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क्या बच्चे बहुत ज्यादा सो सकते हैं (Can babies sleep too much) : क्या अपेक्षा करें
शिशु के नींद का प्रभाव उनके विकास और वजन पर भी पड़ता है। खराब स्लीप पैटर्न के कारण, यानि कि ठीक से न सोने के कारण बच्चे के वजन में भी गिरावट आ सकता है। जितना बच्चे के लिए सोना जरूरी है, उतना ही उनके लिए नींद भी जरूरी है। यदि आपका बच्चा बहुत लंबे समय तक सोता है, तो दूध का समय होने पर उसे दूध भी पिलाते रहें। अपने नवजात शिशु से दूध पिलाने की दिनचर्या में व्यवस्थित होने की अपेक्षा करें। उनका वजन वापस बढ़ जाएगा, और उसके बाद से अधिकांश बच्चे तेजी से बढ़ते हैं। आप अपने बच्चे के दूध पिलाने और गंदे डायपर पर नज़र रखकर उसके विकास की प्रगति की निगरानी कर सकते हैं। आपका बाल रोग विशेषज्ञ भी प्रत्येक जांच में उनका वजन करेगा।
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क्या बच्चे बहुत ज्यादा सो सकते हैं, ऐसा क्यों होता है (Can babies sleep too much, why does this happen)
कुछ बच्चे दूसरों की तुलना में बेहतर स्लीपर होते हैं। हालांकि, इससे उनकी नींद और भोजन प्रभावित होती है। आपको पहले कुछ हफ्तों के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतने और उनकी प्रगति का आकलन करने की आवश्यकता होती है। बच्चे की अच्छी नींद के साथ उसकी छोटी-छोटी बातों पर भी ध्यान रखें, जैसे कि बच्चे के डायपर पर नजर रखें। उनके यूरिन के कलर पर भी ध्यान रखें कि वो बहुत पीला नहीं होना चाहिए (गहरा पीला एक संकेत है कि बच्चा पर्याप्त दूध नहीं पी रहा है)। एक बच्चा जब पर्याप्त नींद नहीं लेता है, वह चिड़चिड़ा महसूस कर सकत है। कई बार उनको रोते में शांत कराना भी म़श्किल हो सकता है। एक नींद वाले बच्चे को ये समस्याएं नहीं होती हैं, लेकिन बहुत अच्छी नींद से माता-पिता को परेशान कर सकता है। एक बच्चे को अपनी स्वयं की सर्कैडियन लय स्थापित करने में कम से कम छह महीने लगते हैं। लेकिन अगर आपको लगता है कि आप रात और दिन के बीच किसी भी अंतर से बेखबर हैं, तो उनकी बढ़ती उम्र के साथ उन्हें नियमित अंतराल पर भोजन करने और दिन में थोड़ा जागने और रात में सोने की आदत डालें।
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