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कई शोधों में सामने आया है कि गरीबी में पल रहे बच्चों के लिए अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन या प्री स्कूल काफी कारगर साबित हो सकते है। ऐसा माना जाता है कि प्री स्कूल न जाने पर ये बच्चे स्कूल में कई तरह की चुनौतियां का सामना करते हैं। गरीबी या किसी भेदभाव के कारण बच्चों को एजुकेशनल करियर पर प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में प्रीस्कूल में जाने से बच्चे के व्यवहार (Child’s behaviour) में फर्क में पड़ता है और साथ ही वे इन भेदभाव पर ध्यान न देकर अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने के लिए तैयार होता है। एमी नैश किल्ले बच्चों के स्वभाव पर रिसर्च कर रही हैं वे कहती हैं कि अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन बच्चों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। खासकर के उन बच्चों के लिए जिनके साथ आर्थिक समस्या है। ऐसे बच्चों को स्कूल जाने से पहले यहां तैयारी का मौका मिल जाता है।
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अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन के फायदे (Early childhood education)
बच्चे का मानसिक विकास (Child’s mental development)
अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन में जिस तरह का करिक्युलम फॉलो किया जाता है, यह बच्चों को खेल में सीखाने के लिए होता है। प्री-स्कूल के पाठ्यक्रम में नाटक, भाषा, विज्ञान, गणित, सामाजिक शिक्षा, संगीत (Music) कला आदि शामिल होते हैं। जिससे बच्चे का मानसिक विकास होता है।
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अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन (Early childhood education) बच्चों को जिम्मेदार बनाने में अहम
प्री-स्कूल में टीचर्स बच्चों को जिम्मेदार बनाने के लिए जरूरी हैं। टीचर्स बच्चों के व्यवहार को लेकर एक नई स्ट्रेटजी तैयार करते हैं। उसी के अनुसार बच्चे के व्यवहार को ढालते हैं। साथ ही उन्हें बड़ों का आदर सम्मान करना सिखाते हैं।
बच्चों में बढ़ता है कॉन्फिडेंस