MTHFR गर्भावस्था क्या है?
MTHFR म्यूटेशन को मेथिलनेटेट्राहाइड्रोफ्लोलेट रिडक्टेस कहते हैं। यह एक तरह का एंजाइम है जो एमिनो एसिड, होमोसिस्टेइन और फोलेट को आपस में ब्रेक (तोड़ने) करने में मदद करता है। MTHFR जीन माता-पिता से आते हैं। म्यूटेशन का असर हेट्रोजायगस (heterozygous) या होमोजाइगस (homozygous) दोनों पर पड़ता है। MTHFR म्यूटेशन मनुष्यों में दो तरह के होते हैं। इनमें शामिल हैं C677T और A1298C। ये म्यूटेशन ब्लड में मौजूद होमोसिस्टाइन (homocysteine) के लेवल को बढ़ा देते हैं। होमोसिस्टाइन बढ़ने के कारण कई सारी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। वहीं MTHFR गर्भावस्था में होने पर मां और शिशु दोनों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। MTHFR सबसे कॉमन जेनेटिक डिफेक्ट है और यह 4 में से 1 व्यक्तियों में होता है।
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MTHFR गर्भावस्था पर कैसे नकारात्मक प्रभाव डालता है?
ऐसी महिलाएं जिनमें MTHFR म्यूटेशन पॉजिटिव होता है उनमें प्रीक्लेम्पसिया, मिसकैरिज, डाउन सिंड्रोम, क्लेफ्ट लिप्स या हार्ट से जुड़ी परेशानी हो सकती है। एक रिसर्च के अनुसार MTHFR C677T जीन टाइप होने पर प्रीक्लेम्पसिया का खतरा बढ़ जाता है। कई बार महिलाओं में बार-बार अर्ली प्रेग्नेंसी मिसकैरिज के पीछे MTHFR C677T या फिर MTHFR A1298C म्यूटेशन का कारण होता है।
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MTHFR गर्भावस्था में पॉजिटिव होने पर जन्म लेने वाले शिशु को निम्नलिखित परेशानियां हो सकती हैं। जैसे –
- गर्भ न ठहरना (बार-बार मिसकैरिज होना)
- जन्म लेने वाले शिशु के होंठों में डिसेब्लिटी होना
- शिशु में कार्डियोवेस्कुलर अब्नॉर्मलटीज
- यूरिनरी सिस्टम एब्नॉर्मल होना
- प्रीटर्म प्रीमेच्योर रप्चर ऑफ मेमब्रेन्स (PPROM)
- प्लासेंटल एब्रप्शन
हर इंसान में एक MTHFR जीन अपने पेरेंट्स की वजह से होता। इसका मतलब ये हैं की हर इंसान में 2 MTHFR जीन मौजूद होते हैं। म्यूटेशन एक जीन या दोनों जीन के कारण हो सकता है। ब्लड रिलेशन से भी MTHFR जीन आ सकता है।