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पेट दर्द और बार-बार पेशाब आना: जानिए इसके 22 कारण!

पेट दर्द और बार-बार पेशाब आना: जानिए इसके 22 कारण!

पेट दर्द और बार-बार पेशाब आना …इन दोनों में से पेट दर्द की समस्या सामान्य है और पेट दर्द की समस्या से हमसभी गुजरते हैं, लेकिन पेट दर्द और बार-बार पेशाब आना (Abdominal Pain and Frequent Urination) या पेट दर्द के कारण बार-बार पेशाब आना इसे नोटिस करना जरूर है। वैसे तो बार-बार यूरिनेशन को डायबिटीज के लक्षण को भी दर्शाता है, लेकिन फ्रीक्वेंट यूरिनेशन के अन्य कारण भी हो सकते हैं। इसलिए आज इस आर्टिकल में पेट दर्द और बार-बार पेशाब आना (Abdominal Pain and Frequent Urination) के बारे में समझेंगे। 

  • पेट दर्द और बार-बार पेशाब आने की समस्या क्या है?
  • पेट दर्द और बार-बार पेशाब आने के कारण क्या हो सकते हैं?
  • एब्डॉमिनल पेन और फ्रीक्वेंट यूरिनेशन का इलाज कैसे किया जाता है? 
  • एब्डॉमिनल पेन और फ्रीक्वेंट यूरिनेशन से बचाव कैसे संभव है?
  • पेट दर्द और बार-बार पेशाब आना महसूस होने पर डॉक्टर से कब कंसल्ट करना है जरूरी?

एब्डॉमिनल पेन और फ्रीक्वेंट यूरिनेशन (Abdominal Pain and Frequent Urination) से जुड़े इन सवालों का जवाब जानते हैं। 

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पेट दर्द और बार-बार पेशाब आने की समस्या क्या है? (About Abdominal Pain and Frequent Urination)

पेट दर्द और बार-बार पेशाब आना (Abdominal Pain and Frequent Urination)

पेट दर्द की समस्या चेस्ट (Chest) से पेल्विस (Pelvis) के बीच होती है। पेट में दर्द ऐंठन जैसे दर्द तेज या कम भी हो सकते हैं, जिसे पेट दर्द (Stomachache) कहा जाता है। वहीं फ्रीक्वेंट यूरिनेशन का मतलब है सामान्य यूरिनेशन की तुलना में ज्यादा पेशाब लगना। वैसे फ्रीक्वेंट यूरिनेशन नोटिस करने पर तरल पदार्थों का सेवन ज्यादा करना चाहिए। अब अगर फ्रीक्वेंट यूरिनेशन को और ज्यादा आसान शब्दों में समझें, तो 2.5 लीटर से ज्यादा यूरिन होना ज्यादा यूरिनेशन के अंतर्गत माना गया है। 

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पेट दर्द और बार-बार पेशाब आना: क्या हो सकते हैं इसके कारण? (Cause of Abdominal Pain and Frequent Urination)

पेट दर्द और बार-बार पेशाब आना, अगर कोई भी व्यक्ति ऐसी परेशानियों का सामना करना पड़े तो इसके कई कारण हो सकते हैं जो इस प्रकार हैं-

  1. अत्यधिक एल्कोहॉल (Drinking excess alcohol) का सेवन करना।   
  2. कैफीन वाले पेय (Caffeinated beverages) पदार्थों का सेवन करना। 
  3. एंग्जाइटी (Anxiety) की समस्या होना। 
  4. बेडवेटिंग (Bedwetting) की समस्या होना। 
  5. हाइपरपैराथायरायडिज्म (Hyperparathyroidism) की समस्या। 
  6. फाइब्रॉएड (Fibroids) की समस्या होना। 
  7. किडनी स्टोन (Kidney stones) की समस्या होना। 
  8. डायबिटीज (Diabetes) की समस्या होना। 
  9. सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (Sexually Transmitted Infection [STI]) की समस्या होना।
  10. यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (Urinary Tract Infection [UTI]) की समस्या होना।
  11. वजायनल इंफेक्शन (Vaginal infection) की समस्या होना।
  12. राइट साइड हार्ट फेल (Right-sided heart failure) होना। 
  13. ओवेरियन कैंसर (Ovarian cancer) की समस्या होना।
  14.  हाइपरकैल्सीमिया (Hypercalcemia) की समस्या होना।
  15. ब्लैडर कैंसर (Bladder cancer) की समस्या होना।
  16. यूरेथ्रल स्ट्रीक्चर (Urethral stricture) की समस्या होना।
  17. पायलोनेफ्राइटिस (Pyelonephritis) की समस्या होना।
  18. पॉलिसिस्टिक किडनी डिजीज (Polycystic kidney disease) की समस्या होना।
  19. सिस्टमिक गोनोकोकल इंफेक्शन (Systemic Gonococcal Infection [Gonorrhea]) की समस्या होना।
  20. प्रोस्टेटाइटिस (Prostatitis) की समस्या होना। 
  21. यूरेथ्राइटिस (Urethritis) की समस्या होना। 
  22. गर्भवती (Pregnancy) होना। 

एब्डॉमिनल पेन और फ्रीक्वेंट यूरिनेशन के 22 कारण हो सकते हैं। इन ऊपर बताई शारीरिक परेशानियों इग्नोर नहीं करना चाहिए, क्योंकि कभी-कभी कुछ शारीरिक परेशानी को सामान्य समझकर लापरवाही बरतने लगते हैं और यही छोटी-छोटी परेशानी गंभीर रूप ले सकती है। यह हमेशा ध्यान रखें कि किसी भी बीमारी का इलाज अगर शुरुआती स्टेज में किया जाए, तो बीमारी को जल्द से जल्द दूर किया जा सकता है। 

पेट दर्द और बार-बार पेशाब आना: कैसे किया जाता है इलाज? (Treatment for Abdominal Pain and Frequent Urination)

एब्डॉमिनल पेन और फ्रीक्वेंट यूरिनेशन की समस्या इस बात पर निर्भर करती है कि किसी ऐसे तरल पदार्थों का सेवन किया गया है जिससे फ्रीक्वेंट यूरिनेशन की समस्या हुई है और यह समस्या अपने आप एक दिन में ठीक भी हो जाती है। कुछ केसेस में एंटीबायोटिक मेडिसन (Antibiotic medicine) भी प्रिस्क्राइब की जा सकती है। वहीं राइट साइड हार्ट  फेलियर (Right-sided heart failure) जैस स्थितियों में डॉक्टर मरीज की हेल्थ कंडिशन और बीमारी की गंभीरता को ध्यान में रखकर शुरू करते हैं।

नोट: एब्डॉमिनल पेन और फ्रीक्वेंट यूरिनेशन (Abdominal Pain and Frequent Urination) का इलाज खुद से ना करें, क्योंकि इलाज इसके कारणों भी निर्भर है। इसलिए अपनी मर्जी से किसी भी दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए।

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पेट दर्द और बार-बार पेशाब आना: क्या है बचाव? (Tips to prevent Abdominal Pain and Frequent Urination)

एब्डॉमिनल पेन और फ्रीक्वेंट यूरिनेशन से बचाव के लिए निम्नलिखित टिप्स फॉलो करें। जैसे: 

  • पेट दर्द और बार-बार पेशाब आना, ऐसा विशेष रूप से किसी तरल पदार्थों के सेवन से भी होने वाली आम परेशानी हो सकती है। इसलिए आप ध्यान रखें कि किस पेय पदार्थ के सेवन के बाद ऐसी तकलीफ हो सकती है। 
  • सेक्शुअल एक्टिविटी या इंटरकोर्स के दौरान कॉन्डम का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (Sexually Transmitted Infection [STI]) की समस्या हो सकती है। 
  • अगर यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (Urinary Tract Infection [UTI]) की समस्या है या इस परेशानी से बचने के लिए हमेशा हाइजीन (hygiene) का ख्याल रखें।  

इन बातों को ध्यान में रखने के साथ-साथ रेगुलर हेल्दी डायट (Healthy diet) और एक्सरसाइज (Workout) करना चाहिए। वहीं अगर आपको ऊपर बताये गए कारणों में से कोई भी कारण महसूस हो तो डॉक्टर से कसंल्ट करें।  

पेट दर्द और बार-बार पेशाब आना महसूस होने पर डॉक्टर से कब कंसल्ट करना है जरूरी? (Consult Doctor if-)

पेट दर्द और बार-बार पेशाब आना, अगर ज्यादा महसूस हो और निम्नलिखित स्थितियों में डॉक्टर से जल्द से जल्द सलाह लें। जैसे:  

  • बार-बार उल्टी (Vomiting) आना। 
  • स्टूल या यूरिन से ब्लड (Blood in your urine or stool) आना। 
  • यूरिन कंट्रोल (Uncontrolled urination) ना कर पाना। 
  • सांस लेने में अचानक तकलीफ (Sudden shortness of breath) महसूस होना। 
  • सीने में दर्द (Chest pain) महसूस होना। 
  • 24 घंटे से लगातार दर्द (Abdominal pain) महसूस होना। 
  • भूख नहीं (Appetite loss) लगना। 
  • बार-बार और बहुत ज्यादा प्यास (Excessive thirst) लगना। 
  • बुखार (Fever) आना। 
  • यूरिनेशन के दौरान दर्द (Pain upon urination) महसूस होना। 
  • पेनिस (Penis) या वजायना (Vagina) से बिना कारण डिस्चार्ज (Discharge) होना।  

इन स्थितियों में डॉक्टर से मिलें और उनसे अपनी शारीरिक परेशानी और सभी लक्षणों को शेयर करें। 

और पढ़ें : Acid Reflux Diet: एसिड रिफ्लक्स डायट में क्या करें शामिल और किन 7 चीजों से करें परहेज?

एब्डॉमिनल पेन और फ्रीक्वेंट यूरिनेशन (Abdominal Pain and Frequent Urination) से जुड़ी हुई परेशानी एवं कई अन्य परेशानियों के इलाज आसानी से किया जाता है अगर बीमारी के शुरुआती दिनों से ही डॉक्टर से कंसल्ट में रहने पर। अगर आप पेट दर्द और बार-बार पेशाब आने (Abdominal Pain and Frequent Urination) से जुड़े किसी तरह के सवालों का जवाब जानना चाहते हैं, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज पर अपना सवाल पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब जल्द से जल्द देने की कोशिश करेंगे।

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Current Version

12/04/2022

Nidhi Sinha द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Nidhi Sinha


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Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 12/04/2022

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