के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
इर्रिटेबल बोवेल सिंड्रोम (आईबीएस) एक आम विकार है, जो बड़ी आंत को प्रभावित करता है। इसके लक्षणों में ऐंठन, पेट में दर्द, सूजन, गैस, और दस्त या कब्ज आदि समस्याएं शामिल हैं। आईबीएस एक पुरानी स्थिति है, जिसे आपको लंबे समय तक प्रबंधित करने की आवश्यकता होती है। आईबीएस वाले बहुत कम लोगों में गंभीर लक्षण होते है, लेकिन गंभीर स्थिति से बचने के लिए डायट का सही ध्यान रखना बहुत जरूरी है। कुछ लोग आहार, जीवन शैली और तनाव को मैनेज करके अपने लक्षणों को नियंत्रित कर सकते हैं। अधिक गंभीर लक्षणों का इलाज दवा और परामर्श से किया जा सकता है। आईबीएस फ्रेंडली रेसिपी (IBS-Friendly Recipes) आपकी इस समस्या में प्रभावकारी हो सकती है। अगर आपकी डायट अच्छी होगी तो आप अपनी इस समस्या को कंट्रोल में रख सकते हैं। जानिए यहां आईबीएस फ्रेंडली रेसिपी (IBS-Friendly Recipes) के बारे में
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आईबीएस में मुख्य रूप से डायरिया (Diarrhea) की शिकायत होती है और कब्ज (Constipation) इसका मुख्य लक्षण है। इसमें आमतौर पर मरीज को पेट के दर्द की शिकायत भी हो सकती है। इस परेशानी का पता लगाने के लिए कोई परीक्षण नहीं है, लेकिन डॉक्टर सीबीसी (CBC), सोनोग्राफी (Sonography), एंडोस्कोपी (Endoscopy), सीटी स्कैन (CT Scan), स्टूल एनलिसिस (Stool analysis) आदि टेस्ट करवा सकते हैं। यह परेशानी लंबे समय तक होती है, लेकिन जीवनशैली में कुछ बदलाव करके इससे निजात पाया जा सकता है। कई लोग इसे जेनेटिक मानते हैं, लेकिन ये बीमारी अनुवांशिक नहीं है। ज्यादातर यह बीमारी उन्हीं लोगों में होती हैं, जिनमें स्ट्रेस या तनाव की समस्या अधिक रहती है। इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) से ग्रसित बहुत कम लोगों में गंभीर लक्षण होते हैं। कुछ लोग आहार, जीवनशैली और तनाव को मैनेज करके इसके लक्षणों को नियंत्रित कर सकते हैं।
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इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम के लक्षण सभी में अलग हो सकते हैं। नीचे बताए गए कुछ आम लक्षण हैं:
इन लक्षणों को नजरअंदाज ना करें, क्योंकि शुरुआती परेशानियों को सहना आसान है। लेकिन जब परेशानी जरूरत से ज्यादा बढ़ने लगती है, तो इलाज में वक्त लगता है और तकलीफ भी ज्यादा होती है। इसलिए डॉक्टर से कंसल्टेशन जरूरी होता है।
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आईबीएस फ्रेंडली रेसिपी आईबीएस की समस्या में सुधार के लिए एक अच्छा उपा है। इसे आप अपने डायट में
ग्लयूटन फ्री रेसिपी है, इसलिए पेट के लिए फायदेमंद है। इसमें इस्तेमाल की जाने वाली सामाग्री केवल पेट के लिए ही फायदेमंद नहीं है, बल्कि यह शरीर को आवश्यक पोषक भी प्रदान करती है।
आईबीएस फ्रेंडली रेसिपी की सामग्री
विधि
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प्रोबायोटिक्स स्वस्थ पाचन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, खासकर आईबीएस वाले लोगों के लिए। इस नारियल दही के साथ अपने आहार में कुछ गुड बैक्टीरिया शामिल करें।
आईबीएस फ्रेंडली रेसिपी: सामग्री
आईबीएस फ्रेंडली रेसिपी: विधि
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आईबीएस फ्रेंडली रेसिपी के बारे में आपने जाना यहां। इसके अलावा और भी बहुत सी आईबीएस फ्रेंडली रेसिपी हो सकती हैं, जो यहां नहीं दी गई हैं। लेकिन यह रेसिपी आपके लिए भी फायदेमंद हो, इसका दावा नहीं किया जा सकता है। जैसा कि सभी का शरीर अलग-अलग होता है, इसलिए सभी के बॉडी की जरूरते भी अलग हाेती हैं। आईबीएस फ्रेंडली रेसिपी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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