अब 32 सप्ताह के शिशु की केयर (32 weeks baby care) के दौरान आपको कई नई बातें दिखाई देंगी। शिशु को भाव अच्छे से समझ आने लगेंगे और वो उन्हें अच्छे से बताने भी लगेंगे। वो अब सभी तरह के भावों को खुद भी करने लगेंगे। जैसे की अगर कोई रो रहा है तो उसे देखकर वो भी रोने लगेंगे। हालांकि, वो अभी-अभी सीखे है भावनाओं को समझना लेकिन वो हर बात आपसे ही सीखते है। अब आगे वो यह भी सीखेंगे की आप लोगो से किस तरह बात करते है और उनके साथ केसा बढ़ताव करते है।
अब आपका बच्चा यह सब करने लगेगा:
- बैठे हुए खड़े हो जाना;
- लेते हुए पलट जाना;
- ताली बजाना और बाय बोलने के लिए हाथ हिलना;
- छोटी चीज़ो को उठाना;
- पुरे घरमे घूमना;
- बार बार माँ और पापा को बुलाना;
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32 सप्ताह के शिशु की केयर: शिशु के विकास के लिए मुझे क्या करना चाहिए?
अगर आपके 32 सप्ताह के शिशु आपके साथ नहीं सोता,और वो अलग सोने से डरते है तो आपको उनके साथ ज्यादा समय बिताना चाहिए बेडटाइम स्टोरी और गाने सुनाने में। ऐसे रोज़ एक ही तरह से सुलाने से उन्हें ज्यादा अछि और गहरी नींद आएगी।
ध्यान रहे की बच्चे को सुलाने से पहले ही आप उनके कमरे का सारा काम ख़तम कर दे। एक बार उन्हें नींद आने के बाद उन्हें डिस्टर्ब न करे। आपको उन्हें सीखना पड़ेगा की सोने के लिए वही सबसे अछि जहाज है जहा आप उसे सुला रहे है।
32 सप्ताह के शिशु की केयर (32 weeks baby care): मुझे किन बातों की जानकारी होनी चाहिए?
दस्त:
आपके बच्चे को दस्त हो सकती है। जब आपके बच्चे को पानी जैसी या पतला मॉल त्याग हो तो उसका मतलब होता है उसे दस्त हो रही है। उन्हें पीली,हरी या एकदम गहरे रंग की दस्त लग सकती है जो हमेशा के मुकाबले ज्यादा दुर्गन्ध होगी। इसका कारन पेट का इन्फेक्शन,श्वास संबधित इन्फेक्शन,जो सर्दी होने वाले वायरसेस की वजह से होती है। बच्चो की डाइट में बहुत ज्यादा फ्रूट जूस और फ्रूट्स की वजह से भी दस्त लग सकती है।
अगर आपके बच्चे को दस्त लगने लगे तो:
डॉक्टर को बताए अगर आपका बच्चा डीहाइड्रेट हो जाए,उलटी होने लगे,कुछ खाये पीये न,मॉल त्याग में खून आना,और 24 घंटे से ज्यादा बुखार रहे तो। इसके आलावा अगर आपका बच्चा कम पिशाब करे,या एकदम गहरे रंग का करे,आँखें सूज जाए,बिना आंसू के रोने लगे तो मतलब उसे डीहाइड्रेशन हो गया है और डॉक्टर के पास ले जाने की जरुरत है।
अपने बच्चे से ज्यादा पेय पदार्थ पीने के लिए कहिए ताकि डिहाइड्रेशन कम हो सके। पर फ्रूट्स और फ्रूट जूस के आलावा ही कुछ पीने दे। पानी,दूध और दूध का पाउडर अच्छे विकल्प होंगे।
बच्चे को जितना हो सके आरामदायक महसूस करवाएं ,जितना हो सके उनके पीछे के हिस्से को सूखा रखने की कोशिश करे और साथ ही बेबी क्रीम का इस्तेमाल करे।
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32 सप्ताह के शिशु की केयर (32 weeks baby care): दांतों की समस्या
अगर आपके बच्चे के दांत गलत या ख़राब उगे है तो उन्हें डेंटिस्ट के पास ले जाने की कोई जरुरत नहीं है। गलत तरीके से दांत अगर उग जाते है तो वो बादमे आपके बच्चे की मुस्कान पर कोई असर नहीं पड़ेगा। असल में,दूध के दांत हमेशा गलत तरीके से उगते है,और खास कर निचे वाले दांत v के आकर में आते है। ऊपर के दांत निचे के दांत के तुलना में बड़े होते है। किसी बचे के ऊपर के दांत पहले आते है तो किसी के निचे के आते है। पर इन किसी भी अवस्था में चिंतित होने की जरुरत नहीं है।
जब बच्चे दो या ढाई साल के हो जाते है,उनके पृरे बीस दांत आ जाते है। उनके अभी के दांत थोड़े अलग होते है लेकिन फ़िक्र न करे क्यूंकि यही पूरी ज़िन्दगी नहीं रहेंगे। अगर एक या दो दांत कला हो जाता है तो उसका कारण आयरन हो सकता है। कुछ बच्चे विटामिन और मिनरल्स सप्लीमेंट्स पीते है जिसमे आयरन होता है और दांतों पर दाग आ जाता है।इसमें भी फिकार करने की जरुरत नहीं है क्योंकि यह चला जाएगा जब आपका बचा वो सुप्प्लेंनेट्स पीना बंद कर देगा। पर ध्यान से अपने बच्चे को ब्रश करवाएं ताकि उनके दांत पीले या गंदे न हो जाए।
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स्वास्थ्य और सुरक्षा
32 सप्ताह के शिशु की केयर: बच्चे से जुड़े किन विषयों पर डॉक्टर से बात करनी चाहिए?
32 सप्ताह के बच्चे की देखभाल करते समय आपको पता होना चाहिए कि आपका बच्चा किसी भी सिचुएशन के लिए कैसे रिएक्ट कर रहा है। अगर आपका बच्चा 32 सप्ताह की उम्र में सही से फीड नहीं कर रहा है या फिर अधिक रो रहा है तो आप बच्चे को डॉक्टर को दिखा सकते हैं। आमतौर पर बच्चे पेट भरने के बाद थोड़ा खेलते हैं और फिर सोते हैं। अगर आपका बच्चा ठीक से फीड नहीं कर रहा है और उसके मल का रंग भी बदल गया है तो उसे डॉक्टर के पास जरूर लें जाएं। एक निश्चित समय बाद आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। आप बच्चे का समय-समय पर वजन जरूर चेक करें। अगर बच्चे का वजन नहीं बड़ रहा है तो स्वास्थ्य की दृष्टि से ये अच्छा नहीं है। साथ ही बच्चा खिलाने के बाद खाना बार-बार उलट दे तो भी डॉक्टर को दिखाएं। कई बार पेट में कीड़े होने की वजह से पेट संबंधी समस्याएं खड़ी हो जाती हैं।
32 सप्ताह के शिशु की केयर: महत्वपूर्ण बातें
- 32 सप्ताह के शिशु की केयर (32 weeks baby care) करते समय आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि बच्चा कहीं कम नींद तो नहीं ले रहा है।
- बच्चे इस उम्र में नई चीजों को लेकर आकर्षित होते हैं और साथ ही उसे हाथ में लेने की कोशिश भी करते हैं।
- बच्चा मोबाइल की रोशनी देखकर खुशी जाहिर कर सकता है।
- इस उम्र में शिशु किसी भी चीज को देखकर उत्साहित भी होते हैं और साथ ही कुछ वस्तुओं को देखकर डर भी सकते हैं।
- इस उम्र में बच्चा अपनी चीजों को खासतौर पर अपनी दूध की बोतल और खिलौनो को पहचानने लगता है।
- बच्चे के पास कोई ऐसी चीज न रखें, जो गलती से उसके मुंह में पहुंच जाएं। बच्चे खेलने की कोशिश करते हैं तो ऐसे में कुछ गलती से मुंह में भी जा सकता है।
- 32 सप्ताह के शिशु की केयर (32 weeks baby care) के दौरान उसे इस उम्र में बिल्कुल भी अकेले न छोड़ें क्योंकि वो बिस्तर में पलटने के साथ ही खिलौने को मुंह में भी डाल सकते हैं।
- डॉक्टर से नियमित अंतराल में चेकअप जरूर कराएं और उनसे ये जरूर पूछ लें कि अगला वैक्सीनेशन कब तक होगा। समय पर वैक्सीनेशन जरूर कराएं।
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आशा है कि आपको इस आर्टिकल की जानकारी पसंद आई होगी और आपको 32 सप्ताह के शिशु की केयर (32 weeks baby care) या शिशु की देखभाव से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अगर आपको तीन महीने के बच्चे की देखभाल से संबिधित कोई प्रश्न पूछना हो तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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