट का सेवन न करें। अगर, आप प्रोटीन के लिए इन चीजों का सेवन करती हैं तो इसके विकल्प ढूढें। मीट की बजाय दूध, दही और अंडे को प्रोटीन का सोर्स बना सकती हैं।
बच्चों को स्तनपान करानी वाली महिलाएं तेल, मसालों वाले खाने से दूर रहें। जहां तक हो सके लाइट फूड खाए।
नवजात बच्चों को स्तनपान कराने से पहले शरीर के उस हिस्से को अच्छी तरह से क्लीन करें। साथ ही स्तनपान कराने के बाद बच्चे के मुंह को पूरी तरह से साफ करें। कई मामलों में क्रैडल कैप स्वच्छता न बरतने के कारण होता है, इसलिए स्तनपान के दौरान साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें।
अगर, आपके मन में क्रैडल कैप को लेकर कोई भी सवाल है या आप इससे जुड़ी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो अपने नजदीकी अस्पताल या डॉक्टर से संपर्क करें।
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हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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