आईबीएस कॉन्स्टिपेशन के लक्षणों से बचने के लिए खानपान में रखें सावधानी
अगर आपको आईबीएस कॉन्स्टिपेशन की समस्या हुई है, तो आपको खानपान में बदलाव करने होंगे। आपको खाने में कुछ फूड्स को लेना बंद करना पड़ेगा। आपको कॉर्न सिरप (Corn syrup), फ्रक्टोज (Fructose) आदि को खाने में नहीं शामिल करना चाहिए। अगर आपको दूध से दिक्कत हो रही है, तो दूध से बनें प्रोडक्ट का सेवन बिल्कुल बंद कर दें। ये आपके बीमारी के लक्षणों को दूर करने में सहायता करेगा। आपको खाने में एप्रिकॉट (Apricot) और लिग्यूम्स (Legumes) से भी दूरी बना लेनी चाहिए। ये सभी फूड्स आईबीएस कॉन्स्टिपेशन के लिए ट्रिगर्स का काम कर सकते हैं।
आपको खाने में हायली रिफाइंड फूड्स जैसे कि हाय फाइबर, विटामिन और मिनिरल्स से युक्त फूड्स खाने चाहिए। आपको खाने में व्होल ग्रेन ब्रेड, सीरियल्स, फ्रूट्स, बींस आदि का सेवन करना चाहिए। आपको खाने में बहुत अधिक मात्रा में फाइबर नहीं लेनी चाहिए वरना ये अपके लिए समस्या पैदा कर सकता है। आप खाने में ग्राउंड फ्लैक्स सीड्स भी ले सकते हैं। ये आपको समस्या के लक्षणों से राहत पाने में मदद करेगा। आप लो कार्ब डायट भी अपना सकते हैं। स्मॉल मील्स लें न कि एक साथ खाएं। ब्रेकफास्ट को स्किप न करें। ऐसा कर आप आईबीएस कॉन्स्टिपेशन (IBS-C) के लक्षणों को कम कर सकते हैं।
अगर हो ये समस्या, तो डॉक्टर से करें संपर्क
अगर आपको कब्ज की समस्या (Constipation problem) बहुत पहले से है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर डायग्नोस करने के बाद ट्रीटमेंट करेंगे। डॉक्टर आपको बीमारी के लक्षणों से छुटकारा दिलाने के साथ ही बाउल फंक्शन को इंप्रूव करने में मदद मिलती है। ऐसा करने से लाइफ क्वालिटी बेहतर होती है। अगर आपकी उम्र 50 से अधिक है और आपको अक्सर गैस, पेट में दर्द (stomach ache) या फिर पेट फूलने की समस्या के साथ ही कब्ज की समस्या बनी रहती है, तो आपको बिना देरी किए डॉक्टर से करें संपर्क करना चाहिए। बिमारी को इग्नोर कर आप अपने लिए समस्या बढ़ा सकते हैं।
आईबीएस कॉन्स्टिपेशन के लक्षणों को इग्नोर न करें। अगर आपको किसी तरह की समस्या नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। आपको अपनी लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों में सुधार करने की जरूरत है। अगर आपको डायट से संबंधित किसी तरह की समस्या महसूस हो रही है, तो आप तुरंत डॉयटीशियन से संपर्क कर सकते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल के माध्यम से आईबीएस के साथ कब्ज की समस्या के बारे में जानकारी मिल गई होगी। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।