बच्चे की दृष्टि को विकसित करता है
गर्भावस्था की पहली तिमाही में बच्चे की आंखें विकसित होना शुरू हो जाती हैं और गर्भावस्था के अंत में पूर्ण रूप प्राप्त कर लेती हैं। इस समय के दौरान खरबूज, विटामिन ए का एक अच्छा स्रोत है। इसका सेवन भ्रूण में किसी भी नेत्र संबंधी असामान्यताओं के जोखिम को कम करता है।
सामान्य संक्रमण से लड़ता है
खरबूज में विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है। गर्भावस्था के दौरान खांसी, जुकाम और फ्लू जैसे मामूली संक्रमणों से लड़ने में विटामिन सी आपकी मदद करता है। यह विटामिन बढ़ते बच्चे के लिए एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली विकसित करने के लिए भी आवश्यक है। इसका रस पीने से शरीर में विटामिन सी की पूर्ति होती है। इसके अलावा, खरबूज में मौजूद कैरोटीनॉयड (बीटा-कैरोटीन और लाइकोपीन) कैंसर जैसे विभिन्न स्थितियों के जोखिम से लड़कर मां और बच्चे दोनों की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं।
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फास्फोरस मांसपेशियों के संकुचन को प्रेरित करता है
गर्भवती महिलाओं में लेवर के दौरान सक्रिय मांसपेशियों के संकुचन के लिए फास्फोरस बेहद आवश्यक होता है। यह रक्त के थक्के, किडनी के कार्य, टिश्यू की मरम्मत और हृदय फंग्शन को बेहतर करने में भी मदद करता है।
एंटीकोगुलेंट प्रॉपर्टी
खरबूज में प्रचुर मात्रा में एंटीकोगुलेंट प्रॉपर्टी होते हैं, जो रक्त के थक्कों के गठन को रोकते हैं। थक्कों से रक्त वाहिकाओं के रूकने से, किडनी फेल्योर और महिलाओं में दिल का दौरा पड़ने का खतरा होता है। क्योंकि इसमें एंटीकोगुलेंट्स की सही मात्रा होती है, इसलिए इसका उपयोग अवश्य करना चाहिए।
पाचन में सहायक
गर्भवती महिलाओं में पाचन संबंधी समस्या आती रहती है। ऐसे में आपके द्वारा लिए जाने वाले भोजन के पाचन में खरबूज मददगार हो सकता है। यह आपको दिल की जलन,पेट में एसिड, गैस गठन या किसी अन्य पाचन मुद्दों से दूर रहने में मदद करता है।
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जानिए ‘क्या’ खाएं और ‘कब खाएं’ का महत्व इस वीडियो के माध्यम से :
प्रति 100 ग्राम खरबूज में पोषक तत्वों की मात्रा
- कैलोरी – 34
- टोटल फैट – 0.2 ग्राम
- सोडियम – 16 मिग्रा
- पोटैशियम – 267 मिग्रा
- टोटल कार्बोहाइड्रेट – 8 ग्राम
- डायटरी फाइबर – 0.9 ग्राम
- शुगर – 8 ग्राम
- प्रोटीन – 0.8 ग्राम
- विटामिन ए – 67%
- विटामिन सी – 61%
- विटामिन बी6 – 5%
- आयरन – 1%
- मैग्नीशियम – 3%
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गर्भावस्था के दौरान खरबूज का सेवन करने के क्या दुष्प्रभाव होते हैं?
गर्भावस्था के दौरान खरबूज का सेवन करने से तब तक कोई साइड इफेक्ट या एलर्जी नहीं करता है जब तक कि आप कीटनाशक यानि किसी प्रकार के बैक्टीरिया के रूप में आप इसका सेवन नहीं करते हैं। आमतौर पर इसके कोई साइ इफेक्ट्स नहीं है, लेकिन इसके उपयोग से पहले इसको अच्छी तरह से धोकर इसके छिलके निकाल देना चाहिए। एक बात का ध्यान रखें कि ये फल बिन मौसम न खाएं। दरअसल बिन मौसम खाने से उसमें किसी प्रकार के केमिकल के मिलने की संभावना होती है। जो गर्भावस्था में आपकी स्थिति को खराब कर सकता है। खरबूजे में फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है, जिसके अधिक सेवन से गैस और पेट में सूजन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा गर्भावस्था में अपनी डाइट में कुछ भी शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।