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बच्चों की ओरल हाइजीन के लिए फ्लोराइड
फ्लोराइड आपके बच्चों की ओरल हाइजीन के लिए जरूरी है। यह बच्चे के प्राइमरी टीथ और अडल्ट टीथ में कैविटी को कम करने के लिए जाना जाता है। यह दांतों के इनेमल को सख्त करके दांतों को मजबूत बनाने में भी मदद करता है। ज्यादातर बच्चों को पीने के पानी में फ्लोराइड मिलता है। कुछ जगहों पर इन्हीं कारणों की वजह से नल के पानी में फ्लोराइड मिलाया जाता है। बच्चों की ओरल हाइजीन को बेहतर बनाने के लिए आपको रिवर्स ऑस्मोसिस पानी के फिल्टर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
अगर आपके यहां पीने के पानी में फ्लोराइड नहीं है, तो आपके बच्चे को ओरल फ्लोराइड सप्लीमेंट लेना पड़ सकता है। अपने डॉक्टर से बात करें कि क्या आपके बच्चे को इसकी जरूरत है। एक बार जब आपका बच्चा डेंटिस्ट के पास जाने लगता है, तो उन्हें फ्लोराइड वॉर्निश या उनके दांतों को सफाई करने का विकल्प होता है।
बहुत अधिक फ्लोराइड दांतों के धब्बे का कारण बन सकता है और आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकता है। ध्यान दें कि आपका बच्चा फ्लोराइड टूथपेस्ट या माउथवॉश न निगल ले।
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ओरल हाइजीन में फ्लॉस भी जरूरी
बच्चों की डेंटल हाइजीन तब शुरू होनी चाहिए, जब आपका बच्चा छोटा हो। एक या दो साल के बच्चों के लिए सॉफ्ट ब्रिसल वाले टूथब्रश का उपयोग करना शुरू करें। आपको दिन में कम से कम दो बार अपने बच्चे के दांतों को ब्रश करवाना चाहिए। आप इसमें टूथपेस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसमें फ्लोराइड न हो। यह टूथपेस्ट आपका बच्चा अगर निगलता भी है, तो यह सुरक्षित है। जब आपका बच्चा इतना बड़ा हो जाए कि वह टूथपेस्ट थूक सकता है, तो आप उसे फ्लोराइड वाले पेस्ट को इस्तेमाल करवा सकते हैं। अपने बच्चे को दांतों, मसूड़ों और जीभ के बीच पेस्ट को फैलाना सिखाएं। डेंटिस्ट भी आपके बच्चे को ब्रश करने का सही तरीका सीखा सकता है।
बच्चों की ओरल हाइजीन के लिए फ्लॉसिंग एक और महत्वपूर्ण हिस्सा है। अपने बच्चे को दिन में कम से कम एक बार फ्लॉस करना सिखाएं। बच्चे के शुरू के सालों में ही फ्लॉस करने की आदत डालना उनके लिए बेहतर हो सकता है और उनकी ओरल हाइजीन को मेंटेन करने में मदद कर सकता है।
बच्चों को कैविटी से कैसे बचाएं
कैविटी दांतों में होती है। दांत में कैविटी होना बच्चों की ओरल हाइजीन पर ध्यान न देने की वजह से हो सकता है। ये तब होती है जब आपके मुंह में बैक्टीरिया (रोगाणु) बनते हैं। खाने-पीने की चीजों में मौजूद चीनी एसिड में बदल जाती है, जो आपके दांतों में छेद कर सकता है। बच्चों में कैविटी आम हैं क्योंकि उनके दांतों को ब्रश करना मुश्किल होता है। हालांकि परिवार में सभी को दांतों की अच्छी देखभाल करनी चाहिए लेकिन बच्चों में इसका खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। जिन लोगों में कैविटीज होती हैं वे अजन्मे शिशुओं और बच्चों में कैविटी पैदा करने वाले बैक्टीरिया को ट्रांसफर कर सकते हैं। अगर बच्चों के दांतों पर सफेद धब्बे या भूरे रंग का निशान हो, तो उन्हें कैविटी होने का खतरा हो सकता है।
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