गुड बनाम बैड जर्म्स (Good vs. Bad Germs): गुड और बैड जर्म्स को कैसे बैलेंस किया जा सकता है?
अगर बात की जाए शरीर को हार्मफुल जर्म्स से बचाने की, तो इसके लिए सबसे बेहतरीन उपाय है सही हाइजीन हैबिट्स को अपनाना जैसे सही से हैंड वाश करना और अपने आसपास के स्थान को साफ रखना। लेकिन, याद रखें कि कुछ बैक्टीरिया या जर्म्स का स्किन पर होना पूरी तरह से नेचुरल है। फिर भी खाना खाने और बनाने से पहले, बाथरूम का इस्तेमाल करने के बाद या ऐसे किसी व्यक्ति के सम्पर्क में आने के बाद जो बीमार है अपने हाथों को साफ करना कभी न भूलें।
आप ऐसे उत्पादों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं, जो शरीर में गुड और बैड बैक्टीरिया के बैलेंस को बदल दें। प्रोबायोटिक्स गुड बैक्टीरिया का एक प्रकार है जो नैचुरली शरीर में पाए जाते हैं और प्रीबायोटिक्स जैसे न्यूट्रिएंट्स उन्हें ग्रो होने और पनपने में मदद करते हैं। आप इन्हें अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। इसके साथ ही आप पर्सनल केयर उत्पाद जिनमें न्यूट्रिएंट्स होते हैं जैसे प्रीबायोटिक्स सोप, से स्किन में हेल्दी बैलेंस बना रहता है।
यह तो थी गुड बनाम बैड जर्म्स (Good vs. Bad Germs) के बारे में जानकारी। अपने शरीर को स्वस्थ रखने का मतलब सभी कीटाणुओं से खुद को मुक्त करना नहीं है। अच्छी स्वच्छता बनाए रखने और शरीर में गुड जर्म्स को पनपने में मदद करके, आप अपने शरीर के माइक्रोबायोम में एक हेल्दी बैलेंस बनाए रख सकते हैं। उम्मीद है कि गुड बनाम बैड जर्म्स (Good vs. Bad Germs) के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। हमारे इम्यून सिस्टम को जर्म्स के सही कॉम्बिनेशन की जरूरत होती है, ताकि हम हेल्दी रह सकें। एंटीबायोटिक्स वो पावरफुल टूल्स हैं जो हमें हेल्दी रख सकते हैं। लेकिन, इनका इस्तेमाल केवल तभी करना चाहिए जब जरूरत हो। अगर आपके मन में इसके बारे में कोई भी सवाल है तो डॉक्टर से इस बारे में अवश्य जानें।
आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।