धन की बचत (Money Saving) करना बड़े समझते हैं पर बच्चे इसे नहीं समझ पाते हैं। क्योंकि बाल मन बहुत चंचल होता है। बच्चे में बचत की आदत (Saving habit in child) को विकसित करना दुनियादारी लगती है। लेकिन, बच्चे को बचपन से ही समझना होगा कि धन की बच्चे में बचत की आदत का विकास करना कितना जरूरी है? फिजूलखर्ची करना कितना गलत है? यह जिम्मेदारी माता-पिता की बनती है कि बच्चे में बचत की आदत सिखाएं। बच्चे में बचत की आदत संबंधी बातें बताएं और उनमें एक अच्छी आदत विकसित करें। तो आइए जानें कि किन दस तरीकों से आप बच्चे को धन की बच्चे में बचत की आदत और फिजूलखर्च न करना सीखा सकते हैं।
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बच्चे में बचत की आदत कैसे विकसित करें? (Saving habit in child)
नीचे बताए जा रहे टिप्स की मदद से आप अपने बच्चों में बचत की आदत विकसित कर सकते हैं। याद रखें अगर बच्चे कम उम्र में अच्छी आदतें सीख जाते हैं तो ये आदतें जीवनभर उनके साथ रहती हैं।
गुल्लक है पहली पाठशाला
बचपन में गुल्लक का इस्तेमाल तो आपने भी किया होगा। तो बच्चे को भी इस अच्छी आदत से रुबरु कराइएं। अमूमन सात साल की उम्र के बच्चे को धन की जरूरत पड़ने लगती है। इसके लिए उसे एक गुल्लक ला कर दें और उसमें रुपये की डालने के लिए कहें। जिससे बच्चे में बचत की आदत विकसित होगी और वह बचपन से ही पैसा का महत्व समझने लगेगा।
बच्चे को बताएं जरूरत और चाहत में अंतर
जरूरत और चाहत में फर्क होता है। इस बात को आपको बच्चे को समझाना होगा। बच्चा सिर्फ जरूरत के हिसाब से खर्च करना बताएं। बच्चे को समझाएं कि वह जरूरी चीजोंं पर ही खर्च करे और फिजूलखर्च बिल्कुल ना करे। ये आदत बच्चों में विकसित करना बेहद जरूरी है।
बच्चे के साथ बिजनेस गेम्स खेलें
बच्चों में धन प्रबंधन के लिए रुचि पैदा करने के लिए उनके साथ ऐसे बिजनेस गेम्स खेलें। इस गेम्स में प्रतीकात्मक पैसे (Symbolic Cash) का प्रयोग होता है। इस गेम से बच्चे में अधिक से अधिक पैसे पाने और पैसे कम खर्च करने में ज्यादा ध्यान देंगे। ये तरीका बच्चों को पसंद भी आएगा और वे खेल खेल में एक बड़ा महत्वपूर्ण पाठ भी सीख जाएंगे।
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बच्चे में बचत की आदत (Saving habit in child) : बच्चे को इनाम में पैसे दें
अगर बच्चा कोई अच्छा काम करे तो उसे इनाम में पैसे दें। लेकिन, उन से यह कहें कि उन्हें इनाम में जो पैसे मिले हैं उसे गुल्लक में डाले। साथ ही इनाम में मिले पैसों का हिसाब एक कॉपी में करे। इससे बच्चे में बचत की आदत के साथ हिसाब की भी समझ बनेगी। यकीन मानिए बच्चे को इसमें बहुत मजा आएगा।
बच्चे में बचत की आदत (Saving habit in child) : घर की छोटी जिम्मेदारियों से बताएं पैसों का इस्तेमाल
घर के अंदर और आसपास के कामों के लिए अपने बच्चों को जरुर लगाएं। यह उनके अंदर पैसों का मैनेजमेंट करने के सही तरीकों को सीखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शुरुआत में इस तरह के कामो में उनसे कोई गलती भी हो जाए तो ज्यादा नुक्सान नहीं होगा। क्योंकि, बाद में बड़ी गलतियों की तुलना में अब आप छोटी “गलतियां” करना बच्चे के लिए बेहतर है।
बच्चे में बचत की आदत : बच्चे को महंगे-सस्ते की जानकारी दें
10 साल के ऊपर के बच्चे पैसों का लेखाजोखा रखना अच्छे से रख सकते हैं। इसके लिए आप जब भी बाजार जाएं तो बच्चे को साथ लेकर जाए। इससे जब आप सामान खरीदेंगे तो बच्चे को महंगे और सस्ते की जानकारी दे सकते हैं। सामान की खरीदारी करते समय उन पर अंकित कीमत को पढ़ना बताएं। दुकानदार को चुकायी गई कीमत के बारे में बच्चे से सवाल-जवाब करें। इससे बच्चे को मजा भी आएगा और खरीदारी को लेकर समझ भी बढ़ेगी।
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बच्चे के लिए बैंक में खाता खोलें
कोशिश करें कि बच्चे के नाम से बैंक में एक जमा खाता (Savings Account) खोल दें। अगर बच्चा दस साल से ऊपर का है तो उसे खुद ही बैंक जाने दें और फॉर्म भर कर धन जमा करने के लिए कहें। इस से बच्चे में बचत की आदत (Saving habit in child) की भावना आएगी। साथ ही बैंक के कार्यप्रणाली की जानकारी भी होगी। मनी मैनेजमेंट सीखने की तरफ उनका रूझान भी बढ़ेगा।
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बच्चे को अखबार पढ़ने के लिए कहें
बच्चे को अखबार पढ़ने की आदत डालें। धन प्रक्रिया को समझने के लिए बच्चे को बिजनेस वाले पेज को पढ़ने के लिए प्रेरित करें। इससे देश की अर्थव्यवस्था में क्या नई चीजें हो रही है, इसकी समझ विकसित होगी। आपका यह कदम बच्चों का ज्ञान बढ़ाने के साथ ही मनी मैनेजमेंट भी सिखा देगा।
बच्चे में बचत की आदत : बच्चों को बैंकिंग प्रणाली के बारे में बताएं
बच्चे में बचत की आदत (Saving habit in child) सिखाना हो तो उन्हें बैंक के कामों को भी बताए। इससे उनमें बैंकिंग की जानकारी होगी। आप अपने छोटे बच्चों को अपने साथ बैंक ले जा सकते हैं, इससे जब भी बैंक जाएं तो बच्चे को साथ ले जाएं। बच्चे को बैंक का महत्त्व समझाएं। उसे बताएं की बैंक में किस तरह उसके पैसे सुरक्षित हैं और जरूरत पड़ने में उसे किस तरह से इन पैसों से मदद मिल सकती है. हो सके तो बच्चे का भी एक अकाउंट खुलवाए।
बच्चे में बचत की आदत : बच्चों के सामने पैसों की उपयोगिता पर दृढ़ रहें
बच्चों के सामने पैसों को लेकर अपने दृष्टिकोण की पड़ताल करते रहें और उसपर दृढ बनने की कोशिश करें। पैसों का सही इस्तेमाल बच्चे सबसे पहले अपने माता-पिता से ही सीखता है। याद रखें कि बच्चे अपने माता-पिता को देखकर पैसे कैसे संभालते हैं, इसके बारे में बहुत कुछ सीखते हैं।
इन तरीकों से आप बच्चे में बचत की आदत और समझ पैदा कर सकते हैं। साथ ही मनी मैनेजमेंट कैसे करना है इसे बच्चा समझेगा और भविष्य के प्रति गंभीर बनेगा।
बच्चों को कितना पॉकेट मनी देना है सही?
बच्चों को अधिक पॉकेट मनी बिलकुल न दें, नहीं तो उनमें फिजूल खर्ची की आदत लग सकती है। पेरेंट्स होने की नाते आपको अपने बच्चों की जरूरत आपको पता होनी चाहिए। उसी को बेस मानकर पॉकेट मनी तय करें। आप अपने बच्चों के दोस्तों के पेरेंट्स से भी इसपर बात कर सकते हैं। शुरुआत में उसे उतने पैसे जरुर दें, जिससे वे अपकाउने लिए छोटी-छोटी चीज़ें, जैसे – मनपसंद टॉफी, पेंसिल, स्टीकर आदि खरीद सकें।
इस प्रकार बच्चे के अंदर बच्चे से ही बचत की आदत विकसित की जा सकती है। जिसका फायदा उनको और आपको भी जीवनभर मिलेगा।
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उम्मीद करते हैं कि आपको बच्चे में बचत की आदत कैसे विकसित करें इससे संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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