के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
47 सप्ताह के शिशु कुछ चीजों को करने में सक्षम हो जाता है, जैसे कि—
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47 सप्ताह के शिशु कई चीजों को सिखने के लिए सक्षम हो जाता है। 47 सप्ताह के शिशु मां-पापा बोन के साथ-साथ अन्य शब्दों का भी उच्चारण करना सीख सकते हैं।इसलिए 47 सप्ताह के शिशु को आप विशेषतौर से “प्लीज ‘ और “थैंक्यू’ जैसे शब्द पर जोर दें और उन्हें बोलना सिखाएं। 47 सप्ताह के शिशु को कई चीजें आप खेल—खेल में सिखा सकते हैं, जैसे कि कोई खिलौना उससे मांगे और जब वे दे तो आप थैंक्यू बोलें या कोई खिलौना लाने के लिए प्लीज बोलें। इससे बच्चा जल्दी सिखेगा और उसके अंदर मैनर्स भी आएंगे। यह भी जरूरी नहीं है कि इस उम्र में वे तुरंत ही सब सीख जाएं, हमें बच्चों को इस तरह की नैतिक शिक्षा धीरे-धीरे और कई पार्ट्स में सिखानी चाहिए। इन शब्दों को वह रोज बोले इसका ध्यान माता-पिता के साथ-साथ घर के अन्य सदस्यों को भी रखना चाहिए।
इसके अलावा, ये आपके ऊपर है कि आप किस तरह से बच्चे को वस्तुओं के नाम और उसके इस्तेमाल के बीच में संबंध बताती हैं, जितना अधिक आप बोलेंगे और उन्हें बताएंगे, बच्चे की शब्दावली उतनी ही तेजी से बढ़ेगी। अपने बच्चे से बात करते रहें और चीजों की लेबलिंग करें, जैसे कि सीढ़ियों को गिनते हुए ऊपर चढ़े या फिर घर में रखी हुई वस्तुओं का नाम बताएं। जब आप उनके साथ बाहर जाए तो उन्हें फलों और सब्जियों का नाम और उनका रंग बताएं। बच्चे के साथ बुक में दिए हुए चित्रों के बारे उन्हें बताएं और किताब में बनी हुई पिक्चर्स का नाम उनसे पूंछे, जब आपको लगे कि वह रंग आदि के बारे में जान गए हैं, तो उनसे पूछें कि उनका फेवरेट रंग कौन सा है? या फिर वह कौन से रंग के कपड़े पहनना चाहते हैं, ऐसा करते समय उनको केवल दो ऑप्शन दें ताकि वह रंगो के विषय में कंफ्यूज न हो।
47 सप्ताह के शिशु की देखभाल घर पर ही की जाती है और ज्यादातर डॉक्टर बच्चों के लिए कोई चेकअप भी निर्धारित नहीं करते हैं। लेकिन, अगर आपको ऐसा लगता है कि 47 सप्ताह के शिशु को कोई शारीरिक परेशानी है, तो डॉक्टर के पास जाना जरूरी हो जाता है और बच्चे को कोई स्वास्थ्य समस्या हो रही है तो देर न करें, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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47 सप्ताह के शिशु से जुड़ी निम्नलिखित बातों की जानकारी होनी चाहिए। जैसे-
47 सप्ताह के शिशु को अंगूठा चूसने की आदत अपना सकते हैं यह कोई इतनी बड़ी चिंता की बात नहीं है क्योंकि अपने आप को शांत और स्वस्थ रखने के लिए कुछ बच्चे अंगूठा चूसते हैं। उनके अंदर यह आदत जन्म के समय से ही होती है। लोगों का मानना है कि अपने दांतो को नुकसान किए बगैर 2 या 3 साल तक बच्चे अंगूठा चूस सकते हैं, और बहुत से बच्चे चार पांच साल तक जब तक कि उनके परमानेंट टीथ नहीं आते आराम से अंगूठा चूसने की आदत को अपना सकते हैं। ऐसे में माता-पिता को ध्यान रखना चाहिए क्योंकि बच्चे की यह आदत अगर जल्दी बंद नहीं हुई तो बड़े होने पर परेशानी हो सकती है। इस दौरान यह भी ध्यान रखें की 47 सप्ताह के शिशु की उंगलियां गंदी न हों। क्योंकि इससे इंफेक्शन का खतरा बना रहता है और बच्चा बार-बार बीमारी पड़ सकता है।
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चुसनी या हनी निप्पल भी खुद को शांत करने के लिए बच्चों का एक बेहतर रास्ता है, लेकिन बच्चे इसे इस्तेमाल करें यह बहुत जरूरी नहीं है,क्यूंकि अगर यह उनके पालने से गिर जाए तो फिर बच्चे आपके ऊपर डिपेंड हो जाते हैं ,और ज्यादातर ये खो सकता है या गंदा हो सकता है ,इसमें सिर्फ एक अच्छी बात है अपने दांतों के स्वास्थ्य को कोई नुकसान पहुंचाने से पहले, वह इसका इस्तेमाल करना बंद कर देते हैं कुछ बच्चे अंगूठा चूसने मैं ही ज्यादा उत्साह दिखाते हैं और ऐसी हालत में आप को बच्चों को उनकी पसंद के अनुसार छोड़ देना चाहिए।
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47 सप्ताह के शिशु की हेल्दी सेहत के लिए विशेषज्ञों का मानना है कि एक वर्ष की उम्र से कम का बच्चा यदि अपनी मां को बिना कपड़ों के देखता है तो उसका उस पर कोई रिएक्शन नहीं होता है, क्योंकि वे बहुत छोटा होता है। लेकिन, जैसे—जैसे वे बड़ा होता जाता है चीजों को लेकर उनकी उत्सुकता बढ़ती जाती है। यदि आपका शिशु इस बारे में उत्सुक है कि वे क्या देख रहा है, तो वह आपके प्यूबिक हेयर को छूना चाहता है या आपके निपल्स को खींचता है, तो उस समय उनको कोई रिएक्शन न दें, क्योंकि बच्चे के लिए आपके शरीर के प्राइवेट पार्ट बाकी पार्ट्स की तरह होते हैं ,जैसे कि आपके नाक, कान, हाथ और आंखें। लेकिन, मां की जिम्मेदारी होती है कि वे बच्चे को धीरे—धीरे प्राइवेट पार्ट्स और प्राइवेसी का मतलब समझाएं। बच्चों को शुरुआत से ही इसकी जानकारी धीरे-धीरे बतानी और समझनी चाहिए।
अगर आप 47 सप्ताह के शिशु से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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