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स्तनपान छुड़ाने के बाद ब्रेस्ट को लूज होने से कैसे बचाएं?

स्तनपान छुड़ाने के बाद ब्रेस्ट को लूज होने से कैसे बचाएं?

जब बच्चा एक साल का हो जाता है तो मां धीरे-धीरे उसे स्तनपान कराना कम कर देती है और फिर एक समय के बाद बंद कर देती है।  कई महिलाओं में समस्या होती है कि स्तनपान बंद करने के बाद स्तन ढीले होने लगते हैं, जिस कारण स्तन लटक (Breast Sag) जाते हैं। जिसके लिए महिलाएं काफी परेशान रहती हैं। तो अगर आप स्तनपान के कराने के बाद ढीले स्तन (Breast Sag) की समस्या से परेशान हैं, तो ये आर्टिकल खास आपके लिए है। हैलो स्वास्थ्य आपकी इस चिंता को दूर करने के लिए कुछ आसान और किफायती टिप्स दे रहा है। आइए जानते हैं कि आप अपने कसे हुए पहले जैसे स्तन कैसे पा सकती हैं। 

आखिर स्तनपान के बाद ढीले स्तन होने की समस्या क्यों होती है?

प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोन महिलाओं के स्तनों को बड़ा कर देते हैं। इसके बाद स्तनपान कराने से स्तन धीरे-धीरे ढीले होने लगते हैं। स्तन दो कारणों से ढीले होते हैं…

  1. हार्मोन के स्राव के कारण उनका आकार बड़ा हो जाता है। फिर जब दूध निकल जाता है तो वह लूज हो जाते हैं।
  2. बच्चे को स्तनपान कराने में ब्रेस्ट में खिंचाव आता है। जिसके कारण कोशिकाएं (cells) अंदर से ही ढीली पड़ने लगती हैं। 

और पढ़ें : 6 घरेलू उपायों से पाएं स्ट्रेच मार्क्स से छुटकारा

ढीले स्तन (Breast Sag) की समस्या में ये उपाय आपके काम आ सकते है

कुछ उपाय ऐसे हैं, जिन्हें अपनाकर आप स्तनपान के बाद ढीले स्तनों (Breast Sag) की समस्या से राहत पा सकते हैं। अग आप ढीले स्तनों की समस्या से परेशान हैं, तो आप नीचे बताए गए उपाय अपना सकते हैं। इनसे आपकी समस्या काफी हद तक कम हो सकती है:

  • ढीले स्तन की समस्या होने पर हमेशा सही आकार की ब्रा पहनें। ब्रा का गलत आकार आपके ब्रेस्ट की शेप को और भी बिगाड़ सकता है।
  • तेजी से वजन न घटाएं। तेजी से वजन घटाने का लक्ष्य लेकर आपकी स्किन ढीली पड़ती है और स्तन भी लूज पड़ने लगते हैं।
  • ठंडा-गर्म पानी कर सकता है मदद। आप ऐसे पानी का सेवन कर सकते हैं।
  • ढीले स्तन की समस्या से बचने के लिए अचानक से स्तनपान न छुड़ाएं। अचानक से स्तनपान छुड़ाने के कारण आपको ढीले स्तन की परेशानी हो सकती है।
  • ढीले स्तन की समस्या न हो इसके लिए अत्यधिक वसा का सेवन न करें। ज्यादा वसा के सेवन से भी ढीले स्तन(Breast Sag) होने की परेशानी हो सकती है।
  • ब्रेस्ट मॉस्चराइजर क्रीम का भी आप सेवन कर सकती हैं, जिससे ये समस्या कम होने लगेगी।
  • एक्सरसाइज है सबसे बेहतर उपाय।  इस समस्या से राहत पाने के लिए आप नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।

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सही आकार की ब्रा पहनें :

लगातार स्तनपान कराने के कारण मां ब्रा पहनना कम या बंद कर देती है। जिससे स्तनों को सही सपोर्ट नहीं मिल पाता है। इसके लिए आपको सही आकार के ब्रा का चुनाव करना चाहिए। कोशिश करें कि स्तनपान के दौरान आप नर्सिंग ब्रा पहने जिससे आप स्तनपान भी करा सकेंगी और आपके ब्रेस्ट को सपोर्ट भी मिलता रहेगा। महिलाएं मां बनने के बाद अक्सर ब्रा पहनना छोड़ देती हैं, जो उनके लिए समस्या खड़ी कर देता है। 

तेजी से वजन न घटाएं:

प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं का पूरा ध्यान अपना वजन कम करने पर रहता है। वे जल्द से जल्द स्लीम होना चाहती हैं। इसलिए महिलाएं तेजी से अपना वजन कम करने लगती हैं। इसके बजाए अगर वे अपना वजन धीरे-धीरे कम करने की कोशिश करें, तो स्तन के लटकने का रिस्क बहुत कम रहेगा। धीरे-धीरे वजन कम करने से त्वचा में कसावट आती हैं और स्तन लटकते नहीं हैं।

ठंडा-गर्म पानी कर सकता है मदद:

लटके हुए स्तनों के लिए आपकी मदद ठंडा और गर्म पानी कर सकता है। आप एक दिन गर्म और एक दिन ठंडे पानी से नहाएं। ऐसा करने से त्वचा में कसावट बनी रहती है। साथ ही रक्त संचरण (Blood Flow) बढ़ जाता है।  इसके अलावा, आप चाहें तो बर्फ से स्तनों का मसाज कर सकती हैं। जिससे स्तनों में कसाव आएगा।

और पढ़ें: विभिन्न प्रसव प्रक्रिया का स्तनपान और रिश्ते पर प्रभाव कैसा होता है

अचानक से न छोड़ें स्तनपान कराना :

यूं तो बच्चे को डेढ़ से दो साल की उम्र तक स्तनपान कराते रहना चाहिए। इसके बाद ही स्तनपान छुड़ाएं। कभी भी आप अचानक से बच्चे को स्तनपान छुड़ा देंगी तो आपको ही नुकसान होगा। अचानक से स्तनपान छुड़ाने के बाद भी आपके स्तनों में दूध बनता रहता है। जिससे स्तन कड़े हो जाते हैं। फिर जब आप दूध को निकाल देंगी तो वह लटक जाएंगे। लेकिन, स्तनों पर जमी चर्बी कम नहीं होती है। इसलिए आप धीरे-धीरे स्तनपान छुड़ाएं ऐसा करने से स्तनों की चर्बी भी कम होती है। आप चाहे तो इस बारे में एक्सपर्ट से भी जानकारी ले सकती हैं।

अत्यधिक वसा (Fat) का सेवन न करें:

ब्रेस्ट फीडिंग छुड़ाने के बाद वसा का सेवन कम से कम करें। ज्यादा फैट का सेवन करने से त्वचा की कसावट कम हो जाती है। आप साधारण फैट के लिए ऑलिव ऑयल ले सकती हैं। साथ ही विटामिन-बी और विटामिन-ई युक्त खाद्य सामग्री खा सकती हैं।

ब्रेस्ट मॉस्चराइजर क्रीम आ सकती है आपके काम:

स्तनों में कसाव लाने के लिए प्राकृतिक मॉस्चराइजर के रूप में आप ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके अलावा बाजार में ब्रेस्ट मॉस्चराइजर क्रीम भी उपलब्ध है। जिसमें विटामिन-ई, शीया बटर और कोका बटर होता है। इस क्रीम को दिन में दो बार लगा कर मसाज करें। ये ना सिर्फ ब्रेस्ट में खिचांव बढ़ाता है, बल्कि स्तनों पर पड़े स्ट्रेच मार्क्स को भी कम करता है।

और पढ़ें: ब्रेस्टफीडिंग बनाम फॉर्मूला फीडिंग: क्या है बेहतर?

एक्सरसाइज है सबसे बेहतर उपाय:

स्तनपान छुड़ाने के बाद मां को अपने खाने-पीने पर ध्यान देना चाहिए। मां को हेल्दी फूड्स लेना चाहिए। इसके अलावा एक्सरसाइज से भी स्तनों में कसाव लाया जा सकता है। स्तनों में कसाव लाने वाली सबसे आसान एक्सरसाइज पुशअप्स हैं। इस एक्सरसाइज से स्तनों के अंदर के पेक्टोरल मांसपेशियां (pectoral muscles) मजबूत होती हैं। इससे स्तन के आसपास जमा हुई चर्बी कम हो जाती है। इसके अलावा वेट लिफ्टिंग (Weight Lifting) से स्तनों में कसाव आता है। वहीं, आर्म स्ट्रेच से भी स्तनों में कसाव लाया जा सकता है। आप अपनी बाहों को सिर से जितना ऊपर हो सके उतना फैलाएं। इसके बाद अपनी दोनों हथेलियों को मिलाएं। दोनों हाथों को बिल्कुल सीधा रखें। इसके बाद ऊपर ले जाएं। इस मुद्रा (posture) में 20 सेकेंड तक रहें। फिर दोनों बाहों को नीचे कर लें। आप चाहे तो इस बारे में एक्सपर्ट से भी जानकारी ले सकती हैं।

इन आसान तरीकों से आप कुछ महीनों में ही गर्भावस्था के पहले वाले स्तनों का आकार पा सकेंगी और ढीले स्तन (Breast Sag) की समस्या से राहत पा सकेंगे। साथ ही खुद में एक आत्मविश्वास भी महसूस करेंगी। बस ब्रा लगातार पहनती रहें और स्तनों को सही मुद्रा में रखें। जिससे वह सही आकार पा सकेंगे। इस आर्टिकल में हमने आपको ढीले स्तन  से संबंधित जरूरी बातों को बताने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।  

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

(Accessed on 15/12/2019)

The effect of breastfeeding on breast ptosis following augmentation mammaplasty.
journals.lww.com/plasreconsurg/Citation/2013/10001/The_Effect_of_Breastfeeding_on_Breast_Ptosis.198.aspx

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Breasts After Breastfeeding: 10 Tips on How to Bounce Back https://flo.health/being-a-mom/recovering-from-birth/breasts-after-breastfeeding Accessed on 15/12/2019

Current Version

20/05/2021

Shayali Rekha द्वारा लिखित

के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. अभिषेक कानडे

Updated by: Bhawana Awasthi


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डॉ. अभिषेक कानडे

आयुर्वेदा · Hello Swasthya


Shayali Rekha द्वारा लिखित · अपडेटेड 20/05/2021

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