छोटे बच्चों की ही तरह कई बार बड़े बच्चों में भी भूलने की बीमारी भी देखी जाती है। जैसे, उनकी स्कूल ड्रेस कहां रखी हुई है, उनकी किताबें कहां पर पड़ी हैं, हर बार सॉक्स जूते की जगह किसी टेबल पर रख कर भूल जाना, टीफीन पैक होने के बाद भी टीफीन ले जाना भूल जाना। ऐसी ही कई आदतें हैं, जो माता-पिता को काफी चिड़चिड़ा भी बना सकती हैं। इसके कारण सबसे ज्यादा परेशानी अक्सर एक मां को ही उठानी होती है। बच्चे की हर छोटी-छोटी बात याद रखना, होमवर्क से लेकर पेरेंट्स मीटिंग की तारीख अक्सर सारे काम मम्मी के ही कंधों पर होती है। कई बार बच्चों में भूलने की बीमारी(Amnesia in children) के कारण माता-पिता उनकी पिटाई भी कर देते हैं। हालांकि, इससे भी बच्चों में भूलने की बीमारी (Amnesia in children) का कुछ उपाय नहीं मिलता है। कई बार तो बच्चों में भूलने की बीमारी के कारण मां-पिता मानसिक रूप से भी परेशान हो सकते हैं। जिसके कारण ऑफिस या घर के कामों में भी उन्हें मन लगाने में परेशानी होने लगती है। उनके मन में एक तरह का डर बैठ सकता है कि उनका बच्चा अपनी इस भूलने की आदत की वजह से कहीं कभी किसी मुश्किल में न पड़ जाए।
और पढ़ेंः बच्चे की स्तनपान की आदत कब और कैसे छुड़ाएं? जानिए 7 आसान उपाय
कैसे सुधारे बच्चों में भूलने की बीमारी (Amnesia in children)
अगर भूलने की बीमारी की आदत सुधारनी है, तो सबसे पहले आपको इस बात का पता लगाना है कि, आपके बच्चे में भूलने की आदत क्यों हैं, क्या यह किसी मानिसक समस्या से जुड़ी है या यह सामान्य छोटे बच्चों की ही तरह उसकी भी एक स्थिति हैं। अगर यह किसी मानसिक स्थिति से जुड़ी हुई हो, तो इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, ताकि, बच्चे की बढ़ती उम्र के साथ ही उसकी मानसिक बीमारी के लक्षणों को कम किया जा सके।
बच्चों में भूलने की बीमारी: बच्चों की भूलने की आदत सुधारने के तरीके
अगर बच्चों में भूलने की बीमारी (Amnesia in children) उनकी एक सामान्य आदत है, तो आप कुछ विशेषज्ञों और निम्न बातों का ध्यान रख कर उनकी इस आदत में सुधार ला सकते हैं, जिनमें शामिल हैंः
बच्चे के डांटे या मारे नहीं
अगर आपका बच्चा बार-बार बताई गई एक ही बात को भूल जाता है, तो इसके लिए उसे डांटे या मारे नहीं। क्योंकि इस उम्र में बताई गई बातों का भूलना काफी स्वाभाविक हो सकता है। अगर आप बच्चे की इस आदत के कारण उसे किसी तरह से सजा या दंड देंगे, तो इससे आपके और आपके बच्चे के निजी रिश्ते खराब हो सकते हैं। आपका बच्चा आपसे बात करने में भी डर महसूस कर सकता है। जिसके कारण उसकी भूलने की आदत और भी ज्यादा बढ़ सकती है।