अंडरवियर नियम (Underwear Rules) माता-पिता द्वारा अपने बच्चों को यह सिखाने के इम्पोर्टेंस पर जोर देता है कि, उनके शरीर केवल उनके हैं, और कोई भी उन्हें खुद को छूने के लिए मजबूर नहीं कर सकता है। यह बच्चों को सिखाती है कि, शारीरिक संपर्क (physical touch) हमें केवल वही स्वीकार करना चाहिए जो वे चाहते हैं और जिस तरह से वे चाहते हैं। यह इस बात पर जोर देता है कि उन्हें कभी किसी और को नहीं छूना चाहिए, और किसी को भी उन्हें छूने का अधिकार नहीं है, खासकर उन हिस्सों में जो आमतौर पर उनके अंडरवियर द्वारा कवर किए जाते हैं।
साथ ही, इन बिंदुओं के बारे में भी अपने बच्चे को बताएंः
- बच्चे को समझाएं कि उसके शरीर में कौन-कौन से प्राइवेट पार्ट (Private organ) हैं, जिसे कोई भी टच नहीं कर सकता है।
- माता-पिता या घर के अन्य सदस्यों के अलावा कोई भी उनके कपड़े नहीं उतार सकता है। न ही उन्हें नहलाने की जिद कर सकता है।
- बच्चे को बताएं कि, उनके शरीर की साफ-सफाई करते समय घर के सदस्य उनके प्राइवेट प्रार्ट की भी सफाई कर सकते हैं।
- बच्चे को बताएं कि कभी-कभी जरूरत के मुताबिक डॉक्टर उनके प्राइवेट पार्ट का चेकअप कर सकते हैं, जो उनके स्वास्थ्य की जांच करने के लिए जरूरी हो सकता है।
बच्चों के लिए यह सीखना आवश्यक है कि वे उन लोगों से कैसे बचें जिनसे वे सहज महसूस नहीं करते हैं। विनम्र होने के अलावा, उन्हें ना कहना सीखना चाहिए और ऐसे लोगों से रास्ता निकालना चाहिए जो उन्हें अनुचित तरीके से अप्रोच करना चाहते हैं।